लखनऊ 1 Sep । लखनऊ के आशियाना क्षेत्र में स्थित इण्डियन हेल्पलाइन सोसाइटी द्वारा संचालित ब्रज की रसोई प्रत्येक रविवार को एक विशेष कार्यक्रम के तहत जरूरतमंदों के लिए निःशुल्क पौष्टिक भोजन वितरण कराती है। इस कार्यक्रम का आयोजन संस्था के संस्थापक विपिन शर्मा के नेतृत्व में किया जाता है, श्री शर्मा ने इस पहल को समाज के वंचित वर्ग के लिए समर्पित किया।
इस विशेष अवसर पर, भोजन वितरण कार्यक्रम का आयोजन दिवंगत विश्वास राज शुक्ला की पुण्यतिथि पर किया गया। इस कार्यक्रम को विश्वास राज शुक्ला के पिता राजकुमार शुक्ला, जो माधव कम्पलेक्स, आलमबाग के केयरटेकर हैं, के विशेष सहयोग से सफलतापूर्वक सम्पन्न किया गया। चिन्हित स्थानों पर गरीब, असहाय, निराश्रित, विक्षिप्त, मासूम बच्चों और बुजुर्गों को पूड़ी-सब्जी के रूप में पौष्टिक भोजन प्रदान किया गया।
इस मौके पर संस्था के सभी सदस्यों ने विश्वास राज शुक्ला को श्रद्धांजलि अर्पित की और इस नेक कार्य को उनकी स्मृति में आगे बढ़ाने का संकल्प लिया। वरिष्ठ सदस्य संजय श्रीवास्तव ने इस पहल की सराहना करते हुए इसे समाज के लिए प्रेरणादायक बताया। वहीं, शिवम कटियार ने सभी दानदाताओं से इस नेक कार्य में सहयोग का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि यदि समाज के लोग एकजुट हो जाएं, तो वंचित वर्ग की जिंदगी में सकारात्मक बदलाव लाया जा सकता है।
संस्था के सदस्य आशीष श्रीवास्तव ने ब्रज की रसोई को सुचारू रूप से चलाने के लिए समाज के हर वर्ग से सहयोग की अपील की। उन्होंने कहा कि चाहे वह आर्थिक सहायता हो, भोजन सामग्री का योगदान हो, या फिर स्वयंसेवक के रूप में सेवा देने का अवसर, हर प्रकार का सहयोग इस पहल को और भी सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
इस अवसर पर, विशाल सक्सेना ने जानकारी दी कि भोजन वितरण रतन खंड पानी टंकी के पास की झुग्गियों, निर्माणाधीन विद्यालय के मजदूरों और उनके परिवारों, तथा जोन 8 के सामने स्थित झुग्गियों में किया गया। इस कार्यक्रम में लगभग 860 लोगों को भोजन प्रदान किया गया।
कार्यक्रम में देवांश रस्तोगी, संजय श्रीवास्तव, गगन शर्मा, विशाल सक्सेना, आशीष श्रीवास्तव, शिवम कटियार, भूपेंद्र सिंह, दिलीप वर्मा, नवनीत वर्मा, मयंक गौर, ध्रुव सक्सेना, सहित अन्य समाजसेवी भी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के समापन पर विपिन शर्मा ने इस महत्वपूर्ण कार्य में योगदान देने वाले सभी समाजसेवियों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने इस प्रयास को एक उम्मीद की किरण बताते हुए कहा कि आने वाले समय में और भी लोग इस मुहिम से जुड़ेंगे और इसे और अधिक सफल बनाएंगे।