पंजाब में बाढ़ से 12 जिलों में हालात संगीन, भाखड़ा का जलस्तर खतरे के पास, सीएम ने बुलाई हाईलेवल मीटिंग

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पीएम मोदी ने मुख्यमंत्री मान को फोन कर हरसंभव मदद का भरोसा दिलाय से 3 फीट नीचे

पंजाब, 2 सितंबर। सूबे के 12 जिले बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं। जिससे हालात संगीन हो चुके हैं। भाखड़ा डैम का जलस्तर खतरे के निशान तक पहुंचने की आशंका है। वहीं, हालात की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री ने भगवंत मान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हाई लेवल मीटिंग लेंगे। ताकि बाढ़ से निपटने को अहम फैसले लिए जा सकें।
दूसरी ओर, विदेश दौरे से लौटने के बाद सोमवार रात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीएम मान से फोन पर बात कर बाढ़ आपदा को लेकर केंद्र की ओर से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। वहीं, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा कि इतनी बड़ी तबाही को देखते हुए सरकार को मिशन-मोड में काम करना चाहिए। ताकि किसानों, मजदूरों, पशुपालकों और आम लोगों को तुरंत मदद मिल सके।
मंगलवार को भी बारिश का ऑरेंज अलर्ट रहा। वहीं, भाखड़ा का जलस्तर खतरे के निशान से महज तीन फीट नीचे रह गया। रूपनगर के श्री आनंदपुर साहिब क्षेत्र में नंगल भाखड़ा फीडर नहर 12 जगह से धंस गई है। मंत्री हरजोत बैंस ने खुद मौके पर पहुंचकर लोगों के साथ राहत बचाव कार्य शुरू किया। इसके साथ ही कैबिनेट मंत्री डॉ. रवजोत सिंह ने अपने पूरे साल का वेतन दान दे दिया है।
सूबे के 1300 गांव बाढ़ प्रभावित, लाखों लोग फंसे :
पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल चीमा ने केंद्र सरकार से 60 हजार करोड़ रुपए जारी करने की मांग की है। चीमा ने कहा कि पंजाब कई दशकों में सबसे भीषण बाढ़ आपदा का सामना कर रहा है, जिससे लगभग 1,312 गांव प्रभावित हुए हैं और लाखों लोग संकट में हैं। बारिश और बांधों से छोड़े गए पानी के कारण गुरदासपुर, कपूरथला, अमृतसर, पठानकोट, फिरोजपुर, फाजिल्का और होशियारपुर जिलों में बाढ़ का कहर जारी है।
3 लाख एकड़ फसल डूबी :
लगभग तीन लाख एकड़ कृषि भूमि, खासकर धान की फसल, पानी में डूबी हुई है, जिसके चलते कटाई से कुछ सप्ताह पहले ही किसानों को भारी नुकसान झेलना पड़ा है। इसके साथ ही, पशुधन की बड़े पैमाने पर हुई मौतों ने ग्रामीण परिवारों को गहरा आर्थिक झटका दिया है। बाढ़ प्रभावित जिलों में अमृतसर, गुरदासपुर, मोगा, पठानकोट, तरनतारन, फिरोजपुर, होशियारपुर, पटियाला, मोहाली, कपूरथला, जालंधर और लुधियाना शामिल हैं। जालंधर के लिए भी अलर्ट जारी किया गया है।
पंजाब में डैमों की स्थिति :
भाखड़ा डैम : मंगलवार सुबह 6 बजे डैम का जलस्तर 1676.72 फीट दर्ज किया गया। डैम में पानी का स्तर खतरे के निशान से लगभग 3 फीट कम है। डैम में जितना पानी आ रहा है, उसका लगभग आधा ही बाहर छोड़ा जा रहा है, जिससे डैम में लगातार पानी का दबाव बढ़ रहा है।
पोंग डैम : सुबह 6 बजे डैम का जलस्तर 1390.63 फीट दर्ज किया गया। डैम में पानी की आवक 96,777 क्यूसेक है, जबकि पानी का निकास 95,836 क्यूसेक है। जलस्तर 1390 फीट से अधिक है। जलस्तर को संतुलित बनाए रखने के लिए जितना पानी आ रहा है, लगभग उतना ही पानी छोड़ा जा रहा है।
रणजीत सागर डैम : पिछले सप्ताह खतरे के निशान को पार कर चुका था और अभी भी गंभीर स्थिति में है।