चंडीगढ़, 14 जुलाई। अब ट्राईसिटी के मकान मालिकों को किराएदारों और घरेलू नौकरों का पुलिस वैरिफिकेशन कराने के लिए थानों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। साथ ही उनको संपर्क केंद्रों में लंबी कतारों में नहीं लगना पड़ेगा। जानकारी के मुताबिक चंडीगढ़ की एसएसपी कंवरदीप कौर की पहल पर ई-बीट बुक सिस्टम को और अधिक आधुनिक बनाया गया है। इस अपग्रेडेशन के साथ अब पूरा सत्यापन डिजिटल माध्यम से होगा। एसएसपी ने आदेश दिए हैं कि 20 जुलाई तक सभी थानों की पुलिस अपने क्षेत्रों में कैंप लगाकर लोगों को डिजिटल वेरिफिकेशन के लिए जागरूक करेगी। जिसमें हर किराएदार और नौकर का सत्यापन हो। अगर सत्यापन लंबित पाया गया, तो मकान मालिक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी।
जानकारी के मुताबिक नई प्रणाली के तहत जब कोई व्यक्ति ऑनलाइन सत्यापन के लिए आवेदन करेगा तो उसके आधार कार्ड के क्यूआर कोड को एम आधार ऐप से स्कैन किया जाएगा। इसके बाद उस व्यक्ति की संपूर्ण जानकारी पुलिस के पास आ जाएगी। पुलिस इसका मिलान आईसीजेएस और केंद्रीय डेटा से करेगी। अगर किसी व्यक्ति पर एफआईआर या क्रिमिनल रिकॉर्ड है तो वह तुरंत सामने आ जाएगा।
चंडीगढ़ पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक, 5 से 11 जुलाई के बीच अब तक 2076 किरायेदारों और 1562 नौकरों का सत्यापन किया गया। पहले पुलिस हाथ से लिखे बीट रजिस्टर में जानकारी दर्ज करती थी। साल 2009 में इसे डिजिटल किया गया और ई-बीट बुक के रूप में ऑनलाइन दर्ज किया जाने लगा। अब इसे और अधिक अपग्रेड कर ऑनलाइन क्राइम चैक और सत्यापन जैसी नई सुविधाएं जोड़ी गई हैं।