लुधियाना में जनता के लिए नहीं बल्कि नामी लोगों के लिए हो रहे विकास कार्य
लुधियाना 12 फरवरी। लुधियाना में केंद्र व राज्य सरकार के साथ संबंधित विभागों द्वारा शहर में लोगों की भालाई के लिए जमकर विकास कार्य किए जाने के दावे किए जा रहे हैं। लेकिन कही न कही यह दावे सिर्फ हवा हवाई ही नजर आ रहे हैं। शहर में बेशक विकास कार्य तो हो रहे हैं, लेकिन आम जनता के लिए नहीं बल्कि शहर के खास लोगों को सुविधा देने को किए जा रहे हैं। दरअसल, लुधियाना के साउथ सिटी रोड पर रोजाना सुबह शाम ट्रैफिक जाम लगा रहता है। जहां पर नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचआईए) द्वारा एक नहीं बल्कि चार पुल बनाए जाने थे, ताकि लोगों को ट्रैफिक जाम से छुटकारा मिल सके। इन चारों पुल के प्रोजेक्ट को दिसंबर 2024 तक खत्म किया जाना था। लेकिन लोगों में चर्चा है कि इस प्रोजेक्ट का काम इतनी धीमी रफ्तार से किया जा रहा है कि दिसंबर 2025 तक भी काम पूरा नहीं हो सकेगा। चर्चा है कि दूसरी तरफ साउथ सिटी रोड पर ही एक नामी कॉलोनाइजर को फायदा पहुंचाने के लिए एनएचएआई द्वारा सड़क को चौड़ा किया जा रहा है। लेकिन उक्त काम की रफ्तार इतनी तेज है कि उसे देख लगता है कि शायद आने वाले कुछ समय में वे काम पूरा भी हो जाएगा। चर्चा है कि एनएचएआई के अधिकारियों द्वारा आम जनता को न देखकर बल्कि नामी लोगों की सुविधा के लिए काम किया जा रहा है।
11 फीट तक चौड़ी की जा रही है सड़क
जानकारी के अनुसार साउथ सिटी रोड पर ही एनएचएआई की और से सड़क का एक तरफ कुछ हिस्सा चौड़ा किया जा रहा है। करीब 11 किलोमीटर तक सड़क चौड़ी की जानी है। चर्चा है कि एक नामी कॉलोनाइजर को फायदा देने के लिए यह प्रोजेक्ट शुरु किया गया है। लोगों में चर्चा है कि काम इतनी तेजी से किया जा रहा है कि ऐसे लग रहा है कि दो महीने में ही खत्म कर दिया जाएगा। क्योंकि यह एक कॉलोनाइजर को प्रॉफिट देने के मकसद से हो रहा है। जिसमें कई अधिकारियों की जेब गर्म की गई है। इसी कारण बिना रुके सर्दी में भी सड़क बन रही है।
सांसद अरोड़ा ने पास करवाए थे पुल
जानकारी के अनुसार साउथ सिटी रोड पर लगातार लोगों द्वारा अपने घर बनाए जा रहे हैं, जबकि वहां पर बड़ी मार्केटें भी बन गई है। जिस कारण ट्रैफिक जाम होता है। जिसे देखते हुए सांसद संजीव अरोड़ा की और से इस मामले को केंद्र सरकार के समक्ष रखा गया। जिसके बाद सांसद अरोड़ा के प्रयासों के बाद पैरागान से लेकर एफ-2 रेस तक चार पुल बनाए जाने थे। जिससे लोगों को बड़ी राहत मिलनी है।
दिसंबर 2024 में पुल बनने का किया था दावा
जानकारी के अनुसार एनएचएआई की और से इन चार पुल की शुरुआत के दौरान दावा किया था कि दिसंबर 2024 तक इनका काम पूरा होकर लोगों को सुपुर्द कर दिए जाएंगे। लेकिन हैरानी की बात तो यह है कि फरवरी 2025 आने बाद भी इनका काम नहीं हो सका। चर्चा है कि चारों के निर्माण कार्य की रफ्तार इतनी कम है कि आने वाले एक साल बाद भी इसका काम पूरा नहीं हो सकेगा।
सरकारी तंत्र भी बैठा शांत
एनएचएआई द्वारा अगर किसी काम में देरी आ रही है या लोगों को समस्या आने पर उनके किसी भी काम में सरकारी तंत्र दखल कर सकता है। लेकिन हैरानी की बात तो यह है कि यहां रोजाना लोग परेशान हो रहे हैं, लेकिन फिर भी अधिकारी इस मामले में कोई एक्शन नहीं ले रहे। चर्चा है कि अधिकारियों को भी इस बात की जानकारी है कि कॉलोनाइजर को फायदा देने के लिए पहले सड़क बनाना जरुरी है। बाकी काम बाद में भी होता रहेगा।