मोहाली 14 अक्टूबर। पंजाब पुलिस अक्सर ही अपने अनोखे कार्यों को लेकर चर्चा में बनी रहती है। ताजा मामला मोहाली का सामने आया है। जहां पर मोहाली सीआईए स्टॉफ की पुलिस ने जुए के आरोप में एक जगह पर रेड की। आरोप है कि पुलिस मुलाजिमों ने सिविल वर्दी में रेड की और जाते ही ताश खेल रहे लोगों पर रिवॉल्वर तान दी। डर के कारण ताश खेल रहे एक हार्ट के मरीज की मौके पर ही मौत हो गई। मृतक की पहचान राकेश कुमार सोनी (55) के रुप में हुई है। हालांकि इस घटना के बाद मौके पर माहौल काफी तनावपूर्ण हो गया। लोगों द्वारा मौके पर दो पुलिस मुलाजिमों को पकड़कर उनकी पिटाई की गई। जिसके बाद मौके पर डीएसपी इन्वेस्टिगेशन राजन परमिंद्र सिंह, डीएसपी मुल्लापुर धर्मवीर सिंह, एसपी ग्रामीण मनप्रीत सिंह के साथ माजरी और कुराली के थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे। जिन्होंने किसी तरह स्थिति को काबू किया।
जाते ही सिर पर तान दी रिवॉल्वर
जानकारी के अनुसार सीआईए स्टॉफ की पुलिस को सूचना मिली थी कि मोहाली के मुल्लांपुर गरीबदास में सोमवार शाम को कुछ लोग जुआ खेल रहे हैं। सूचना के आधार पर 4-5 मुलाजिम मौके पर सिविल वर्दी में पहुंचे। उन्होंने जाते ही ताश हाथ में पकड़े लोगों में से एक के सिर पर रिवॉल्वर तान दी। जबकि उन्हें कहा कि कोई उठे न और न ही कोई कुछ बोलेगा। जिस कारण सभी डर गए।
पहले ही मिल रही थी जान से मारने की धमकियां
वहीं चर्चा है कि ताश खेल रहे लोगों में से एक व्यक्ति को पहले ही जान से मारने दी धमकियां मिल रही थी। ऐसे में जब मुलाजिमों ने जाकर रिवॉल्वर तानी तो सभी डर गए। उन्हें लगा कि शायद गैंगस्टर हमला करने के लिए आ गए हैं।
नहीं दिखाया कोई आईडी प्रूफ
रितेश कुमार पम्मी ने बताया कि सोमवार का दिन होने के चलते बाजार बंद था। चार लोग ताश खेल रहे थे, जबकि हम वहां पर बैठे हुए थे। तभी पांच लोग वहां पर आए, जिनके हाथ में रिवॉल्वर पकड़ी थी। उन्होंने सीधे लोगों पर रिवॉल्वर तान दी। एक मिनट तो मुझे भी लगा कि मेरा काम हो जाएगा। मुलाजिमों ने पहले आईडी प्रूफ नहीं दिखाया। लेकिन जब राकेश कुमार मर गया तो आईडी प्रूफ दिखाने लगे।
अस्पताल ले जाने की जगह तलाशी लेते रहे
रितेश कुमार का आरोप है कि सिविल वर्दी वाले लोगों द्वारा रिवॉल्वर तानने पर राकेश कुमार उठकर खड़ा हुआ और उसने कहा कि वह हार्ट पेशेंट है। मुलाजिमों ने उसे पकड़कर खींचा। वह डरकर पीछे गिर गया। जिसके बाद वे बेहोश हो गया। मुलाजिमों ने उसे अस्पताल ले जाने की जगह तलाशी लेने लगे। उसकी जेब से 1.10 लाख रुपए मिले, उसे भी ले लिया गया। अस्पताल न ले जाने के कारण उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
सिविल वर्दी में रेड, अटैक होने पर कहते है मुलाजिम पर हाथ डाला
वहीं सीआईए स्टॉफ की इस रेड ने पूरी पंजाब पुलिस को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है। दरअसल, सीआईए स्टॉफ आतंकवाद के तौर में बना था। तब यह होता था कि अगर किसी से पूछताछ करने के लिए थाने ले जाया जाता तो वहां उक्त हिरासत में लिए व्यक्ति को छुड़वाने लोग आ जाते थे। जिसके चलते सीआईए का विस्तार किया गया, ताकि आतंक कंट्रोल हो सके। वहीं बेशक सीआईए स्टॉफ अलग डिपार्टमेंट है, लेकिन वहां पर भी पुलिस को वर्दी पहनना जरुरी है। लेकिन मुलाजिम रेड के दौरान पहले वर्दी नहीं पहनते और सिविल ड्रेस में रेड करते हैं। ऐसे में आगे से अगर व्यक्ति अटैक कर दें, तो कहेगें की मुलाजिम पर हाथ डाला है। ऐसे में पुलिस की खुद की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में है।
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