संयोग से बेटे का फोन बंद था, पिता ने डरकर जानकारों से फटाफट लाखों कैश डलवा दिया ठगों के खाते में
दादरी 27 अक्टूबर। यहां शातिर साइबर-ठगों ने चंडीगढ़ पुलिस बनकर एक शख्स को धमकाया कि उसका बेटा जेल में है। उसे बचाने के एवज में ठगों ने 6.64 लाख रुपये ऐंठ लिए।
जानकारी के मुताबिक दादरी के गांव काकड़ौली सरदारा निवासी जयबीर सिंह के साथ यह ठगी हुई। अब साइबर थाने की पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। शिकायतकर्ता के मुताबिक ठगों ने व्हट्सएप कॉल कर उनसे कहा था कि वो चंडीगढ़ के सदर थाने से बोल रहे हैं। जयबीर सिंह खेती करते हैं। उनके एक बेटा रोहित है, जो मोहाली स्थित चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में पढ़ता है। इसी 20 अक्तूबर को जयबीर को व्हाट्सएप कॉल आई। कॉल करने वाले शख्स ने कहा कि सदर थाना चंडीगढ से बात कर रहा हूं। यहां रोहित व उसके 4 साथियों को किशोरी के साथ दुष्कर्म के केस में पकड़ा है। अगर रोहित को बचाना चाहते हो तो पैसा देकर रिहा करा सकते हो।
जयबीर के मुताबिक इसके बाद उन्होंने बेटे को कॉल की, लेकिन संपर्क नहीं हो सकी। लिहाजा उन्होंने व्हाट्सएप कॉल करने वाली की बात को सच मान लिया। फिर अपने जानकार जुई निवासी ओमप्रकाश से 50,000 और 49,999 रुपये की दो ट्रांजेक्शन कराई। इसके अलावा उन्होंने जुई निवासी पुनित और मोहन गोयल से भी 49,999 की एक-एक ट्रंजेक्शन कराई। इसके बाद मोहन गोयल से 1,29,995 रुपये भी आरोपी के खाते में डलवाए।
शिकायतकर्ता ने बताया कि 21 अक्तूबर को उसी नंबर से दोबारा व्हाट्सएप कॉल आई और उन्होंने 3.35 लाख रुपये डलवाने की बात कही। इसके बाद उन्होंने अपने परिचित मोहन गोयल से 2.35 लाख और एक लाख की दो ट्रांजेक्शन करा दी। कुल 6.64 लाख कैश डलवाने के बाद जयबीर के बेटे रोहित का फोन आया। उसने कहा कि उसके साथ ऐसी कोई घटना नहीं हुई। तब जयबीर को ठगों की चाल का पता चला।
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