– पूज्य गुरु जी की शिक्षा पर चलकर 20 वर्ष के कार्यकाल में चार सरकारी खस्ताहाल स्कूलों की राजेंद्र सिंह इन्सां ने बदली नुहार
देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने वीरवार को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में डेरा सच्चा सौदा के श्रद्धालु अध्यापक राजेंद्र सिंह इन्सां को शिक्षा के क्षेत्र में किए गए बेहतरीन कार्य के लिए राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया गया। राजेंद्र सिंह इन्सां पंजाब के बठिंडा स्थित गोनियाना मंडी के रहने वाले है और प्राइमरी अध्यापक है। शिक्षक राजेन्द्र सिंह इन्सां ने अपने 20 साल के कार्यकाल के दौरान चार सरकारी खस्ताहाल स्कूलों की कायाकल्प कर चुके हैं। वर्तमान में वे कोठे इन्द्रसिंह वाला के सरकारी स्कूल में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। उन्होंने 2015 में इस स्कूल को ज्वाइन किया था, उस वक्त स्कूल की हालत खस्ता थी और बच्चों की संख्या भी बहुत कम थी। स्कूल की बेरंग दीवारें, उखड़ा हुआ पलस्तर, खस्ताहाल छत, कच्चा प्रांगण और स्कूल में केवल 33 विद्यार्थी में वह सिर्फ एक ही शिक्षक थे और स्कूल बंद होने की कगार पर था। राजेन्द्र सिंह की कड़ी मेहनत ने तब सबको हैरान कर दिया, जब 16 गांवों के विद्यार्थी प्राईवेट स्कूलों को छोड़कर इस स्कूल में दाखिला लेने के लिए पहुंचे। अब भी नर्सरी में विद्यार्थियों के दाखिले के लिए अभिभावक साल-साल पहले ही अपने दस्तावेज स्कूल में जमा करवाकर अपनी बारी का इंतजार करते हैं। हैरानी इस बात की है कि इस छोटे से स्कूल ने कुछ ही सालों में 627 फीसदी नए दाखिले
कर पूरे पंजाब स्तर पर रिकॉर्ड कायम किया है।
– राष्ट्रीय शिक्षक अवार्ड पूज्य गुरु जी को समर्पित: राजेन्द्र सिंह इन्सां
बेमिसाल अध्यापन क्षेत्र में नए आयाम स्थापित करने वाले बठिंडा के राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता शिक्षक राजेन्द्र सिंह ने यह सर्वोच्च अवार्ड प्राप्त होने का श्रेय पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां को समर्पित किया है और कहा कि पूज्य गुरु जी की पावन शिक्षाओं व अपने पेशे प्रति ईमानदार और लगन से काम करने की शिक्षा का ही परिणाम है कि उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजा जा रहा है।
– उपलब्धियां व इनाम
शिक्षक राजेन्द्र सिंह को अब तक राज्य स्तर पर 9 सम्मान मिल चुके हैं। यह सम्मान बिना सरकारी ग्रांट के खस्ताहाल स्कूल को स्मार्ट बनाने, पंजाब स्तर पर दो बार दाखिला रिकॉर्ड कायम करने, कोविड दौरान ऑनलाइन शिक्षा प्रसार के तौर पर दूरदर्शन के लिए टीवी प्रोग्राम तैयार करने, नन्हें उस्ताद बाल कार्यक्रम की एंकरिंग करने, अपने बच्चे सरकारी स्कूल में पढ़ाने, विद्यार्थियों के लिए स्मार्ट शिक्षा शुरू करने, विद्यार्थियों को प्राइमरी स्तर पर इंग्लिश मीडियम की सुविधा प्रदान करने, छुट्टियों दौरान समर कैंप लगाने, राज्य स्तरीय प्राइमरी खेलों में भाग लेने के लिए दिए जा चुके हैं। साल 2020 में शिक्षक राजेन्द्र सिंह की बेमिसाल अध्यापन सेवाओं के चलते पूरे पंजाब में पहले रैंक पर आने के लिए शिक्षा विभाग पंजाब द्वारा उन्हें स्टेट अवार्ड से सम्मानित किया गया था।