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एकदम सही पकड़े हैं जी
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सिर पर हैं चुनाव, नेता डर रहे विरोधी कर ना दें ‘खेला’
ऐसे में अपने नेताजी का चेला ढूंढ लाया कवि ‘अलबेला’
इस कवि की तो कविताओं से हमेशा मचता रहा है बवाल
नेताजी खुश हो बोले, इससे ही कराओ विरोधियों को हलाल
—-बड़का वाले कविराय