एक बार फिर विश्व की सबसे बड़ी पार्टी बनने की दिशा में बीजेपी
सदस्यता टोलियों का निमार्ण, ट्रेनिंग पूरी
शबी हैदर
लखनऊ 29 अगस्त । भारतीय जनता पार्टी सदस्यता अभियान की तैयारियां अतिम चरण में हैं। आज उत्तर प्रदेश पार्टी हेडक्वार्टर पर पार्टी के दिग्गज इकटठा हुए और देर तक मंथन किया। मंथन का विषय 1 सितम्बर से शुरू हो रहे सदस्यता अभियान को लेकर रहा। गुरूवार तक पार्टी के भीतर इस अभियान को लेकर सदस्यता टोलियों को निमार्ण हो चुका है और सभी को उनके टारगेट और दायित्तव बता दिये गये हैं। इस बार फर्जी सदस्ताओं की मॉनिटरिंग के लिए अलग से सेल की स्थापना की गयी है। पार्टी ने तय किया है कि फर्जी या बोगस सदस्य बनाने पर रोक लगाने के लिए हाईकमान सदस्यता का वेरिफिकेशन करेगी। सदस्यता अभियान बीजेपी के सभासद से लेकर सांसद तक को मेंबर बनाने में जुटना होगा। पार्टी ने सभी को सदस्य बनाने का टारगेट फिक्स कर दिया है। 2 फेज में चलने वाले सदस्यता अभियान में पहले फेज का टारगेट पूरा होने और वेरिफिकेशन के बाद दूसरे फेज में अभियान को गति दी जाएगी।
तकनीक का सहारा
इस बार बीजेपी सदस्यता अभियान में भी फुल तकनीक का इस्तेमाल करने जा रही है। पार्टी मिस्ड कॉल पर मेंबर बनाती थी। इस बार मेंबरशिप के लिए क्यूआर कोड को लांच किया गया है। यही नहीं नमो एप के जरिये भी बीजेपी का सक्रिय सदस्य बना जा सकता है। इसके अतिरिक्त् एक व्हाटसएप नम्बर भी लांच किया गया है। व्हाटसएप काल करने के भी सदस्यता को हासिल किया जा सकता है। सदस्यता अभियान के जरिए, बीजेपी अपने सदस्यों के बारे में कई जानकारियां जुटाएगी। इनमें पार्टी सदस्यों की जाति, लिंग, आयु, निवास और अन्य जानकारी शामिल है। हालांकि, दूरदराज के क्षेत्रों में पार्टी कागजों पर रजिस्ट्रेशन के परंपरागत सिस्टम का ही इस्तेमाल करेगी।
दो फेज में पूरा होगा अभियान
बीजेपी प्रवक्ता अविनाश त्यागी ने बताया कि सदस्यता अभियान का पहला फेज़ 25 सितंबर तक चलेगा और फिर एक अक्टूबर को दूसरे फेज़ की शुरुआत से पहले इस कवायद की समीक्षा की जाएगी। दूसरा फेज 15 अक्टूबर तक जारी रहेगा। 16 से 31 अक्टूबर तक उन लोगों का पंजीकरण किया जाएगा जो सक्रिय सदस्य हैं। ये (सक्रिय सदस्य) निश्चित संख्या में नए सदस्य बनाकर सांगठनिक चुनाव में भाग ले सकेंगें।
पुराने सदस्यों पर ज्यादा जिम्मेदारी
बीजेपी ने पहले घोषणा की थी कि पार्टी का लक्ष्य इस अभियान के दौरान 10 करोड़ से अधिक सदस्य बनाने का है। इसमें उन राज्यों को शामिल नहीं किया जाएगा जहां अगले कुछ महीने में चुनाव होने वाले हैं। बीजेपी के पिछले सदस्यता अभियान के बाद इसके सदस्यों की संख्या 18 करोड़ थी। पार्टी ने उम्मीद जताई थी कि इस बार इस आंकड़े को पार कर लिया जायेगा।