चंडीगढ़/अमृतसर, 4 सितंबर:
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देशानुसार पंजाब को सुरक्षित राज्य बनाने के लिए चल रहे अभियान के बीच समय पर मिली खुफिया जानकारी के आधार पर समन्वित कार्रवाई में अमृतसर कमिश्नरेट पुलिस ने सीमा पार संगठित हथियार और हवाला नेटवर्क में शामिल तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। यह जानकारी पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव ने गुरुवार को दी।
गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान अमृतसर के कोट मेहताब गाँव निवासी हरप्रीत सिंह (23), तरनतारन के सुरसिंह गाँव निवासी गुरपाल सिंह (21) और तरनतारन के विरिंग गाँव निवासी रणजोध सिंह (33) के रूप में हुई है। पुलिस टीमों ने उनके पास से 2.02 किलो हेरोइन, चार पिस्तौलें—जिनमें एक ग्लॉक और तीन .30 बोर पिस्तौलें शामिल हैं—और 3.5 लाख रुपये की हवाला राशि भी बरामद की है, साथ ही उनकी मोटरसाइकिल भी ज़ब्त कर ली है।
डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि यह गिरोह पाकिस्तान से हेरोइन और हथियारों की तस्करी के लिए ड्रोन का इस्तेमाल कर रहा था और पंजाब के सीमावर्ती इलाकों में सक्रिय था। उन्होंने बताया कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि गिरफ्तार आरोपी हरप्रीत सिंह और गुरपाल सिंह, जो पहले मलेशिया गए थे, सीमा पार के तस्करों से जुड़े हुए हैं।
डीजीपी ने कहा कि पुलिस स्टेशन गेट हकीमां में मामला दर्ज कर लिया गया है और इस मामले में आगे की जांच जारी है ताकि पूरे गठजोड़ का पर्दाफाश किया जा सके।
अमृतसर के पुलिस आयुक्त (सीपी) गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने अभियान की जानकारी साझा करते हुए बताया कि आरोपी हरप्रीत और गुरपाल को पहले ही 220 ग्राम हेरोइन और मोटरसाइकिल के साथ गिरफ्तार किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपी हरप्रीत और गुरपाल के खुलासे के बाद, पुलिस टीमों ने चिन्हित जगह से 1.8 किलोग्राम और हेरोइन और दो .30 बोर की पिस्तौलें बरामद की हैं।
उन्होंने कहा कि जांच से पता चला है कि आरोपी हरप्रीत 2023 में मलेशिया गया था और 7 महीने बाद वापस आया, जबकि गुरपाल 2022 में गया और 2023 में वापस आया। वे मलेशिया में एक-दूसरे को नहीं जानते थे, लेकिन उनके संपर्क में एक आम पाक-आधारित तस्कर था, और उसके निर्देश पर उन्होंने खेप प्राप्त की थी।
पुलिस आयुक्त ने बताया कि गुरपाल सिंह के खुलासे के बाद, जाँच के दौरान एक और आरोपी रणजोध को नामजद किया गया और उसे दो पिस्तौल और 3.5 लाख रुपये की ड्रग मनी के साथ गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया कि यह ड्रग मनी तस्करी से थी, जिसे हवाला के ज़रिए पाकिस्तान भेजा जाना था।
इस संबंध में पुलिस स्टेशन गेट हकीमां अमृतसर में एनडीपीएस एक्ट की धारा 21सी, 27ए, 27बी और 29 तथा आर्म्स एक्ट की धारा 25 के तहत एफआईआर नंबर 235 दिनांक 30.08.25 को मामला दर्ज किया गया है।