माइनिंग समय सुबह सात से शाम पांच बजे तक, उसके बाद होने वाली माइनिंग इललीगल
लुधियाना 17 नवंबर। भारतीय किसान मजदूर यूनियन पंजाब की और से लुधियाना और जिले में हो रही अवैध माइनिंग को लेकर सख्त कदम उठाए हैं। जहां बीकेयू की और से पहले लुधियाना में हो रही अवैध माइनिंग को लेकर डीसी लुधियाना को मांगपत्र भेजकर इस पर कार्रवाई की मांग की थी। वहीं अब उनकी और से एसबीएस नगर में हो रही अवैध माइनिंग को लेकर डिप्टी कमिश्नर एसबीएस नगर को एक मांग पत्र सौंपा है। जिसमें उनकी और से अवैध माइनिंग कर रहे रेत माफिया के खिलाफ एक्शन लेने की मांग की है। इस संबंध में यूनियन के आगू दिलबाग सिंह गिल ने कहा कि पंजाब सरकार की और से बाढ़ आने के बाद जिसकी रेत उसका खेत पॉलिसी लागू की थी। लेकिन माइनिंग विभाग के कुछ अफसरों द्वारा और राजनेता की और से रेत माफिया के साथ मिलकर इस पॉलिसी की दुरुप्रयोग किया जा रहा है। उनकी और से पॉलिसी का गलत प्रयोग करते हुए कई ऐसे गांवों को माइनिंग के लिए नोटिफाई करवा लिया है, जहां पर अवैध माइनिंग शुरु करवा दी गई है। बीकेयू ने चेतावनी दी कि अगर अवैध माइनिंग न रुकी तो चक्का जाम कर दिया जाएगा। जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
राहों रोड से नहीं निकलने दिए जाएंगे बजरी व रेत के टिप्पर
बीकेयू ने ऐलान किया कि राहों रोड पिछले कई सालों से नहीं बनाई गई। सड़क बनाने के लिए फंड आने के बावजूद इसका काम शुरु नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि अगर पांच दिसंबर तक काम न शुरु हुआ तो वहां बने टोल प्लाजा को पक्के तौर पर फ्री कराया जाएगा। वहीं उन्होंने कहा कि राहो रोड पर लुधियाना और नवां शहर से रोजाना 400-500 रेत और बजरी के टिप्पर निकलते हैं। जिसके चलते इन्हें पूर्ण तौर पर बंद किया जाएगा।
एस नाम के ठेकेदार द्वारा रात को चलाई जा रही अवैध माइनिंग
वहीं चर्चा है कि एक एस नामक ठेकेदार द्वारा लुधियाना के आसपास गांवों में अवैध तरीके से देर रात को माइनिंग की जा रही है। उसकी और से जमालपुर लेली व सुजातवाल गांव में रात को अवैध माइनिंग करके वाहन भरे जाते हैं। जिसके बाद उसे सुबह बेच दिया जाता है। चर्चाएं हैं कि माइनिंग विभाग को भी इसकी जानकारी है। लेकिन कई बाहुबलियों के डर से उनकी और से कुछ बोला नहीं जा रहा।
सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे तक ही माइनिंग लीगल
वहीं नियमों को देखें तो सरकार की और से लीगल माइनिंग का समय निर्धारित किया हुआ है। जिसमें सुबह सात बजे से शाम पांच बजे तक ही माइनिंग की जा सकती है। लुधियाना में सिर्फ एक ही साइट पर सरकार ने माइनिंग की मंजूरी दे रखी है। लेकिन हैरानी की बात तो यह है कि लुधियाना में रेत माफिया द्वारा माइनिंग सिर्फ रात को ही की जाती है। वहीं लोगों में चर्चा है कि पहले तो माइनिंग विभाग द्वारा रेत माफिया पर पर्चे भी दर्ज करवाए जाते थे। लेकिन अब मिलीभगत से कारोबार चलने के चलते विभाग भी शांत बैठा है।
बुंट गांव में ही है सरकारी मंजूरी
जेई कम माइनिंग इंस्पेक्टर मनप्रीत सिंह ने कहा कि बुंट गांव में लीगल तरीके से माइनिंग की जा रही है। इसकी सरकार से मंजूरी मिली है। माइनिंग का समय सुबह 7 बजे से शाम पांच बजे तक है। इसके बाद या पहले माइनिंग हो रही है, तो वह इललीगल है।
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