आप में केजरीवाल के जेल जाने के बाद
मान की सक्रियता और जिम्मेदारी बढ़ी
नदीम अंसारी
लुधियाना/12 अप्रैल। संकट को अवसर में बदलने की राजनीतिक कला पंजाब के सीएम भगवंत मान बखूबी जानते हैं। एक बार फिर उन्होंने चौतरफा राजनीतिक हमलों से निपटते हुए अपना सियासी-ग्राफ तेजी से बढ़ाया है। वह सीएम पद की जिम्मेदारी निभाने के साथ संकट में फंसे आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल से और नजदीकियां बढ़ा उनकी गुड-बुक में शामिल हैं। वहीं लोकसभा चुनाव में आप नेताओं को संकट में फंसे देख स्टार प्रचारक के तौर पर भी अपनी इमेज-पॉलिश में जुटे हैं।
उनके एक्टिविटीज और चर्चा
में रहने की बातें करें तो राजधानी दिल्ली तक वह सुर्खियों में हैं। सीएम मान से जेल में मुलाकात के मामले में वह राष्ट्रीय स्तर पर सबकी नजरों में है। दिल्ली में पंजाब पुलिस व तिहाड़ जेल के अधिकारियों की इसी मुद्दे पर अहम मीटिंग से फिर मान का नाम चर्चा में है। इधर, पंजाब में किसी भी मुद्दे पर वह विरोधियों पर सियासी—मले करने से भी नहीं चूक रहे हैं। बीजेपी में शामिल हो चुकी आईएएस परमपाल कौर सिद्धू के इस्तीफे को लेकर छिड़े विवाद से उनको खूब चर्चा मिल रही है। दूसरी तरफ, अपने पसंदीदा सियासी दुश्मन व सीनियर अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया पर ताजा जुबानी हमला कर वह चौतरफा हमलों की रणनीति जारी रखे हुए हैं।
आप में फिलहाल वह स्टार प्रचारक की भूमिका में हैं। लिहाजा अब लोकसभा चुनाव में आप के हक में प्रचार करने असम पहुंच गए हैं। वहां पहुंचने पर उनका भव्य स्वागत हुआ है। वहां पार्टी के नेताओं से मीटिंग कर वह चुनावी स्ट्रेटजी भी बनाएंगे। बैसाखी पर भी वह असम में चुनाव प्रचार करेंगे। जबकि इसके बाद उनका दिल्ली व गुजरात में चुनाव प्रचार करने का शेड्यूल भी बन रहा है।
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