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आम आदमी पार्टी नेताओं में अपना अपना मेयर बनाने को लेकर होड़, दलबदलूओं का भी चल पड़ा दौर

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लुधियाना 26 दिसंबर। लुधियाना में नगर निगम चुनाव में किसी भी पार्टी को बहुमत न मिलने के बाद अब हर पार्टी मेयर बनाने की दौड़ में लगी है। जिसमें बहुमत हासिल करने के लिए सबसे आगे आम आदमी पार्टी द्वारा दूसरी पार्टियों के पार्षदों को अपनी पार्टी में शामिल कराया जा रहा है। वहीं आप नेताओं में दूसरी पार्टी के सबसे ज्यादा पार्षद पार्टी में शामिल कराने की होड़ मची हुई है। इसी कशमकश के बीच दलबदलू नेताओं का भी दौर शुरु हो चुका है। हलका पूर्वी के वॉर्ड 6 से कांग्रेस पार्टी के पार्षद जगदीश लाल दिशा वीरवार सुबह पहले आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए। लेकिन शाम होते होते वह वापिस कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए। हालांकि यह नेताओं की एक पार्टी छोड़कर दूसरी पार्टी में शामिल होने की चर्चाएं लगातार शहर में छिड़ी हुई है। वहीं भाजपा के ‌वार्ड 34 से पार्षद राजेश मिश्रा के भी आप में शामिल होने की चर्चा छिड़ी रही। लेकिन भाजपा नेता राजेश मिश्रा द्वारा दोपहर बाद खुद ही सोशल मीडिया पर वीडियो डालकर इस बात से साफ इंकार किया गया। उन्होंने कहा कि वह पार्टी के ईमानदार सिपाही है और पार्टी में ही रहकर वॉर्ड वासियों की सेवा करेगें।

दोपहर को दिशा ने कहा आप पार्टी को देंगे पूरा सहयोग
बता दें कि पार्षद जगदीश दिशा को कैबिनेट मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर ने आधिकारिक रूप से पार्टी में शामिल करवाया। इस मौके पर विधायक दलजीत सिंह भोला ग्रेवाल, मदन लाल बग्गा और मार्कफेड के चेयरमैन अमनदीप सिंह मोही भी मौजूद थे। इस दौरान मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर ने उन्हें भरोसा दिलाया कि उन्हें पार्टी में उचित मान-सम्मान दिया जाएगा। वहीं पार्षद जगदीश लाल ने आम आदमी पार्टी में शामिल होकर निगम हाउस में पार्टी को पूरा सहयोग देने का भरोसा दिया था।

जगदीश दिशा कांग्रेसी थे, है और कांग्रेसी रहेगें
वहीं दोपहर बाद कांग्रेस के जिला प्रधान संजय तलवाड़ जगदीश दिशा से मिलने उनके घर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने आपसी बातचीत की और उन्हें पार्टी में दोबारा शामिल करवा लिया। वहीं इस दौरान संजय तलवाड़ ने कहा कि दिशा कांग्रेसी थे, है और आगे भी कांग्रेसी ही रहेगें। उन्होंने कहा कि आप सरकार द्वारा बदलाव के दावे किए जाते हैं। फिर अब घर घर जाकर दूसरी पार्टियों के नेताओं को अपनी पार्टी में शामिल कराने पर क्यों जोर दिया जा रहा है।

आप नेताओं में मची होड़
चर्चा है कि आम आदमी पार्टी में जो लीडर पार्टी को बहुमत दिलाएगा, कही न कही उक्त लीडर के पार्षद को मेयर बनाया जाएगा। जिसके चलते नेताओं में दूसरी पार्टियों के पार्षदों को तोड़कर आप में शामिल कराने की होड़ लगी हुई है। इसी अफरा तफरी में कांग्रेस और बीजेपी के पार्षद को पार्टी में ज्वाइंन कराया गया। चर्चा है कि एक व्यक्ति जिसके घर में दो पार्षद है, उसे करोड़ों रुपए व डिप्टी मेयर के पद की ऑफर भी मिली है। दूसरी तरफ बेशक कांग्रेस व बीजेपी की लीडरशिप में सहमति नहीं हुई, लेकिन नीचे की लीडरशिप आपस में सहमति बनाए हुए हैं। उनकी तरफ से अपने पार्षदों को बचाकर रखा जा रहा है। जिसके चलते आप की मेयर बनाने की स्थिति नाकों चने चबाने वाली की हुई है।

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