पैसों के चक्कर में पैदल चलने वालों के हकों पर डाला जा रहा डाका
राजदीप सिंह सैनी
लुधियाना 18 अगस्त। पंजाब की आर्थिक राजधानी लुधियाना की सबसे बड़ी अप्रूवड कमर्शियल फिरोजगांधी मार्केट बदहाली का शिकार है। इस मार्केट में स्टॉक एक्सचेंज तमाम बैंकों के अलावा हजारों कमर्शियल दफ्तर हैं, वहीं मार्केट में पार्किंग से होने वाली कमाई के लालच में फुटपाथ तक पार्किंग के लिए ठेकेदार को ठेके पर दे दिए गए हैं। पार्किंग के नाम पर अवैध वसूली लगातार जारी है। चर्चा है कि नगर निगम अफसरों द्वारा ही मिलीभगत कर फुटपाथ ही ठेके पर दे दिए हैं। ठेकेदार के कारिंदों द्वारा फुटपाथ पर वाहन पार्क करवाकर जमकर अैध वसूली की जा रही है। अब इसके पीछे निगम के किन अफसरों की मिलीभगत यह जांच का विषय है। लेकिन ऐसा करके निगम द्वारा एक तरफ तो पैदल चलने वाले लोगों का हक छीन लिया, वहीं इससे मार्केट के हालात इतने बदतर हैं कि वर्किंग-डे में वाहन चालकों को तो दूर राहगीरों को भी यहां बनी कमर्शियल बिल्डिंगों में दाखिल होने के लिए बड़ी मशक्कत करनी पड़ती है। हर समय सड़कों पर भारी ट्रैफिक जाम लगा रहता है। लोग परेशान होकर सड़कों पर की अवैध पार्किंग के लिए चिल्लाते रहते हैं और पार्किंग कारिंदें सड़क पर अपनी पर्चियां काटने में व्यस्त रहते हैं। मगर हैरानी की बात तो यह है कि निगम द्वारा लोगों की इस समस्या की तरफ ध्यान ही नहीं दिया जा रहा।
फुटपाथ पर खड़ती गाड़ियां-टू व्हीलर्स, ट्रस्ट की बिल्डिंग भी नहीं छोड़ी
जानकारी के अनुसार पार्किंग ठेकेदार के कारिंदों द्वारा पैदल चलने वाले लोगों के लिए बनाए मार्केट में फुटपाथ पर गाड़ियां और टू-व्हीलर्स खड़े किए जाते हैं। जिसकी बकायदा पर्ची भी काटी जाती है। यहीं नहीं लुधियाना इंप्रूवमेंट ट्रस्ट की बिल्डिंग के बाहर भी वाहन पार्क किए जाते हैं। हालात यह हैं कि बिल्डिंग में आने जाने तक के लिए दिक्कत आती है।
हर समय लगा रहता है ट्रैफिक जाम
फिरोजगांधी मार्केट में सड़कों और फुटपाथ पर अवैध कब्जे कर की जा रही रॉन्ग पार्किंग से हर समय ट्रैफिक जाम लगा रहता है। हालात इतने खराब हो चुके हैं कि अब तो मार्केट में आने से भी लोग कतराते हैं। मार्केट की सड़क की दोनों तरफ येलो लाइन लगी है, ठेकेदार के कारिंदें इतने शातिर हैं कि वे गाड़ियां लाइन के अंदर लगवा देते हैं, जबकि बोनट लाइन से बाहर सड़क पर होता है। कहने पर आगे से कारिंदें लाइन के अंदर वाहन होने की बात कहकर टाल देते हैं।
पार्किंग की सुविधा फ्री, फिर भी लग रही पर्ची
जानकारी के अनुसार फिरोजगांधी मार्केट लुधियाना इंप्रूवमेंट ट्रस्ट द्वारा डेवलप की गई थी। उस समय दस्तावेजों में यह क्लियर लिखा गया था कि जो भी यहां एससीओ बनेगें, उन्हें पार्किंग की सुविधा फ्री मिलेगी। इसी के चलते सभी बिल्डिंगों के आगे खाली जमीन छोड़ी गई थी। लेकिन निगम द्वारा ठेकेदारों के साथ मिलकर उसे भी अपनी और ठेकेदारों की कमाई का धंधा बना लिया। नियमों के मुताबिक यह अवैध है। हैरानी की बात तो यह है कि आज 21वीं सदी में जहां पूरा सिस्टम हाईटैक हो रहा है, वहीं अभी भी फुटपाथ पर कब्जे करके और अवैध तरीके से पार्किंग चलाकर वसूली की जा रही है। वहीं इसी मार्केट में मौजूद ट्रस्ट द्वारा अपनी बिल्डिंग को तो सुरक्षित रखा गया है, जबकि बाकी एससीओ की हालत बद से बदतर करवाई जा रही है।
एक एससीओ के कारण बने सभी अवैध एससीओ
जानकारी के अनुसार ट्रस्ट द्वारा मार्केट में ढ़ाई मंजिल तक इमारत बनाने की परमिशन दी थी। चर्चा है कि पूर्व डिप्टी सीएम के एक दोस्त का इसी मार्केट में एससीओ था। जिसके चलते डिप्टी सीएम रहते हुए लीडर द्वारा अपने दोस्त को सुविधा देने के लिए टाउनशिप के नियमों को तोड़ते हुए 9 मंजिलों तक इमारतें बनाने का प्रस्ताव पास कर दिया। जिसके चलते आज भी मार्केट में बनी ऊंची इमारतें नियमों के मुताबिक अवैध हैं।
ग्लाडा नहीं कर रहा हल
जानकारी के अनुसार हल्का वेस्ट के उपचुनाव के दौरान मार्केट के लोगों द्वारा इकट्ठे होकर मंत्री संजीव अरोड़ा से मुलाकात की थी। तब उन्होंने पार्किंग समस्या का मुद्दा उठाया था। संजीव अरोड़ा द्वारा लोगों को कुछ समय के लिए राहत देने के लिए हल निकाला था। जिसके चलते ग्लाडा अफसरों को मार्केट के पीछे खाली पड़ी ग्लाडा-पुड्डा की जमीन पर पार्किंग सुविधा देने को कहा था। लेकिन मंत्री के आदेशों को भी ग्लाडा अफसरों ने साइड कर दिया और कई महीने बीतने पर भी हल नहीं किया।
क्या मंत्री अरोड़ा कर सकेगें लोगों की समस्याओं का हल
वहीं देखें तो मंत्री संजीव अरोड़ा द्वारा शहर के कई पुराने मुद्दों को पहल के आधार पर हल कराया है। अब देखना होगा कि क्या मंत्री द्वारा फिरोजगांधी मार्केट में चल रही अवैध तरीके से ठेकेदारी और पार्किंग की समस्या से लोगों को निजात दिलवाई जा सकेगी या नहीं।
कॉन्ट्रैक्ट में दोनों तरफ पार्किंग ठेके पर है
वहीं कॉन्ट्रैक्टर राजू ने कहा कि उन्हें निगम द्वारा फिरोजपुर रोड होटल ए से लेकर नेहरु सिधांत केंद्र तक एल शेप में पार्किंग कॉन्ट्रैक्ट दिया गया है। सड़क की दोनों तरफ की पार्किंग का ठेका कॉन्ट्रैक्ट में लिखा हुआ है।
मामले को चैक कर खाली करवाए जाएंगे फुटपाथ
सीनियर डिप्टी मेयर राकेश पराशर ने कहा कि मामले को चैक कराया जाएगा। अगर फुटपाथ पर पार्किंग हो रही है तो उसे खाली कराया जाएगा। कभी भी फुटपाथ पार्किंग ठेके में नहीं दिए जाते। हालांकि मामले संबंधी निगम कमिश्नर आदित्य डेचलवाल और मेयर इंद्रजीत कौर से संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका।