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निगम का नया कारनामा आया सामने, सरकारी जमीन का भी कर डाला नक्शा पास, लोकल बॉडी मंत्री को हुई शिकायत

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साउथ सिटी रोड पुष्प विहार के बाहर बाहुबली द्वारा इल्लीगल बिल्डिंग बनाने का मामला

लुधियाना 25 अप्रैल। साउथ सिटी रोड पुष्प विहार के बाहर व बकलावी रेस्त्रां के साथ मौजूद बाहुबली की निर्माणाधीन इल्लीगल कमर्शियल बिल्डिंग लगातार विवादों से घिरी हुई है। अब इस मामले में नया खुलासा हुआ है। दरअसल, नगर निगम की और से इस बाहुबली की बिल्डिंग की जमीन पर छह बिल्डिंगों के नक्शे पास किए थे। लेकिन अब बनाई सिर्फ एक जा रही है। लेकिन अब इस मामले में खुलासा हुआ है कि नगर निगम की और से सरकारी जमीन का भी नक्शा बीच में ही पास किया हुआ है, यानि कि निगम अधिकारियों द्वारा खुद बाहुबली के साथ मिलकर नहरी विभाग की जमीन का काफी हिस्सा रिकॉर्ड में बाहुबली मालिक के नाम पर चढ़ा दिया है। बेशक निगम खुद को बेकसुर बताकर बचने का प्रयास कर रहा है, लेकिन इस खुलासे से साफ जाहिर है कि निगम के नीचे सत्र से लेकर उच्च अधिकारी खुद इसमें शामिल हैं। जबकि इन बिल्डिंगों का नक्शा पूर्व निगम कमिश्नर शेना अग्रवाल द्वारा पास किए गए थे। अब इस संबंध में आरटीआई एक्टिविस्ट कुलदीप सिंह खैरा की और से लोकल बॉडी मंत्री पंजाब सरकार और निगम कमिश्नर को शिकायत की है। जिसमें उन्होंने निगम में हो रही धांधली के बारे में बताया है।

अगस्त 2023 से कर रहे शिकायत, मगर एक्शन नहीं
कुलदीप सिंह खैरा ने बताया कि उन्होंने इस बिल्डिंग के खिलाफ पहली शिकायत अगस्त 2023 में की थी। जिसमें बताया था कि छह नक्शे पास होने के बावजूद सिर्फ एक इमारत बन रही है। जिसके बाद हरकत में आए निगम द्वारा कंपाउंडिंग फीस जमा करवा दी गई। जबकि फिर निगम ने आगे एक्शन नहीं लिया और बिल्डिंग पहले की तरह अवैध तरीके से बनती रही। जिसके बाद मार्च 2024 में खैरा ने दोबारा लोकल बॉडी मंत्री व निगम कमिश्नर को शिकायत की है। जिसके चलते एमटीपी संजय कंवर द्वारा मौके पर जाकर जांच की गई है।

ओपन एरिया में खड़े किए पिल्लर, कॉरिडोर कर रहे इस्तेमाल
कुलदीप खैरा ने बताया कि पास किए छह नक्शों में तीसरी मंजिल 40 प्रतिशत तक बनाई जा सकती है। लेकिन बिल्डिंग मालिक पूरी इस्तेमाल कर रहा है। वहीं नक्शे में आगे ओपन एरिया छोड़ा गया है। लेकिन बिल्डिंग मालिक द्वारा ओपन एरिया में पिल्लर खड़े करने शुरु कर दिए गए हैं। उनकी और से कॉरिडोर की जगह को भी इस्तेमाल किया जा रहा है। जिससे वहां स्पेस कम होगी। जबकि इससे वहां भीड़ बढ़ेगी और ट्रैफिक जाम भी होगा।

पूर्व पार्षद व इलाका निवासी कर चुके प्रदर्शन
वहीं बता दें कि इस इल्लीगल बिल्डिंग के मालिक द्वारा नहरी विभाग की जमीन को अपनी जमीन में मिला लिया गया है। जिससे वहां से निकलने वाला रास्ता छोटा हो गया है। पूर्व पार्षद पंकज शर्मा काका और इलाका निवासियों द्वारा प्रदर्शन भी किया गया था। फिर भी निगम व नहरी विभाग शांत हुए बैठा है। इस बिल्डिंग के निर्माण में सरकार से ज्यादा सरतारी तंत्र को फायदा मिल रहा है। वहीं इस बिल्डिंग खिलाफ एक एनजीओ के सदस्य द्वारा आवाज उठाई गई थी। लेकिन उस पर भी अमानत में ख्यानत का पर्चा दर्ज कर दिया गया। जिससे जाहिर है कि प्रशासन खुद इस बिल्डिंग को बनवाने में जोर लगा रहा है।

नहरी विभाग की हड़प ली जमीन, अधिकारी फिर भी शांत
उक्त बिल्डिंग के मालिक द्वारा नहरी विभाग की लाखों रुपए की जमीन सरेआम हड़प करके अपनी जमीन के साथ मिला ली गई। जबकि फिर भी नहरी विभाग के अधिकारी एकदम शांत बैठे हैं। पूछने पर जांच की बात कहकर टाल देते हैं। लेकिन हैरानी की बात तो यह है कि किसी विभाग की लाखों की जमीन सरेआम हड़प कर ली जाए, वह फिर भी शांत रहे, इससे अधिकारियों का बिल्डिंग मालिक से मिलीभगत का शक जाहिर होता है। यही नहीं उक्त बिल्डिंग के साथ लगती और कई जमीनों के मालिकों ने भी सरेआम नहरी विभाग की जमीन हड़प रखी है।

निगम कमिश्नर का कहना कर रहे जांच
निगम कमिश्नर संदीप ऋषि से इस मामले संबंधी बातचीत करने की कोशिश की जाती है, तो वह हर बार जांच करने व देखकर बताने की बात कहते हैं। लेकिन फिर जवाब नहीं मिलता। जबकि उनके देखते देखते ही तीन मंजिलां इमारत बन गई।

निगम कमिश्नर को कार्रवाई के लिए कहा
वहीं हलका वेस्ट विधायक गुरप्रीत गोगी ने कहा कि बिल्डिंग संबंधी उन्हें जानकारी मिली है। जिसके लिए निगम कमिश्नर संदीप  ऋषि को फोन कर एक्शन लेने के लिए कहा गया है। हलका वेस्ट में किसी भी इल्लीगल इमारत को नहीं बनने दिया जाएगा।

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