इललीगल होटलों के मालिकों को शेल्टर देने और जाली एनओसी जारी करने के आरोप
(राजदीप सिंह सैनी)
लुधियाना 19 जुलाई। लुधियाना में बने कई इललीगल होटलों के मामले में कार्रवाई न करने पर लुधियाना फायर विभाग लगातार विवादों से घिरता जा रहा है। फायर विभाग के अधिकारियों के खिलाफ लोकल बॉडी विभाग पंजाब के सेक्रेटरी, स्पेशल डीजीपी कम चीफ डायरेक्टर विजिलेंस ब्यूरो , डायरेक्टोरेट ऑफ पंजाब फायर एंड एमरजेंसी सर्विस, विजिलेंस ब्यूरो लुधियाना रेंज व लुधियाना नगर निगम कमिश्नर को शिकायत दी गई है। जिसमें शिकायतकर्ता परमिंदर सिंह की और से फायर विभाग के अफसरों पर इललीगल बने होटलों के मालिकों को शेल्टर देने और जाली तरीके से एनओसी जारी करने के आरोप लगाए गए हैं। इस संबंध में शिकायतकर्ता द्वारा विजिलेंस जांच कराने की मांग की है। जिसमें बड़े खुलासे होने की आशंका जताई जा रही है। इस शिकायत के बाद जल्द बड़ा एक्शन होने की संभावना है। क्योंकि लोकल बॉडी विभाग की तरफ से भी फायर विभाग को एक्शन लेने को कहा गया था। लेकिन फिर भी एक्शन नहीं हुआ।
इन होटलों को शेल्टर देने के आरोप
शिकायत में घंटा घर स्थित शू मार्केट में होटल नीलकंठ, भदौड़ हाउस स्थित होटल महाराज, सरताज, विक्रांत ग्रेटवैल का जिक्र किया गया है। जिसमें बताया गया है कि होटल नीलकंठ अवैध होने के बावजूद पूर्व एडीएफओ सवरन चंद और मौजूदा फायर स्टेशन ऑफिसर करतार सिंह द्वारा गलत तरीके से एनओसी जारी की गई थी। जबकि इसका खुलासा होने पर भी एक्शन नहीं लिया गया। वहीं इसी के साथ होटल विक्रांत, ग्रेटवैल, सरताज व महाराज एससीओ होने के बावजूद अवैध तरीके से पांच मंजिलां बनी होने के बाद भी फायर विभाग के एडीएफओ मनिंदर सिंह द्वारा कार्रवाई नहीं की गई।
अधिकारियों को लोकल बॉडी के आदेशों की भी नहीं प्रवाह
जानकारी के अनुसार भदौड़ हाउस स्थित चारों होटलों की शिकायत पहले लोकल बॉडी विभाग के पास पहुंची थी। जिसमें फायर विभाग के अधिकारियों को एक हफ्ते में बनती कार्रवाई करने के आदेश दिए थे। फिर अधिकारियों ने बताया था कि वह जल्द होटल सील कर देंगे। लेकिन फिर उन्हें नोटिस देकर छोड़ दिया। चर्चा है कि आपसी सेटिंग होने के चलते कार्रवाई नहीं की गई। वहीं इसी के साथ होटल नीलकंठ को जाली एनओसी जारी करने के मामले में लोकल बॉडी विभाग ने रिटायर्ड एडीएफओ सवरन चंद व एफएसओ करतार सिंह खिलाफ चार्जशीट दायर करने के आदेश दिए थे। न तो चार्जशीट दायर हुई और न ही होटल पर कार्रवाई हो सकी।
विभागीय बातें शेयर कर रहे अधिकारी, आपसी सेटिंग के आरोप
शिकायत में यह भी आरोप लगे हैं कि अधिकारियों द्वारा विभाग की अंदरुनी बातों को होटल मालिकों के साथ शेयर किया जा रहा है। यह भी आरोप है कि अफसरों की अंदरखाते आपसी सेटिंग हो चुकी है। जिसके चलते वह एक्शन न लेकर होटल मालिकों को बचाने में जुटे हैं।
फायर विभाग द्वारा जारी सभी एनओसी की हो सकती है जांच
शिकायतकर्ता का आरोप है कि फायर विभाग द्वारा अवैध तरीके से बिना जांच किए आपसी मिलीभगत कर एनओसी जारी कर दी जा रही है। जिसके चलते उनकी और से विभाग द्वारा जारी सभी एनओसी की जांच करने की मांग की है। जिसमें कहा है कि स्कूल, कॉलेजों, होटलों, रेस्त्रां, पैलेस, बार व अस्पतालों को जारी सभी एनओसी की जांच की जाए। जिसमें बड़े घोटाले सामने आएंगे। सूत्रों के अनुसार जल्द एनओसी की जांच हो सकती है।
लोकल बॉडी विभाग कर रहा जांचवहीं इस संबंधी एडीएफओ मनिंदर सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि होटल नीलकंठ की जांच लोकल बॉडी विभाग द्वारा की जा रही है। भदौड़ हाउस के होटल मालिकों को अपने फायर सेफ्टी प्रबंध करने को कहा गया है।