आजकल बच्चों, बुजुर्गों, हाउसहेल्प और पालतू जानवरों की सुरक्षा के लिए घरों में CCTV कैमरे आम हो गए हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि छोटी-सी लापरवाही के कारण ये कैमरे हैक हो सकते हैं और आपकी प्राइवेसी खतरे में पड़ सकती है। आइए जानते हैं कि यह कैसे होता है और इससे बचाव के उपाय क्या हैं।
सबसे बड़ा खतरा डिफॉल्ट पासवर्ड है। कई CCTV कैमरे बॉक्स से ही एक डिफॉल्ट पासवर्ड के साथ आते हैं, जिसे हैकर्स आसानी से पहचान लेते हैं या इंटरनेट पर खोज लेते हैं। कुछ वेबसाइट्स पर तो लोग ऐसे डिवाइस सर्च कर उनकी लाइव फीड भी देख सकते हैं। वहीं, यदि आप कमजोर पासवर्ड इस्तेमाल करते हैं, तो हैकर्स सीधे आपका अकाउंट एक्सेस कर सकते हैं।
कैमरे हैक होने का तरीका भी सरल है। मैन्युफैक्चरर द्वारा दिया गया पासवर्ड बदल न करने पर हैकर्स आसानी से लॉगिन कर लेते हैं। इसके अलावा, यदि कैमरे का सॉफ्टवेयर अपडेट नहीं होता है तो सिक्योरिटी होल्स के जरिए भी हैकिंग संभव है। पासवर्ड कहीं लीक हो जाए तो उसका दुबारा इस्तेमाल भी खतरनाक साबित होता है।
बचाव के लिए जरूरी है कि कैमरा सेटअप के दौरान दिए गए डिफॉल्ट पासवर्ड को बदलकर लंबा और यूनिक पासवर्ड बनाया जाए। एक ही पासवर्ड कई जगह इस्तेमाल न करें। मैन्युफैक्चरर द्वारा जारी किए गए अपडेट समय पर करें। कैमरे को कमजोर या अज्ञात नेटवर्क से कनेक्ट न करें। घर के राउटर का पासवर्ड बदलें और WPA3/WPA2 एन्क्रिप्शन का उपयोग करें। कैमरा ऐप और वेब पोर्टल की प्राइवेसी सेटिंग्स नियमित रूप से चेक करें।
यदि आपको लगता है कि आपका CCTV हैक हो गया है, तो तुरंत पासवर्ड बदलें, मल्टी-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (MFA) ऑन करें और संभव हो तो कैमरे को इंटरनेट से डिस्कनेक्ट करें। जरूरत पड़ने पर ब्रांड कस्टमर केयर या पुलिस की मदद लें, क्योंकि प्राइवेट फुटेज का दुरुपयोग कानूनन अपराध है।





