जीरकपुर 11 Aug : छतबीड चिड़ियाघर के पिछली तरफ घग्गर नदी में पिछले कुछ दिनों से हलचल बढ़ने पर गांव वासियों ने अवैध माइनिंग की शंका जताई थी। इसके साथ ही गांव रामपुरा में लोगों ने विरोध भी किया था। जिसके चलते शनिवार को जिला माइनिंग ऑफिसर मोहाली ने अपनी टीम के साथ मौके का दौरा कर अवैध माइनिंग के आरोपों सिरे से ख़ारिज करते हुए कहा कि चिड़ियाघर के पिछले तरफ सरकार द्वारा डीसिल्टिंग का काम करवाया जा रहा है। यह काम पिछले कई दिनों से चल रहा है और यहां माइनिंग विभाग की तरफ से एक जेई की पक्के तौर पर ड्यूटी लगाई गई है। माइनिंग ऑफिसर का कहना है कि कुछ लोगों द्वारा जानबूझकर डीसिल्टिंग का काम रोकने की कोशिश की जा रही है और उनके द्वारा गलत प्रचार किया जा रहा है कि यहां अवैध माइनिंग हो रही है। अधिकारी ने स्पष्ट किया कि यह सरकारी काम है और अगर कोई सरकारी काम में रुकावट पैदा करता है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
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जिला माइनिंग ऑफिसर का कहना है कि बनूड़ के किसान जमीनी पानी से खेतों की सिंचाई करते है जिस कारण जमीन के निचे का पानी का लेवल गिरता जा रहा है और कई जगहों पर समस्या आ रही है।बनूड़ के किसानों को खेती के लिए पानी मुहैया करवाने के उद्देश्य से चिड़ियाघर के पिछली तरफ बनूड़ वीरियर डैम बनाया गया था। यहां से बनूड़ के लिए नहर के जरिये पानी भेजा जाता है लेकिन इस प्वाइंट पर गाद भर के चलते पानी स्टोर नहीं हो पा रहा है जिसके चलते डेम के आसपास जमी गाद को हटाने के लिए डीसिल्टिंग का काम टेंडर दिया। यह काम तीन से चार महीने में पूरा होना था लेकिन लोगों के विरोध और बारिश के चलते काम पूरा नहीं हो पा रहा है। टेंडर के अनुसार यहां से 57 लाख सीएफटी तक डिसिल्टिंग की जाएगी। यह काम पूरा होने पर ही बारिश का पानी स्टोर किया जा सकेगा। अगर यहां पानी ही नहीं जमा हो सकता तो डैम बनने का क्या फायदा।
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छत चिड़ियाघर के पीछे हमारी डिसिल्टिंग साईट है, जिसका पिछले महीने ही टेंडर लगाया गया था। 8 जून को जहां काम शुरू हुआ था शुरू में काफी दिक्कत हुई थी। यह बनूड़ वियर है किसानों को पानी उपलब्ध करवाने के लिए डैम बनाया गया था। गेट बनाकर पानी रोका जाता है और बनूड़ की तरफ भेजा जाता है। पिछले कई सालों से यहां सिल्ट जमा हो गई है जिसे साफ किया जा रहा है। इस काम की देखरेख के लिए जेई की ड्यूटी लगाई गई है। यहां कोई अवैध माइनिंग नहीं हो रही है। कुछ लोग गलत प्रचार कर रहे है अब ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाही होगी।
गुरतेज सिंह, जिला माइनिंग ऑफिसर मोहाली