साइबर सेल ने असम से इंटर स्टेट के दो ठग किए गिरफ्तार, एक महिला समेत 7 फरार, भारत की सबसे बड़ी रिकवरी

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वर्धमान ग्रुप के चेयरमैन एसपी ओसवाल से हुई साइबर ठगी में बड़ा खुलासा

लुधियाना 29 सितंबर। वर्ल्ड नामी टेक्सटाइल व स्पिनिंग  कंपनी वर्धमान ग्रुप के चेयरमैन एसपी ओसवाल से सात करोड़ की साइबर ठगी होने के मामले में लुधियाना पुलिस द्वारा कामयाबी हासिल कर ली है। इस मामले को ट्रेस करने के साथ साथ साइबर क्राइम सेल की टीम ने साइबर क्राइम मामलों में भारत की सबसे बड़ी रिकवरी कर ली है। दरअसल, पुलिस द्वारा इस मामले में डिजीटल अरेस्ट करने के नाम पर ठगी मारने वाले इंटर स्टेट गैंग के दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। हालाकि उनके सात साथी अभी फरार है। इस गैंग में 8 पुरुषों के अलावा एक महिला भी शामिल है। इस मामले में पुलिस अब तक सात करोड़ रुपए में से 5.25 करोड़ रुपए बरामद कर चुकी है। जबकि गिरफ्तार आरोपियों के पास से 6 एटीएम कार्ड और तीन मोबाइल फोन बरामद हुए हैं। गिरफ्तार आरोपियों में आसाम गोहाटी के अतनू चौधरी, आनंद कुमार शामिल है। वहीं उनके फरार आरोपियों की पहचान असम गुवाहाटी की निम्मी भटाचारिया, पच्छमी बंगाल के अलोक रंगी, गुलाम मोरतजा, असम हजारापुर के संजय सूत्राधर, असम के रिंटू, गुवाहाटी के रूमी कलिता और जाकिर के रुप में हुई है। पुलिस द्वारा अतनू और आनंद को अदालत में पेश करके रिमांड पर लिया है।

असम गोवाहाटी से चल रहा था गैंग
पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए अतनू व आनंद को असम के गोवाहाटी से गिरफ्तार किया गया है। जबकि बाकी के आरोपी पच्छमी बंगाल और दिल्ली से संबंधित है। जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें रवाना हो चुकी है। उनकी तलाश में जगह जगह रेड की जा रही है। वहीं चर्चा है कि आरोपियों द्वारा असम से उक्त साइबर गैंग चलाया जा रहा था।

कई खातों में पेमेंट हुई ट्रांसफर
वहीं चर्चा है कि आरोपियों द्वारा नामी कारोबारी एसपी ओसवाल से सात करोड़ रुपए अलग अलग बैंक खातों में डलवाए थे। जिसके बाद उक्त गैंग द्वारा तुरंत पेमेंट को आगे कई खातों में ट्रांसफर कर दिया गया। हालाकि पुलिस को शुरुआत में कई खातों का पता चला। जिसमें से पुलिस ने 5.25 करोड़ रुपए की पेमेंट रिकवर कर ली। लेकिन अभी बाकी के बैंक खातों का पता लगाया जा रहा है, ताकि बाकी की पेमेंट रिकवर हो सके।

देश व विदेशों में ट्रेंडिंग में रही खबर
जानकारी के अनुसार यूटर्न टाइम अखबार की और से सबसे पहले खबर प्रकाशित करते हुए इस साइबर क्राइम का खुलासा किया था। जिसके बाद रविवार को वर्धमान ग्रुप से हुई ठगी की खबर देश नहीं बल्कि विदेशों में भी ट्रेंडिंग पर रही। दरअसल, वर्धमान ग्रुप कॉटन स्पिनिंग में वर्ल्ड की सेकंड लार्जेस्ट कंपनी है। जिसके चलते पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात, बंगाल, साउथ इंडिया, त्रिपूर, चाइना, जापान, बांग्लादेश समेत तमाम देशों में खबर लगातार ट्रेंड करती रही। वहीं अंबानी व अदानी ग्रुप के साथ वर्धमान ग्रुप के सीधे लिंक होने के चलते उन घरानों में भी ठगी की चर्चा रही।

साइबर सेल के नाम जुड़ी सबसे बड़ी उपलब्धि
लुधियाना साइबर सेल की और से लगातार कई मामलों को ट्रेस किया गया है। लेकिन वर्धमान ग्रुप के साथ हुई ठगी को ट्रेस करने के चलते सबसे बड़ी उपलब्धि जुड़ चुकी है। दरअसल, इंडियन साइबर क्राइम कोर्डिनेशन सेंटर के मुताबिक 5.25 करोड़ की रिकवरी भारत की अब तक की सबसे बड़ी रिकवरी है। हालाकि ऐसे मामलों को ट्रेस करने के चलते ही लुधियाना पुलिस कमिश्नर कुलदीप सिंह चहल को स्मार्ट व ऑल राउंडर ऑफिसर कहा जाता है। इसका दूसरा कारण यह भी है कि पिछले दिनों कारोबारी रजनीश आहूजा के साथ भी इसी तरीके की साइबर ठगी हुई थी। लेकिन एसपी ओसवाल के साथ उससे पहले यानि कि 31 अगस्त को ठगी हुई। लेकिन पुलिस द्वारा मामले को पूरी तरह गुप्त रखा गया, ताकि आरोपी फरार न हो सके। आरोपियों को पकड़ने के बाद मामले का खुलासा किया गया।

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