पंजाब/यूटर्न/12 दिसंंबर: पंजाब में निकाये चुनावों के चलते माहौल में गर्मी और नेताओं के दिल में गर्मी बढा दी है। जिस कारण सभी पार्टियों ने एक दूसरे पर धक्केशाही के आरोप लगाये है,इतना ही नही प्र्रत्येक पार्टी के नाराज नेताओं ने आरोप लगाया है कि टिक्टों को बेचा गया है,जिनके हक्क बनते थे उनको टिक्ट नही दिया गया। इसी माहौल गर्म में पटियाला में नामांकन प्रक्रिया के आखिरी दिन माहौल इस कदर गरमा गया है। आरोप है कि भाजपा की ओर से नामांकन दाखिल करने आए नेताओं की कुछ अज्ञात व्यक्ति अचानक फाइलें छीनकर भाग गए हैं। वहीं कांग्रेस नेताओं ने भी आरोप लगाया है कि उन्हें आगे नहीं जाने दिया गया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई है। पुलिस ने सभी गेट बंद कर दिए हैं। अब सिर्फ एक गेट से लोगों को अंदर जाने की इजाजत है। आम आदमी पार्टी के नेता जॉनी कोहली ने मीडिया से कहा कि यह सब ड्रामा है। उन्होंने कहा कि सिर्फ उंमीदवार और प्रस्तावक ही अंदर जा रहे हैं। काम बिल्कुल साफ-सुथरे तरीके से चल रहा है। उन्होंने कहा कि वह चुनाव नहीं लडऩा चाहते। उनकी पत्नी भी नामांकन दाखिल करने के लिए अंदर गई हैं।
लाइनों में लगे लोगों से छीनी फाइनें
जानकारी के मुताबिक आज नामांकन प्रक्रिया का आखिरी दिन है। इस वजह से पटियाला में पुलिस की तरफ से कड़े इंतजाम किए गए थे। इस मौके पर लोगों ने आरोप लगाया कि वह लाइनों में लगे हुए थे। तभी अचानक कुछ व्यक्ति आए और फाइलें लेकर फरार हो गए। मौके पर बीजेपी नेता जय इंद्र कौर भी पहुंची। साथ ही उन्होंने सारी स्थिति का जायजा लिया है। इस दौरान लाइनों में लगे लोगों में एक महिला ने बताया कि वह कांग्रेस की उंमीदवार है। वह भी नामांकन करने आई थी। इस दौरान उनकी फाइल छीनकर अज्ञात व्यक्ति फरार हो गए हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि आखिर अब क्या करेगी। उन्होंने कहा कि जानबूझकर हमें चुनाव नहीं लडऩे दिया जा रहा है।
हमारे नेताओं को किया गया अपहरण
पंजाब बीजेपी के सीनियर नेता विनीत जोशी ने बताया कि पटियाला में भाजपा उंमीदवार का अपहरण किया गया है। उन्होंने बातया कि पटियाला के वार्ड नंबर 48 से भाजपा उंमीदवार निखिल कुमार काका, जो जिला पटियाला भाजपा युवा अध्यक्ष हैं। उसे अगवा कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि पुलिस की मौजूदगी में उनका अपहरण किया गया है। अपहरण उस समय हुआ है जब वह अपनी कार नंबर पीबी 50 ए 8080 में नामांकन पत्र दाखिल करने जा रहे थे।
अमृतसर में आप वर्करों का हंगामा
पंजाब में निकाय चुनाव की घोषणा के साथ ही घमासान भी शुरु हो गया है। पैसे लेकर टिकटें बांटने का आरोप तो हर बार हर पार्टी पर लगता है, लेकिन इस बार आम आदमी पार्टी के वर्कर सीधा धरने पर बैठ गए हैं। उनका कहना है कि जिन्होंने मेहनत की है उन्हें टिकट नहीं दिया गया, लेकिन जिसे कोई जानता नहीं उसे पैसे लेकर टिकट दिया गया है। वर्कर एकता जिंदाबाद के नारे लगाते हुए आम आदमी पार्टी अमृतसर के वर्करों ने भंडारी पुल पर स्थित पार्टी दफतर में जमकर हंगामा किया। फोन पर उच्च पधिकारियों से बात की, लेकिन वहां कोई नहीं पहुंचा। आम आदमी पार्टी के एससी विंग के स्टेट सेक्रेट्ररी रोहित कुमार ने कहा कि वह 2019 से पार्टी के साथ जुड़े हैं। उन्होंने लाखों रुपए खर्च किए हैं। गुजरात, दिल्ली और कई राज्यों में कई-कई दिन तक पार्टी के काम किए। पार्टी हमेशा कहती रही कि वह नशे के खिलाफ है लेकिन आज शराब, हेरोइन बेचने वालों को सीट दी गई है।
25-25 लाख में टिकट बांटने का आरोप
उन्होंने कहा कि वह 85 नंबर वार्ड में कई सालों से काम कर रहे हैं लेकिन आज जिस आदमी को टिकट दिया गया है। वह पहले कांग्रेस के साउथ हल्के के पूर्व एमएलए इंदरबीर सिंह बुलारिया के साथ था और फिर अब उनके अपने विधायक और पूर्व मंत्री इंदरबीर सिंह निज्जर के साथ हैं। आज 25-25 लाख रुपए लेकर सीटें बांटी जा रही हैं। अन्य पार्टी वर्करों ने कहा कि आम आदमी पार्टी के संगठन की कोई वैल्यू नहीं है और सिर्फ एमएलए के कहने पर टिकट दिया गया है। किसी से भी सिफारिश नहीं की। वह स्टेट के लीडर हैं, लेकिन उन्हें बहुत दुख है। बाहर के आदमियों को टिकट दिया गया है। उन्होंने कहा कि अक्सर दूसरी पार्टियां भी पैसे लेकर टिकट बांटती हैं लेकिन वह अपने वॉलंटियर्स को ही टिकट देते हैं। जबकि आम आदमी पार्टी में बाहरी व्यक्ति को टिकट दी गई है। उन्होंने कहा कि वह किसी भी बाहरी कैंडिडेट को जीतने नहीं देंगे।
पंजाब भाजपा ने गर्वनर को लिखा पत्र, कहा- सरकारी मशीनरी का हो रहा दुरुपयोग
पंजाब में चल रही निकाय चुनाव की प्रक्रिया के बीच पंजाब भाजपा ने गवर्नर को खत लिखकर आम आदमी पार्टी पर संगीन आरोप लगाए हैं। आप पर आरोप है कि वे राज्य सरकार की मशीनरी का गलत प्रयोग कर रही है। उंमीदवारों को धमाकया जा रहा है, वहीं पटियाला में एक उंमीदवार को नाजायज हिरासत में तब लिया गया, जब वह नामांकन भरकर बाहर निकल रहा था। पंजाब के गर्वनर को लिखे पत्र में कहा गया है कि, हम आपका ध्यान पंजाब में आगामी नगर निकाय चुनावों की स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से आयोजन सुनिश्चित करने की दिशा में खींचना चाहते हैं। यह ज्ञात हुआ है कि पंजाब सरकार, जो राजनीतिक पक्षपात के प्रभाव में काम कर रही है, राज्य मशीनरी का उपयोग राजनीतिक लाभ प्राप्त करने के लिए कर रही है। इस प्रकार की कार्रवाई न केवल लोकतांत्रिक प्रक्रिया को नुकसान पहुंचा रही हैं, बल्कि चुनावों की निष्पक्षता पर जनता का विश्वास भी कम कर रही हैं। पत्र में कहा गया है कि, विपक्षी उम्मीदवारों को गंभीर परिणाम भुगतने की धमकियां दी जा रही हैं। पुलिस अधिकारियों द्वारा झूठे मुकदमे दर्ज कराए जा रहे हैं। ऐसा प्रतीत होता है कि आम आदमी पार्टी सरकार हर हाल में चुनाव जीतने की कोशिश कर रही है, जो लोकतांत्रिक प्रक्रिया का उल्लंघन है।
अमृतसर भाजपा में मचा घमासान
पंजाब के निकाय चुनावों में लगभग हर पार्टी पर इस बार पैसे लेकर टिकट बांटने का आरोप लग रहा है। जिसके बाद अब बीजेपी के जिला प्रधान पर टिकट देने के बाद पैसे मांगने का आरोप लगा है। एक कैंडिडेट ने सोशल मीडिया पर लाइव होकर आप बीती सुनाई और दूसरे ने टिकट भी वापस कर दी। सोशल मीडिया पर चेटिंग वायरल हो रही है। सरेआम प्रधान को निकंमा कहा जा रहा है। बीजेपी के सोशल मीडिया ग्रुप में वार्ड नंबर 33 से हरजिंदर सिंह राजा की ओर से सीट वापस देने की बात हो रही है। वर्कर आरोप लगा रहे हैं कि बीजेपी के जिला प्रधान हरविंदर सिंह संधू उनसे 10 लाख रुपए मांग रहा है जिसके बाद उन्होंने टिकट वापस दे दी है। विजय सिंह हीरा, वार्ड नंबर 34 मकबूलपूरा ने कहा कि वह पिछले 11 सालों से बीजेपी के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह कई शहरों में सांसद के चुनावों में जाते रहे हैं। पिछले दो सालों से वह चुनावों की तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इलाके का ही एक जिंमेदार पार्टी वर्कर दो साल से उन्हें चुनाव की तैयारी करवा रहा था, लेकिन अब उसने दो लाख रुपए लेकर और पार्टी के उच्च कैडर से कहकर दूसरे व्यक्ति को टिकट दिलवा दिया। विजय सिंह हीरा ने कहा कि वह चंडीगढ़ में काम करते थे, लेकिन चुनावों के लिए पिछले दो सालों से अमृतसर में बैठे हैं और काम कर रहे हैं। लेकिन अब दूसरी पार्टी से आने वालों को सीट दे दी गई है। इस संबंध में बीजेपी के जिला प्रधान हरविंदर सिंह संधू को भी फोन किया गया लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया।
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