जनहितैषी, 18 नवम्बर, लखनउ। हम दो मिनट सड़क पर नमाज पढ़ने को शोर मत जाता है नमाज पढ़ लिया नमाज पढ़ लिया, यह सड़के किसी के बाप की नहीं है, कावड़ के नाम पर दो महीना सड़के बंद करके पुलिस डिपार्टमेंट के लोग कांवड़ियों के पर फुलबरस्ते हैं।
कांवड़ियों को लेकर विवादित बयान देते हुए शौकत अली के द्वारा कहा गया कांवरिया मस्त रहते हैं, चिलम भी मारते हैं, और शराब भी पीकर रहते हैं,हुडदंग भी मचाते हैं, गाड़ियां भी तोड़ते हैं, लेकिन हमारा पुलिस डिपार्टमेंट जाकर के उनके पैरों पर मरहम लगाता है, हेलीकॉप्टर से उनके ऊपर फूल बरसाए जाते हैं।
यह जो सड़के बनी है नरेंद्र मोदी योगी आदित्यनाथ और अमित शाह के पर्सनल खजाने से नहीं बनी है, यह हिंदुस्तान जितना नरेंद्र मोदी का है जितना अमित शाह का है उतना ही हिंदुस्तान बैरिस्टर असदुद्दीन ओवैसी का है, शौकत अली का और हाफिज वारिस का भी है।