नगर कौंसिल द्वारा नोटिस जारी करने के बाद भी जमीन मालिक द्वारा नहीं हटाई जा रही झुग्गियां
बिजली के 1 मीटर से 100 सब मीटर लगाकर गैर कानूनी ढंग से बेची जा रही है बिजली
जीरकपुर 20 Jan : शहर में खाली जमीन पर झुग्गियां बनाकर किराए पर देने का व्यवसाय एक बहुत बड़ा व्यवसाय बन रहा है जिसके कारण जीरकपुर शहर एक अर्बन सलम का रूप धारण कर रहा है लेकिन प्रशासन द्वारा इसकी और कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा और सरकार को लाखों रुपए का राजा सब का नुकसान किया जा रहा है। शहर में बन रही जोगियों में जो लोग रहते हैं उनके बारे में किसी को भी कुछ नहीं पता कि यह लोग कौन है और कहां से आते हैं और ना ही प्रशासन द्वारा उनकी जानकारी हासिल करने की कोई कोशिश की जाती है क्योंकि शहर में 4000 से लेकर 5000 के करीब जोगिया विभिन्न क्षेत्रों में बनी हुई है और इनमें रहने वाले लोगों की किसी तरह की कोई जांच अथवा पुलिस वेरिफिकेशन भी नहीं करवाई जाती जिसके कारण यहां पर क्रिमिनल बैकग्राउंड के लोग भी हो सकते हैं शहर में दिन प्रतिदिन जुर्म डर भी बढ़ती जा रही है जगह-जगह पर चोरी लूटपाट स्नैचिंग अथवा लड़ाई झगड़े की घटनाएं हो रही है।
अगर बात ढकोली क्षेत्र में बनी जोगियों की करें तो ढकोली क्षेत्र में गंदे नाले के पास एक व्यक्ति ने अपनी जमीन पर करीब 100 जोगिया बनाकर किराए पर दी हुई है कुछ समय पहले इन झुग्गियों में रहने वाले किसी व्यक्ति ने एक व्यक्ति का कत्ल करके सब को गंदे नाले में फेंक दिया था और जांच करने के बाद कातिल को पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया था। उसे समय आनंद फानन में नगर कौंसिल अधिकारियों ने कुछ जमीन मालिकों को नोटिस जारी करके निर्देश दिए थे के उनकी जमीन में से योगियों को तुरंत हटा दिया जाए वह नोटिस मात्र एक कागज का टुकड़ा बनकर रह गए हैं और मालिक द्वारा अपनी जमीन से योगियों को चार महीने बीत जाने के बाद भी नहीं हटाया गया। जानकारी के अनुसार जमीन मालिक ने जोगिया हटाने के लिए अधिकारियों से 6 महीने का समय मांगा था लेकिन वह समय जोगिया हटाने के लिए नहीं लिया गया बोल के झुग्गियों को स्थाई रूप में बदलाव करने के लिए समय लिया गया है क्योंकि अब वहां पर पक्की दीवारों बनाकर उनके ऊपर टीम के शेड डाले जा रहे हैं और झुग्गियों को अपग्रेड किया जा रहा है वहां पर एक बात और भी देखने को मिली है कि जमीन मालिक द्वारा एक बिजली का मीटर लगवाया हुआ है जिसमें से 100 के करीब झुग्गियों को उनमें सब मीटर लगाकर बिजली की सप्लाई दी जा रही है और नियमों के विपरीत जमीन मालिक द्वारा झुग्गियों में रहने वालों से ₹10 प्रति यूनिट वसूल किया जा रहा है। ढकोली क्षेत्र में बनी इन जोगियों में से ज्यादातर योगियों में डिश टीवी चला देखा जा सकता है और हीटर भी चलते देखे जा सकते हैं। यहां पर एक बड़ा सवाल उठता है कि क्या यह सारी बातें अधिकारियों को नहीं पता? क्या यहां पर बिजली विभाग का कोई कर्मचारी जब बिजली का बिल देने आता है तो उसे नहीं पता के यह बिल नियमों के अनुसार लगा हुआ है या नियमों के विपरीत लगा हुआ है? क्या बिजली विभाग के किसी कर्मचारी अथवा अधिकारी को इन झुग्गियों के पास चल रहा बिजली का कुंडी कनेक्शन नजर नहीं आता?
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अगर योगियों में आग लगने जैसी घटना हो जाए तो हो सकता है भारी जानी नुकसान ::::
ढकोली क्षेत्र में बनी इन जोगियों में बिजली की सप्लाई चल रही है और जोगियों में रहने वाले लोगों द्वारा टीवी तथा हीटर आदि बिजली के सभी उपकरण प्रयोग किए जाते हैं जिसके चलते कभी भी कोई बिजली उपकरण शॉर्ट सर्किट होने से यहां पर अगर कोई आग लगने जैसी घटना हो जाए तो यहां पर भारी जानी नुकसान हो सकता है क्योंकि जोगिया बनाने के लिए ज्यादातर प्लास्टिक का ही प्रयोग किया गया है। अगर समय रहते प्रशासन द्वारा इन्हें नहीं हटाया जाता तो क्या ऐसी घटना होने पर प्रशासन की जिम्मेवारी नहीं होगी?
कोट्स :::::
इस बात की जानकारी हमें आप द्वारा प्राप्त हुई है आप हमें लोकेशन वह खींची गई तस्वीरें भेज दीजिए। कल विभाग द्वारा टीम भेज कर चेक करवा लिया जाएगा और बनती कार्रवाई अवश्य की जाएगी।
सुरेंद्र सिंह बैंस एक्सेन ,बिजली विभाग जीरकपुर