लुधियाना 29 अक्टूबर। डिप्टी कमिश्नर जितेंदर जोरवाल ने किसानों से पराली नहीं जलाने का आग्रह करते हुए शासन-प्रशासन के साथ सहयोग करने को कहा। साथ ही उन्होंने संबंधित अधिकारियों से मीटिंग के दौरान पराली जलाने के मामलों की वर्तमान स्थिति और अब तक का रिव्यू भी किया।
डीसी जोरवाल ने जोर देकर कहा कि पराली जलाने से पर्यावरण और मिट्टी की उर्वरता दोनों को नुकसान होता है। इससे मिट्टी के आवश्यक पोषक तत्व कम हो जाते हैं। उन्होंने खेतों में पराली जलाने के मामलों की बारीकी से निगरानी करने, सटीक रिपोर्टिंग और सत्यापन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। साथ ही किसानों को पराली जलाने के खतरों के बारे में शिक्षित करने के महत्व पर जोर दिया।
डीसी ने दोहराया कि पराली जलाने से निपटना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है। प्रत्येक किसान पर्यावरण की रक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। प्रशासन ने किसानों को पराली का प्रभावी ढंग से प्रबंधन सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न माध्यमों से 8,978 मशीनें प्रदान की हैं। ———–