चंडीगढ़ 24 सितंबर। हरियाणा के मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी ने बुधवार को राज्यभर की 100 से अधिक मंडियों में 2025-26 विपणन सत्र के लिए खरीफ दलहन और तिलहन की खरीद और उत्पादन की व्यवस्था की समीक्षा की। राज्य सरकार ने प्रत्येक फसल के लिए खरीद कार्यक्रम और निर्धारित मंडियां तय कर दी हैं। मूंग की खरीद 23 सितंबर से 15 नवंबर, 2025 तक 38 मंडियों में की जा रही है, जबकि अरहर और उड़द की खरीद दिसंबर 2025 में शुरू होगी। मूंगफली की खरीद 1 नवंबर से 31 दिसंबर, 2025 तक 7 मंडियों में शुरू होगी, जबकि तिल की खरीद दिसंबर 2025 में 27 मंडियों के माध्यम से की जाएगी। सोयाबीन और नाइजरसीड की खरीद अक्टूबर और नवंबर 2025 के बीच क्रमशः 7 और 2 मंडियों में की जाएगी।
मंडियों में बारदाना उपलब्ध कराएं अधिकारी
मुख्य सचिव ने अधिकारियों को किसानों के लिए परेशानी मुक्त खरीद प्रक्रिया सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने समय पर खरीद, भंडारण सुविधाओं की पर्याप्त व्यवस्था और मंडियों में बारदाने की उपलब्धता पर भी जोर दिया। कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव पंकज अग्रवाल ने कहा कि उत्पादन के मोर्चे पर उल्लेखनीय सुधार दर्ज किए गए हैं।
मूंग के उत्पादन में बढ़ोतरी दर्ज हुई
हरियाणा में मूंग का रकबा 2024-25 में 1.09 लाख एकड़ से बढ़कर 2025-26 में 1.47 लाख एकड़ हो गया है, जिससे उपज 300 किलोग्राम से बढ़कर 400 किलोग्राम प्रति एकड़ हो गई है। परिणामस्वरूप, उत्पादन 32 हजार 715 मीट्रिक टन से बढ़कर 58 हजार 717 मीट्रिक टन होने की उम्मीद है। अरहर और उड़द के रकबे और उपज दोनों में मामूली वृद्धि हुई है। इस बीच, तिल की खेती दोगुनी से भी ज्यादा हो गई है, 800 एकड़ से बढ़कर 2 हजार 116 एकड़ और उत्पादन 446 मीट्रिक टन तक पहुंचने की संभावना है।