पीयू में स्टूडेंट्स का प्रदर्शन :- गेट तोड़ यूनिवर्सिटी में घुसे, पुलिस ने लाठीचार्ज किया

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किसानों ने बैरिकेड तोड़ा, कैंपस में लगाया पक्का मोर्चा ,किसान संगठनों ने ट्रैक्टरों में लिफ्ट देकर स्टूडेंट्स को इकट्ठा किया, खुद भी घुस गए

रात में कारों में सोए, सुबह गेट तोड़कर भीड़ कैंपस में घुसी

संदीप सैंडी

चंडीगढ़ 11 Nov – पंजव विश्वविद्यालय सीनेट चुनाव की बरीच घोषित करने को साग को सेनबर को चंदू बंद व विशाल रोष प्रदर्शन लेकर पंदू बचाने सेचं की ओर से अयक्ति किया गया। इस रैली में हजारों की संख्न में पंजन, हरिराणा, हिमाचल व दूसरे राज्यों से अलग अलग संगठनों के प्रतिनिधि, भारतीय किसान यूनियन, मजदूर संगठन, विभिन्न राजनीतिक पर्टिचे के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। पैन् प्रशासन की ओर से सुबह से ही गेट रबर 2 व 3 को चंद कर फेवल गेट नंबर एक को कुछ समय के लिए होला गय। ऐसे में एजम व दूसरे राजी से आने बाले छात्रों तो पीयू में प्रवेात नहीं देने पर जाकर हंगल हुआ। नेट नंबर एक पर वो पुलिस प्रशरान को छात्रों को पीछे खदेड़ने के लिए लाठीचार्ज एक करना पड़ा लेकिन अमे एवं राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों का होसला कम नहीं हुआ और अजें के बड़े हजूर ने पेट नेचर 1 को लेकर नेवालों के साथ अंदर प्रवेश किया। इस दौरान चंडीगढ़ पुलिस को फोर्स भी कम पड़ गई। छात्रों एक आन संगठनों के आए लोग की भीड़ के हजून के चलते पुलिम को गेट खोलने पर मजबूर होग पड़ा। वहीं एक रेट पर चंडीगख पुलिय की एसएसपी ने आने होकर युवाओं को रोकने का प्रयास किया लेकिन पुलिस के सारे प्रयास विफल साबित हुए। गेट नंबर 1 के सामने युवाओं की पीड़ के चलते पीपीआई में जाने वाले मरीजे एस उनके तीमारदारों को भी परेशानी का सामन करना पड़ा। वहीं चंडीगढ़ पुलिस ने नेट नंबर 2 व तीन के बाहर जाम युवाओं को सुबह से ही हिरासत में लेने का फ्रज जारी रखे हुए थे। यही नहीं पुलिस ने सारंगपुर के रास लगए नाके पर पी छाजें को हिरासत में लिया। पीबू बनाने मेोर्चा के आह्‌वान पर आज मानने पीदू परिसर + व बाहर संभू बार्डर जैसे हालात नवर ला रहे थे। पंजाब के पूर्व विद्यवकों को बी पेट में अंदर ना आने देने गर कुलीत सिह मगरा जगत के रास्ते से पीयू में प्रवेश हुए। वहीं प्रो. मंजीत सिंह, मनकीरत औलका, पमिद्र सिंह हिंसा, चरिद्र डिल्लो, मलनिद्र सिंह बन आदि नेताओं को पुलिस की पका हुझे याने के बाद अंदर आए। इस दौरान पीयू के पीयू असा मोचों के मन में सभी बत्ताओं ने नया कि पंजाब के इन नेताओं ने केंद्र सरकार से पंजाब के हितों पर कुठाराघात करने से बाज आाने को कहा। नेताओं ने कहा कि केंद्र सरकार ने सीनेट एवं सिंडीकेट को खत्ता करने को पहले वो फरगन जरी किया और फिर छात्रों के संगर्ष के चाद सोनेट ची बहाली भी जारी करने पर विवात हुआ वहीं अब मीनेट के चुरान की घोषणा करें से ही मोची अरना संवर्ष खत्म करेगा पीयू में कोई दूर नहीं आथ, वो उन्हें सासरा लग रहाः प्रो. मंजीत सिंह वहीं इस दौरान प्रो मर्जीत सिंह ने कहा कि आज रीयू में छारों के साथ पुलिस एक पेगु प्रशयन की और में जो का किया जा रहा है उसकी निंदा करते हैवी पंजाब के बारों के अनी विधि है और वहां अंदर बने पर उन्हें कोई नहीं रोक सकता है। अपने हकों के लिए संघर्ष करना सभी को ौलिक अधिकार है। उन्होंने कहा कि आज छात्रों की अधिसूचयावत ने पुलिस प्रशासन को हिला कर रख दिया है। इस चैरान कुलजीत सिंह नागरा, हरप्रीत सिंह, बरि चिल्लों इंद्रजीत सिंह निक्कू, सहित कई सीनेटरी एवं किसान छूनियन, निहर सिश के नेताओं ने अपने विचार रखे। पुलिस को और ये पीयू के गेट गर 2 से 3 को बंद करने पर पंजाब से आए कुछ नेत छात्र वेलरी से फांद कर अंदर पहुंचे। इस दौरान कुछ छात्रों को चोटें भी आई। पेनू में पूरा दिन संधू चाहेर जैसा माहीत रहा। एक और मोर्चा के मंच से नेता एवं अन्य संगठनों के प्रतिनिधि अपने विचार रख रहे थे वहीं दूसरी और पुलिस की ओर से हर किसी र पैनी नजर रखे हुए थे। गुरुद्वारों से लंगर आना शुरू पीयू के पोषु गताओ मोर्चा के शुम होने के बाद मुखारों से लंगर लेकर रिकअप अनी शुरू हो गई। इस दौरान पीने का पानी, भोजन जन को व्यवस्था के साथ फेगू परिपूर में मोरों के छात्रों ने आए हजारों समर्थकों को सोसने का कम चलता रहा। वहीं पीयू में इस रैली के दौरान पंजाब से युवा बड़े बड़े ट्रैक्टर लेकर पहुंचे। पैय में निांगों की फौज जगह जगह देखने को मिली। चंडीगढ़ पंजाब यूनिवर्सिटी कैंपस में सोमवार को सीनेट चुनाव की घोषित करने और पीयू पर पंजाब का हक बरकरार रखने की मांग को लेकर हुए प्रदर्शन के दौरान पुलिस-प्रशासन की सख्ती के बावजूद प्रदर्शनकारी गेट नंबर-1 तोड़कर अंदर घुस गए। भारी पुलिस बल के बावजूद इस गेट से भीड़ तीन अलग-अलग समय अंदर घुसने में कामयाब रही। सुबह 11 बजे गेट नंबर-1 तोड़कर अंदर घुस गए। ट्रैक्टर, घोड़े और कारों समेत हजारों लोग कैंपस में दाखिल हो गए। रविवार रात को.पंजाब-हरियाणा के विभिन्न इलाकों से स्टूडेंट्स और किसान संगठनों के कार्यकर्ता रविवार रात से ही चंडीगढ़ पहुंचने लगे थे। ठहरने की जगह न होने पर सेक्टर-15 मार्केट की पार्किंग और सड़क किनारे कारों में ही रात काटी। सुबह 5-6 बजे तक ये लोग यूनिवर्सिटी की ओर बढ़ने लगे। सुबह सख्ती, दोपहर में पुलिस मूकदर्शक सुबह साढ़े दस बजे तक भारी पुलिस बल, वैरिकेड्स और आईडी चेकिंग के कारण लगा कि प्रदर्शन छोटा रहेगा। आईडी कार्ड वाले स्टूडेंट्स को एक गेट से दूसरे गेट भेजा जा रहा था। किसान संगठनों ने लिफ्ट देकर सबको गेट नंबर-1 पर इकट्ठा कर लिया। 11 बजे टूटा गेट, भीड़ का सैलाब सुबह 11 बजे गेट नंबर-1 पर कुछ स्टूडेंट्स ने शोर मचाया कि आईडी होने के बावजूद अंदर नहीं जाने दिया जा रहा। अंदर से 8-10 युवा दौड़कर आए, गेट खुलवाया और धक्का-मुक्की शुरू। मिनटों में सैकड़ों लोग अंदर। इसके बाद गेट पूरी तरह खोल दिया गया। शिअद नेता परमिंदर सिंह ढींडसा और मालविंदर कंग धक्का-मुक्की कर अंदर घुसे, कांग्रेस नेता कुलजीत सिंह नागरा दीवार फांदकर पहुंचे। ट्रैक्टर-घोड़े तक अंदर गेट खुलते ही सेक्टर-15 मार्केट में खड़ी कारें, मॉडिफाइड ट्रैक्टर और घोड़े लेकर प्रदर्शनकारी कैंपस में घुस आए। पुलिस मौजूद रही, लेकिन किसी को रोका नहीं। दोपहर कैंपस किसान संगठनों-छात्र यूनियनों के झंडों से पट गया। तीनों गेटों का हाल गेट-1: सबसे ज्यादा हंगामा। सुबह बंद, 11 बजे स्टूडेंट्स के बहाने से खुलवाया। दोपहर को सभी के लिए खुल गया। गेट-2: सबसे ज्यादा पुलिस। सीटीयू की तीन बसें खड़ी कर ट्रैक्टर रोके। कुछ लोग हिरासत में लिए गए, बाकी गेट-1 चले गए। गेट-3: पूरी तरह बंद। सिर्फ कैंपस निवासियों को एंट्री, बाकी को गेट-2 भेजा। पूरे दिन शांति। प्रदर्शनकारी लौटे, पीयू मोर्चा का धरना जारी रहेगा चंडीगढ़ किसान संगठनों की वापसी के बाद माहौल शांत हुआ है लेकिन पीयू बचाओ मोर्चा का पक्का धरना जारी रहेगा। सीनेट चुनाव की तारीख न घोषित होने तक वीसी ऑफिस के पास रोजाना 20-30 छात्र पहले की तरह डटे रहेंगे। वहीं, वीसी प्रो. रेनू विग ने कहा है कि हर छात्र को अपने विचार रखने का हक है, लेकिन यह जरूरी है कि पढ़ाई और रिसर्च का काम बिना रुकावट के चलता रहे। पीयू हमेशा आपसी सम्मान और खुले संवाद की परंपरा के लिए जानी जाती है। पढ़ाई और शोध के लिए शांत माहौल जरूरी है। पीयू अधिकारी गायब पूरे प्रदर्शन में पीयू का कोई भी वरिष्ठ अधिकारी कैंपस नहीं पहुंचा। रजिस्ट्रार फोन पर वार्डनों से अपडेट लेते रहे।

डीएसपी, इंस्पैक्टर व लेडी सब इंस्पैक्टर सहित 7 पुलिसकर्मी घायल हुए :- चंडीगढ़ की पुलिस ने रविवार रात से ही चंडीगढ़ पंचकूला, जीरकपुर और मोहाली से आने वाले रास्तों पर कड़ी नाकेबंदी कर दी थी। लेकिन सुबह 11 बजे के बाद पंजाब से आए किसान अपने वाहनों और ट्रैक्टरों से बैरिकेडिंग हटा कर शहर में आसानी से एंट्री कर गए। इसके चलते शहर की सड़कों पर भारी जाम लग गया, जो शाम छह बजे के बाद ही खुल सका। एसपी क्राइम समेत कई अधिकारियों ने ट्रैक्टर रोकने की कोशिश की, लेकिन पुलिस असफल रही। सोमवार दोपहर करीब दो बजे जब कुछ युवक ट्रैक्टरों पर तेज आवाज में म्यूजिक बजाते हुए कैंपस में घुसने लगे, तो एसपी क्राइम जसवीर सिंह, इंस्पैक्टर आशा देवी, इंस्पेक्टर सतनाम सिंह और इंस्पेक्टर रोहित कुमार ने उन्हें रोकने की कोशिश की। दोनों पक्षों में बहस हुई और हाथापाई की नौबत आ गई। पुलिस ने गेट बंद करने की कोशिश की, लेकिन प्रदर्शनकारियों ने गेट खोल दिया और ट्रैक्टर अंदर घुसा दिए। वहीं वाईपीएस चौक पर लंबे समय से धरना दे रहे प्रदर्शनकारी निहंग भी छात्रों के समर्थन में पीयू पहुंच गए। इनमें से कुछ घोड़ों पर सवार होकर आए तो कई ओपन जीप और गाड़ियों में कैंपस में दाखिल हुए। 7 पुलिसकर्मी घायल, डीडीआर दर्ज गेट नंबर-1 पर हुई झड़प में डीएसपी एसपीएस सौंधी, इंस्पेक्टर रोहित कुमार, सब-इंस्पेक्टर प्रतिभा सहित सात पुलिसकर्मी घायल हो गए। सभी का जीएमएसएच-16 में मेडिकल करवाया गया। पुलिस ने गेट तोड़ने और बैरिकेड हटाने को लेकर सेक्टर-11 थाना में डीडीआर दर्ज कर ली है। 70 प्रदर्शनकारी डिटेन, शाम को छोड़े गए पुलिस ने मौके से करीब 70 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेकर आईआरबी सारंगपुर भेजा था। सभी के खिलाफ प्रिवेटिव एक्शन लेते हुए शाम को चेतावनी देकर रिहा कर दिया गया।

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