किसी में हिम्मत है तो यूपी में लगने वाले छोटे उद्योगों को परेशान करके दिखाये!
झांसी में बने यूपी के पहले निजी इंडस्ट्रियल पार्क रानी लक्ष्मीबाई का शुभारंभ , कब्जे वाली जमीनों पर बनेंगें इंडस्ट्रीयल पार्क
शबी हैदर
लखनउ, 27 जून : पूरे विश्व में भले ही आज का दिन सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग दिवस के रूप में मनाया गया हो लेकिन उत्तर प्रदेश ने आज के दिन को जी कर दिखाया है। याद करिये वह दिन जब उत्तर प्रदेश पूरे देश के भीतर अर्थवयव्सथा की नजर में छठे नम्बर पर था। लेकिन आज उत्तर प्रदेश देश के भीतर दूसरे नम्बर पर है। यूपी ने विकास की इस लंबी छलांग को सिर्फ एमएसएमई के जरिये ही पूरा किया है। ओडीओपी वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट योजना ने सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग के विकास की परिकल्पना को उड़ान दी। आज ही के दिन यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक और महत्वपूर्ण घोषणा की है और वह घोषणा यह है कि एमएसएमई से जुड़े लोगों को एक हजार दिनों तक न तो कोई व्यक्ति और न ही कोई विभाग परेशान कर सकेगा।
एमएसएमई पॉलिसी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अंतरराष्ट्रीय एमएसएमई डे के मौके पर एमएसएमई से जुड़े लोगों को संबोधित करते हुए सौगात दी। उन्होंने एलान किया एमएसएमई पॉलिसी के तहत छोटे उद्योग लगाने वाले लोगों को एक हजार दिन तक कोई विभाग परेशान नहीं करेगा। ताकि वह अपना व्यवसाय विकसित कर सकें। इसी तरह तमाम अन्य सहायता भी इसी पॉलिसी में दी जा रही। सीएम ने उत्तर प्रदेश में लगने वाले किसी भी छोटे उद्योग को कहा कि किसी भी अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने के लिए बेहद जरूरी है कि एमएसएमई मजबूत स्थिति में हो। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश पर प्रकृति का आर्शीवाद है। यहां अलग-अलग जिलों में अलग-अलग तरह के हस्तशिल्प उत्पाद बन रहे हैं। लेकिन कई बार यह सहयोग की कमी की वजह से अच्छी तरह से ग्रो नहीं कर पाते।
कारीगरों की बड़ी भूमिका
सीएम योगी ने कहा कि 2017 से पहले उत्तर प्रदेश रोजगार में फिसड्डी था। कृषि के बाद एमएसएमई रोजगार का सबसे बड़ा जरिया होने के बावजूद अपेक्षित था। 2017 के बाद सरकार ने समय समय पर इस सेक्टर के लिए तमाम प्रयास शुरू किए। प्रदेश के उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय पहचान मिली है। एमएसएमई से जुड़े लोगों को लोन उपलब्ध कराया गया। दम तोड़ रही इस व्यवस्था को सरकार ने नए पंख दिए। सीएम योगी ने यूपी के करीगरों की कारीगरी की जमकर तारीफ की और कहा कि इन्ही कारीगरों की बदौलत यूपी की अर्थव्यवस्था में तेजी से सुधार हो रहा है।
कब्जे वाली जमीनों पर बनेंगें पार्क
इस मौके पर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री राकेश सचान ने कहा कि प्लेज पार्क स्कीम के तहत पूरे प्रदेश 11 पार्क बन रहे हैं। पूरे प्रदेश में जहां ग्राम समाज भूमि है और जिस पर लोग कब्जा कर रहे हैं जिलाधिकारियों से कहा गया है कि रिपोर्ट दें। उन जमीनों को एमएसएमई पार्क के रूप में डेवलप किया जाएगा। कब्जे वाली जमीनों को खाली कर उन पर इंडस्ट्रियल पार्क बनाए जाएंगे।
निराशा का वातावरण था
सीएम योगी ने कहा कि यूपी सौभाग्यशाली है कि प्रकृति और परमात्मा के आर्शीवाद से यहां की भूमि उर्वरक है। 2017 में जब हमारी सरकार बनी तो उस समय निराशा का वातावरण था। 25 करोड़ की इस आबादी वाले राज्य में निराशा थी और अर्थव्यवस्था में हम फिसडडी थे। कृषि के बाद रोजगार और नौकरी के लिए एमएसएमई का ही सहारा था। लेकिन तत्कालीन सरकार द्वारा उस ओर ध्यान न देना उस निराश का कारण था। हमारी सरकार बनने के बाद हमने इस ओर ध्यान दिया। समय—समय पर कार्यक्रम शुरू किये। यहां के हस्तशिल्पी और कारीगारों के लिए देश दुनिया में मंच प्रदान किया। इस का असर अब दिखने लगा है और हम देश के भीतर दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुके हैं।
20 हजार करोड़ के बंटे श्रृण
एमएसएमई के लेागों को लोन उपलब्ध कराया जाएगा। 20 हजार करोड़ रूपये से ज्यादा का श्रृण उपल्बध कराया जा रहा है। उद्यमी और बैंक के बीच समन्वय बिठाया जा रहा है। पहले चरण में जो कार्यक्रम शुरू किया बंद हो रही एमएसएमई इकाइयों को कामन सर्विस सेंटर के जरिये बचाने का काम किया। उसके बाद उन इकाइयों को नेक्सट लेवल के स्तर पर पहुंचाने के लिए भारत सरकार की मदद से रैंप योजना को शुरू किया जा रहा है। 90 लाख एमएसएमई इकाइयों के साथ यूपी देश के भीतर अग्रणी इकांइयों में है।