मोहाली 21 जुलाई। मोहाली जिले में पुलिस और बदमाश के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें करीब पांच राउंड फायरिंग हुई। इस कार्रवाई में पुलिस ने फतेहगढ़ साहिब के मंडी गोबिंदगढ़ निवासी गुरप्रीत सिंह उर्फ गोपी को घायल अवस्था में गिरफ्तार किया है। आरोपी का संबंध प्रतिबंधित आतंकी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) से जुड़ा बताया जा रहा है। एसपी (डी) सौरभ जिंदल ने बताया कि 10 जुलाई को मोहाली के एयरोसिटी इलाके में एक प्रॉपर्टी डीलर को फिरौती के लिए कॉल आई थी और उसके ऑफिस के बाहर फायरिंग भी की गई थी। मामले की जांच के लिए एसएसपी मोहाली के निर्देश पर सीआईए समेत कई टीमों का गठन किया गया था।
प्रॉपर्टी डीलर के ऑफिस के बाहर फायरिंग की
जांच के दौरान पुलिस ने बीते दिन बीकेआई के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में इन तीनों ने गुरप्रीत गोपी का नाम उजागर किया। इसी कड़ी में जब पुलिस बुधवार को गुरप्रीत को पकड़ने पहुंची तो वह बाइक पर सवार था और पुलिस पर फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने फायरिंग की, जिसमें उसकी टांग में गोली लगी और गिरने पर पुलिस ने पकड़ लिया। पूछताछ में सामने आया है कि ये आरोपी पाकिस्तान में छिपे गैंगस्टर रिंदा के इशारे पर काम कर रहे थे। इनका नाम थानों और अन्य सरकारी इमारतों पर हुए ग्रेनेड हमलों में भी सामने आया है, हालांकि गुरप्रीत गोपी की भूमिका की अभी जांच की जा रही है।
पहले भी चार मामले हैं दर्ज
गुरप्रीत सिंह गोपी पर पहले से चार आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं, जिनमें फिरौती और फायरिंग की घटनाएं शामिल हैं। वह पहले भी जेल की सजा काट चुका है। पुलिस का कहना है कि पूछताछ के दौरान और भी अहम खुलासे हो सकते हैं।