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अंतराष्ट्रीय स्तर के सम्मान “विश्व हिंदी भूषण मानद उपाधि” से सम्मानित हुई डॉ रानी शुक्ला” कादंबरी”

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नेपाल। लुंबिनी, नवंबर

इस अंतरास्ट्रीय कविता प्रतियोगिता में नेपाल, भारत, अमेरिका, तंजानिया के रचनाकारों ने किया था प्रतिभाग—

 

इस विभिन्न देशों की अंतर्राष्ट्रीय स्तर की आयोजित रचना प्रतियोगिता में जिले की प्रसिद्ध साहित्यकार,कवियित्री, लेखिका तथा प्रोफेसर डॉ रानी शुक्ला “कादंबरी”( पुत्री – श्री सुरेश कुमार शुक्ला, माता – श्रीमती प्रभा शुक्ला) को एक कार्यक्रम के बीच सम्मानित किया गया है। नेपाल के लुंबिनी में आयोजित किए गए एक अंतरराष्ट्रीय ऑनलाइन कार्यक्रम के माध्यम से उत्तर प्रदेश के कानपुर नगर जिले की युवा कवियित्री, लेखिका तथा प्रोफेसर डॉ रानी शुक्ला ” कादंबरी ” को सम्मानित किया गया है। वर्तमान में वे शिक्षिका पद पर पदस्थ होते हुए काव्य सृजन में क्रियाशील रहती आईं हैं।

देवनागरी लिपि के सरंक्षण, नेपाल भारत मैत्री सम्बंध मजबूत बनाने, हिंदी भाषा साहित्य के विकास तथा साहित्यिक प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से शब्द प्रतिभा बहुक्षेत्रीय सम्मान फाउन्डेशन नेपाल द्वारा आयोजित की गई अंतरराष्ट्रीय स्तर की “हिंदी हैं हम”अंतराष्ट्रीय कविता प्रतियोगिता में ” विश्व हिंदी भूषण मानद उपाधि “से सम्मानित किया गया है। डॉ रानी शुक्ला ” कादंबरी “प्रदेश की ख्याति प्राप्त नवोदित लेखिका हैं। इनकी सैकड़ों रचनाएं देश विदेश की विभिन्न पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुकी हैं साथ ही शिक्षा तथा साहित्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए दर्जनों सम्मान भी मिल चुके हैं।

इसके साथ ही डॉ रानी शुक्ला ने 700 से अधिक नेशनल एवं इंटरनेशनल स्तर के सेमिनार/ वेबिनार में भी प्रतिभाग एवं वाचन किया है जिसमें भी उन्हें कई बार सम्मानित किया गया है।

शब्द प्रतिभा बहुक्षेत्रीय सम्मान फाउन्डेशन नेपाल द्वारा आयोजित ” हिंदी हैं हम अंतर्राष्ट्रीय कविता प्रतियोगिता” में 317 रचनाकारों ने अपनी कविता के माध्यम से सहभागिता जताई थी जिसमें से उत्कृष्ट 60 रचनाकारों को काव्य लेखन में उत्कृष्ट रचनाकार घोषित कर “विश्व हिंदी भूषण मानद उपाधि “सम्मान से सम्मानित किया गया है। इतना बड़ा अंतराष्ट्रीय सम्मान पाने के बाद डॉ रानी शुक्ला जी ने अपने साथ साथ न सिर्फ अपने माता-पिता, घर परिवार, गुरुजनों, रिश्तेदारों, सभी सहयोगियों के नाम को समाज गौरवान्वित किया है बल्कि ऐसा करके इन्होंने न सिर्फ अपने जिले बल्कि कई दूर दूर देशों तक प्रतिष्ठा प्राप्त की है l यह राष्ट्रीय एवं अंतरास्ट्रीय स्तर पर बहुत बड़े सम्मान की बात है l

ज्ञात हो कि शब्द प्रतिभा बहुक्षेत्रीय सम्मान फाउन्डेशन नेपाल अपने साहित्यिक गतिविधियों की वजह से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त कर चुकी है। संस्था विभिन्न क्षेत्रों की प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने के लिए ऑनलाइन तथा ऑफलाइन कार्यक्रम आयोजित करती आई है।

सम्मान कार्यक्रम के सम्बन्ध में बोलते हुए संस्था के संस्थापक अध्यक्ष आनन्द गिरि मायालु कहते हैं – किसी भी प्रतिभा को प्रोत्साहित करने से उसकी कार्य क्षमता में वृद्धि होती है। राज्य तथा जिले की सरकारी संस्थाओं को प्रतिभा प्रोत्साहन के कार्यक्रम आयोजित करने चाहिए। शब्द प्रतिभा का यह कदम देश विदेश की विभिन्न क्षेत्रों की प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने के लिए किया जा रहा है। संस्था अपने उल्लेखनीय कार्यों से देश विदेश में ख्याति प्राप्त कर चुकी है। सभी अग्रज तथा नवोदित हमारे आयोजनों से जुड़ने के लिए उत्सुक रहते हैं। ”

चयन समिति संयोजक चरना कौर कहती हैं – नवोदित रचनाकार डॉ रानी शुक्ला ” कादंबरी ” में लेखन की एक अदभुत क्षमता देखी गई, यदि लेखन को गति मिली तो कानपुर जिला ही नहीं देश में नाम रोशन करेंगी। डॉ रानी शुक्ला की काव्य रचना में समाज परिवर्तन की क्षमता पाई गई है ऐसी नवोदित तथा अन्य अग्रज रचनाकारों को राज्य सरकार की ओर से नगद पुरस्कार प्रदान कर प्रोत्साहन देने की आवश्यकता है। ”

शब्द प्रतिभा बहुक्षेत्रीय सम्मान फाउन्डेशन नेपाल के आयोजन इतने अधिक लोकप्रिय होते हैं कि हरेक कार्यक्रमों में सहभागी होने वालों की संख्या हजारों में होती है। संस्था विश्व में पहली बार विश्व की सबसे बड़ी साहित्यिक परिचय डायरेक्ट्री प्रकाशन की योजना अंतर्गत देश विदेश के हजार कवि, लेखक तथा साहित्यकारों का परिचय प्रकाशित करने जा रही है l

प्रोफेसर, लेखिका, तथा कवियित्री डॉ रानी शुक्ला “कादंबरी “को उपरोक्त सम्मान मिलने पर विभिन्न संस्थाओं, साहित्यकारों और शिक्षक साथियों ने बधाई और शुभकामनाएं दी है।

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