Category: कविता
कड़वाहट और रिश्ते
Janhetaishi
तू एक पहेली भी है
Janhetaishi
बहुत बना ली परियां, अब फिर से शक्ति स्वरूपा बनाए
Janhetaishi
मेरी जान की क़दर मैंने पाई ही नहीं।
Janhetaishi
करों नमन हैं 15 अगस्त.
Janhetaishi
मैं हारकर भी जीत गया.
Janhetaishi
राखी और रक्षाबंधन
Janhetaishi
रिश्तों को “मोल” दो.
Janhetaishi
कविता : आया है शिव मास सखी री
Janhetaishi