निगम का टैक्स को 10 पैसे से 16 पैसे प्रति यूनिट करने का प्लान
चंडीगढ़ 21 नवंबर। सिटी ब्यूटीफुल के निवासियों को बिजली के दाम बढ़ने का दूसरा झटका लगने की आशंका है। दरअसल बिजली के बिल में लगने वाले एमसी टैक्स को नगर निगम बढ़ाने की योजना बना रहा है।
प्रस्तावित योजना के अनुसार हर यूनिट पर लगने वाले 10 पैसे एमसी टैक्स को नगर निगम 16 पैसे करने जा रहा है। यह 60 फीसदी की बढ़ोतरी होगी। गौरतलब है कि 23 नवंबर को निगम सदन की बैठक में एमसी टैक्स की बढ़ोतरी का प्रस्ताव लाया जाएगा। अगर कौंसलर इसे पास करते हैं तो एक साल में दूसरी बार बिजली का बिल लोगों का बढ़ जाएगा, क्योंकि एक अगस्त से बिजली विभाग ने भी अधिकतम 16 फीसदी तक दाम बढ़ाए थे।
यहां गौरतलब है कि शहर के लोगों के घरों में जो बिजली का बिल आता है, उसमें प्रति यूनिट 10 पैसा एमसी टैक्स लगता है। यह टैक्स दिसंबर 2019 में लगाया गया था। इससे नगर निगम को सालाना 15 से 16 करोड़ रुपये की आमदनी होती है। निगम ने कहा है कि पंजाब में बिजली की खपत पर दो प्रतिशत का म्युनिसिपल टैक्स लगाया जाता है, जो करीब 16 पैसा प्रति यूनिट होता है। हालांकि, हरियाणा में यह महज 8 पैसा प्रति यूनिट है।
यहां काबिलेजिक्र है कि चंडीगढ़ नगर निगम वित्तीय संकट से जूझ रहा है। निगम को राजस्व बढ़ाने के तरीके खोजने हैं, इसलिए नगर निगम ने प्रस्तावित किया कि बिजली बिल पर लगने वाले एमसी टैक्स को 10 पैसे प्रति यूनिट से बढ़ाकर पंजाब की तर्ज पर 16 पैसे कर दिया जाए। निगम को उम्मीद है कि इससे उन्हें 15 से 16 करोड़ की जगह हर साल 22 से 23 करोड़ रुपये की आमदनी होने लगेगी। इस प्रस्ताव पर 23 नवंबर को चर्चा होगी। अगर पार्षदों ने पास कर दिया तो प्रशासन को नोटिफिकेशन के लिए भेजा जाएगा।
आप ने किया था टैक्स खत्म करने का वादा :
साल 2021 में नगर निगम के चुनाव हुए थे। चुनाव के दौरान आम आदमी पार्टी ने तब मेनिफेस्टो जारी कर यह भी कहा था कि वह बिजली के बिलों में नगर निगम के लगाए एमसी टैक्स को वह खत्म करेगी। अब वही आप टैक्स को खत्म करना तो दूर करीब 60 फीसदी बढ़ाने का प्रस्ताव लेकर आई है। नगर निगम में अप्रैल, 2008 में पीपल फॉर एनिमल्स संस्था को सैक्टर-25 में गौशाला चलाने का काम सौंपा था। संस्था ने अगस्त, 2023 तक गोशाला चलाई। इस दौरान उन्होंने करीब 17 लाख रुपये के पानी के बिल का भुगतान नहीं किया।
———