चंडीगढ़ : पंजाब यूनिवर्सिटी में शहीदी पर्व सेमिनार को लेकर विवाद से टकराव की आशंका

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सेमिनार को लेकर स्टूडेंट बोले, प्रशासन ने अनुमति नहीं दी, डीएसडब्ल्यू का दावा, हमने मना नहीं किया

चंडीगढ़, 25 अक्टूबर। यहां पंजाब यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट्स श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350 वे शहीदी पर्व पर सेमिनार कराने का ऐलान कर चुके हैं। इसी सोमवार यह सेमिनार होनी है, फिलहाल तक यूनिवर्सिटी प्रशासन ने इसकी मंजूरी नहीं दी है। ऐसे में यूनिवर्सिटी प्रशासन और स्टूडेंट्स आमने सामने हो गए हैं। जिसके चलते टकराव की आशंका बनी है।

दरअसल, इस सेमिनार में सिख हिस्टोरियन अजमेर सिंह बतौर मुख्य वक्ता आ रहे हैं। उनके साथ जसवंत सिंह खालड़ा के भाई अमरजीत सिंह खालड़ा भी आएंगे। इसके लिए ऑडिटोरियम मांगने पर नहीं दिया गया है। पंजाब यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स आर्गेनाइजेशन के उपाध्यक्ष अशमीत सिंह ने आरोप लगाया। उनके मुताबिक यहां पर सेमिनार नहीं करने दिया जा रहा है। दूसरी तरफ, यूनिवर्सिटी के डीन ऑफ स्टूडेंट वेलफेयर अमित चौहान का कहना है कि जिस वक्ता को बुलाया गया है कि वह विवादित शख्सियत हैं। इसलिए उन्हें यहां संबोधन की इजाजत नहीं दी जा सकती है।

अब स्टूडेंट आर्गेनाइजेशन ने ऐलान किया है कि वह सोमवार को यूनिवर्सिटी कैंपस में सेमिनार हर हाल में करवाकर रहेंगे। जिसे लेकर टकराव की स्थिति पैदा हो सकती है। जिसे लेकर पीयू प्रशासन भी चिंतित है और यहां पुलिस की तैनाती भी हो सकती है।

अजमेर सिंह बठिंडा में पैदा हुए। 1984 में श्री हरिमंदिर साहिब पर हुए हमले के बाद वह दिल्ली चले गए और वहां से अखबार निकालने लगे थे। वह लेखक हैं और पंजाब के काले दौर में पंजाबियों पर हुए अत्याचार की बात करते हैं। उनकी विचारधारा से काफी संख्या लोग सहमत नहीं होते हैं।

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