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एकदम सही पकड़े हैं जी
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जब नहीं खिला था कमल, मचा रखी थी हाहाकार
जालिम सराकार, आम जनता पर महंगाई की मार
सब कुछ महंगा, अब भी महंगाई डायन खाय जात है
अब सत्ताधारी कहते हैं, यह विपक्ष की फैलाई बात है
—-बड़का वाले कविराय