आम बजट, सबने लिया हाथो—हाथ, बजट से बहुत है आस
शबी हैदर
लखनऊ 23 जुलाई : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीसरे कार्यकाल का पहला बजट आ गया है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लगातार सातवीं बार संसद में बजट पेश किया। ऐसा करने वाली वो देश की पहली वित्त मंत्री बन गईं है। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री मोरारजी देसाई का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। बात अगर बजट पर उत्तर प्रदेश की करे तो यहां के इंडस्ट्रलिस्ट की प्रतिक्रिया बजट को आशावादी बजट के तौर पर आई है। अगर सत्ता पक्ष की करे तो सीएम योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम बृाजेश पाठक और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या ने शानदार और जानदार बजट बताया है। बात अगर विपक्ष की करे तो समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस ने जुमलों का पुलिंदा करार देते हुए कहा कि इस हालत में भी लोग जिंदा है।
इंडस्ट्रलिस्ट की नजर में बजट
उत्तर प्रदेश के प्रमुख इंडस्ट्रलिस्ट किरण चोपणा के मुताबिक इस बजट में युवाओं को काफी सौगात मिली हैं। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2024 में युवाओं के लिए एक बड़ी घोषणा की है। उन्होंने कहा कि देश के शीर्ष कंपनियों में 1 करोड़ युवाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिसके लिए उन्हें हर महीने 5000 रुपये का मासिक भत्ता दिया जाएगा।
यूपी के फेमस ब्रांड महेश दालमोठ के ओनर वासुदेव चावला कहते हैं कि आम बजट में बिहार में सड़क प्रोजेक्ट के लिए 26 हजार करोड़ के पैकेज की घोषणा की गई है। इसके अलावा 21 हजार करोड़ के पावर प्लांट का भी ऐलान किया गया है। केंद्र सरकार ने पटना से पूर्णिया के बीच एक्सप्रेस वे बनाने के लिए फंड देने का ऐलान किया। इसके अलावा बक्सर से भागलपुर के बीच हाईवे बनाया जाएगा। इस का सीधा फायदा हमे मिलना तय है। पड़ोसी राज्यों के इन्फ्रास्ट्रक्चर को सुधारने के लिए बजट में प्राविधान किया गया है।
अमा हर्बल के ओनर यावर अली शाह कहते हैं कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2024 पेश करने के दौरान कहा कि इस बार शिक्षा, रोजगार और कौशल के लिए 1.48 लाख करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। साथ ही 30 लाख युवाओं को रोजगार का मौका मिलेगा। इसके साथ ही नियोक्ता और कर्मचारी दोनों की मदद की जाएगी।
प्रमुख इंडस्ट्रलिस्ट अमन अग्रवाल के मुताबिक वित्त मंत्री की तरफ से देश के पूर्वी राज्यों के विकास को सुनिश्चित करने के लिए पूर्वोदय स्कीम की घोषणा की गई है। केंद्र ने बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और आंध्र प्रदेश जैसे पूर्व के राज्यों के विकास के लिए पूर्वोदय स्कीम की घोषणा की है। इसके तहत मानव संसाधन विकास, बुनियादी विकास पर ध्यान दिया जाएगा।
प्रमुख इंडस्ट्रलिस्ट राजपूत मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2024 पेश करने के दौरान कहा कि इस बार शिक्षा, रोजगार और कौशल के लिए 1.48 लाख करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। साथ ही 30 लाख युवाओं को रोजगार का मौका मिलेगा। इसके साथ ही नियोक्ता और कर्मचारी दोनों की मदद की जाएगी।
बजट पर पालिटक्ल राय
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ् ने बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अगुवाई में देश की नई संसद में वित्तमंत्री ने आम बजट पेश किया है। यह बजट हमे विकास की ओर ले जाएगा। 140 करोड़ भारतवासियों की आशा और आकांक्षा के साथ अमृतकाल की अपेक्षाओं को पूरा करने वाला बजट होगा। बजट आत्मनिर्भर और विकसति भारत का दस्तावेज है। इस बजट में अंतोदय की पावन भावना। आज बजट में अन्नदाता किसानों की समृद्वि के लिए एक लाख 52 हजार करोड़ रूपये। महिला सशक्तीकरण के लिए 3 लाख करोड़ से ज्यादा का प्रबंध किया गया है। यूपी की आधी आबादी इससे सबसे ज्यादा लाभांवित होने वाली है। यूपी में सबसे ज्यादा किसान रहते हैं। उन किसानों की समृद्वि में आम बजट बड़ी भूमिका का निर्वाहन करने वाला है। युवाओं के लिए लाखों नौकरी के साथ—साथ नये टैक्स स्लैब की घोषणा का स्वागत है। पूरा बजट भारत को 5 ट्रिलयन इकॉनमी में बदलने के संकल्प के साथ दुनिया का ग्रोथ इंजन के तौर पर भारत को आगे लाएगा। मैं पीएम मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण जी का अभिनंदन करता हूं। लंबे समय से यह मांग उठ रही थी कि 3 लाख तक के स्लैब को टैक्स से अलग रखा जाए। वह मांग आज पूरी हो गयी जिससे फायदा हासिल होगा।
डिप्टी सीएम बृजेश पाठक के मुताबिक बजट आधुनिक भारत के निर्माण में सहायक साबित होगा। एक तरफ छात्रों की चिंता है किसानो को मजबूती, मध्यमवर्गीय लोगों के जीवन स्तर को उपर उठाने के लिए प्राविधान किये गये हैं। इनकम टैक्स सीमा में छूटा देकर सरकारी कर्मचारियों को छूट देने का काम किया गया है। मैं बजट का स्वागत करता हूं और पीएम और फाइनेंस मिनिस्टर का आभार प्रकट करता हूं।
..
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में तीसरी बार जो बजट पेश हुआ है वह शानदार है, जोरदार है। विश्व की तीसरी अर्थवयव्सथा के तौर पर भारत को खड़ा करने का जो दूरदृष्टा नेतृत्तव होता है उसमें इस बजट के माध्यम से आज संदेश देने का काम किया है। युवओं को रोजगार, पांच वर्ष तक राशन वितरित करने का एलान, कैंसर जैसी बीमारी से पीड़ितों को राहत प्रदान करने का एलान किया गया है मैं उसका स्वागत करता हूं। बधाई देता हूं।
इंसान इस हालत में भी जिंदा है : अखिलेश यादव
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने केन्द्रीय बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि इस बजट से जनता निराश हुई है। इस सरकार ने दस साल में बेरोजगारी बढ़ायी है। नौजवान पक्की नौकरी चाहता है। यह सरकार आधी अधूरी नौकरी का सपना दिखा रही है।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार के ग्यारहवें बजट में बेरोजगारी, महंगाई, किसान, महिला, युवा का मुद्दा नौ दो ग्यारह हो गया है। किसान की आय दोगुनी करने के लिए कोई योजना नही। मंडियों के लिए बजट में कुछ नहीं है। खाने-पीने की चीजों से लेकर सब चीजों की महंगाई आसमान पर है। सरकार महंगाई नहीं कम करना चाहती है। बजट में गरीबों और महिलाओं के विकास के लिए कोई योजना नहीं है। मंडी और कृषि इंफ्रास्ट्रक्चर बढ़ाए बिना किसानों को लाभ नहीं मिल सकता है। ‘‘ये बजट भी नाउम्मीदगी का ही पुलिंदा है। शुक्र है कि इंसान इन हालातों में भी जिंदा है।
महिलाओं के लिए कुछ नहीं : डिंपल यादव
मैनपुरी से समाजवादी पार्टी की सांसद डिम्पल यादव ने संसद में प्रस्तुत केन्द्रीय बजट पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा है कि महिलाओं की सुरक्षा को लेकर बजट में कोई व्यवस्था नहीं है। किचन का ध्यान नहीं रखा गया है। क्योंकि सरकार महंगाई के बारे में कोई कदम नहीं उठाना चाहती है।
मायूस करने वाला बजट है : मायावती
बसपा सुप्रीमो मायावती ने बजट पर तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा कि यह अच्छे दिनों वाला नहीं बल्कि मायूस करने वाला बजट है। इस बजट में सिर्फ कुछ धन्नासेठों का फायदा होगा आम जनता को इस बजट से कुछ भी नहीं मिलने वाला। बजट में आकंड़ों की भूल भुलैयया के सिवा कुछ नहीं। बजट में सुधारवादी नीति और नियत का अभावा है।
जुमलो वाला बजट : अजय राय
बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय राय ने कहा है कि हर बार की तरह इस बार का भी बजट सिर्फ जुमलों और हवाई दावों के अलावा कुछ भी नहीं। देश की सभी बड़ी समस्याओं फिर चाहे युवाओं के रोजगार की बात हो, किसानों की बात हो, य फिर महंगाई की बात हो किसी भी समस्या के निवारण का स्पष्ट रोड़ मैप नहीं है। पिछले बजट में जो वादे किय गये थे, जो योजनाएं घोषित हुई थी, उनकी कोई चर्चा न करते हुए फिर से नये वादे नई घोषणाएं।