नवीन गोगना
नई दिल्ली 20 Feb : भारतीय जनता पार्टी की विधायक रेखा गुप्ता दिल्ली की नई मुख्यमंत्री होंगी। दिल्ली प्रदेश बीजेपी कार्यालय में केंद्रीय पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में उन्हें सर्वसम्मति से पार्टी विधायक दल की नेता चुना गया। वह दिल्ली की शालीमार बाग विधानसभा सीट से पहली बार विधायक बनी हैं। विधायक दल की बैठक में पार्टी के सभी 48 विधायक मौजूद थे। बैठक के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने घोषणा की कि रेखा गुप्ता को सर्वसम्मति से विधायक दल की नेता चुना गया है। अब आइए उन फैक्टर्स की बात करते हैं जिन्होंने उन्हें दिल्ली की चौथी महिला सीएम बनवाने में अहम भूमिका अदा की।
रेखा गुप्ता को सीएम बनवाने वाले 7 फैक्टर्स
रेखा गुप्ता के सबसे बड़े एक्स फैक्टर्स में ये है कि वह बनिया बिरादरी को रिप्रजेंट करती हैं। बता दें कि बनिया समाज की गिनती बीजेपी के कोर वोट बैंक में होती है। उनके नाम का ऐलान करके बीजेपी ने अपने कोर वोटर को एक बड़ा संदेश दिया है।
रेखा गुप्ता के पक्ष में जो दूसरा फैक्टर गया वो ये है कि रेखा गुप्ता महिला हैं। देश की आधी आबादी को नरेंद्र मोदी का ‘साइलेंट सपोर्टर’ माना जाता है और अब तो वे खुलकर अपने पसंदीदा नेता के तौर पर मोदी का नाम लेने लगी हैं। एक महिला को दिल्ली की कमान सौंपकर बीजेपी ने महिलाओं को भी संदेश दिया है।
रेखा गुप्ता के पक्ष में जो तीसरी चीज गई वो ये है कि वह मिडिल क्लास को रिप्रेजेंट करती हैं। रेखा गुप्ता दिल्ली के शालीमार बाग से जीतकर आई हैं जोकि शुद्ध रूप से मिडिल क्लास का एरिया है। बीजेपी के सबसे बड़े सपोर्टर्स में मिडिल क्लास भी शामिल है।
रेखा गुप्ता को दिल्ली के सीएम पद तक पहुंचान में जिस चौथे फैक्टर ने काम किया वह है राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से उनकी करीबी। उनकी बीजेपी संगठन की तरह ही RSS में भी गहरी पैठ है। दिल्ली की अगली मुख्यमंत्री बचपन से ही संघ से जुड़ी हुई हैं।
पहली बार विधायक बनीं रेखा गुप्ता के पक्ष में जो पांचवां फैक्टर गया वह है उम्र का उनके साथ होना। बता दें कि रेखा गुप्ता की उम्र अभी 50 साल है, और ऐसे में वह मौका मिलने पर लंबे समय तक दिल्ली की सेवा कर सकती हैं।
रेखा गुप्ता के पक्ष में जो पांचवीं चीज गई वह है उनका छात्र राजनीति का अनुभव। उन्होंने 1992 में दौलत राम कॉलेज से उन्होंने स्टूडेंट पॉलिटिक्स शुरू की और 1996 में दिल्ली यूनिवर्सिटी स्टूडेंट यूनियन की प्रेसिडेंट चुनी गईं।
दिल्ली की अगली सीएम को जमीन की राजनीति का भी अनुभव है और यह बात भी उनके पक्ष में गई। दरअसल, वह 2007 से 2012 तक नॉर्थ पीतमपुरा के वॉर्ड 54 से काउंसलर रहीं और साउथ दिल्ली एमसीडी की मेयर भी रही हैं।
रेखा गुप्ता के नाम का ऐलान होते ही जश्न शुरू
इस तरह देखा जाए तो इन 7 फैक्टर्स ने रेखा गुप्ता को दिल्ली की मुख्यमंत्री बनवाने में अहम भूमिका अदा की। रेखा गुप्ता सुषमा स्वराज, शीला दीक्षित और आतिशी के बाद दिल्ली की चौथी महिला मुख्यमंत्री होंगी। आज जैसे ही रेखा गुप्ता के नाम का एलान हुआ उनके घर के बाहर समर्थकों और परिवार वालों ने जश्न मनाना शुरू कर दिया। ऐलान होते ही मिठाइयां बांटने का सिलसिला शुरू हो गया और जमकर आतिशबाजी की गई।