भाकियू-एकता की अगुवाई में किसानों ने दिखाए काले झंडे और गांवों में एंट्री करने पर लगाया बैन
मोगा 7 मई। फरीदकोट से भाजपा प्रत्याशी हंसराज हंस बतौर गायक सूफियाना गीत ‘नित खैर मांगा…’ बड़ी शिद्दत से गाते रहे हैं। इत्तेफाक से किसानों के भाजपा विरोधी अभियान के चलते अब वह खुद रोज अपनी खैर मांगने वाली स्थिति में नजर आ रहे हैं। भाजपा बातचीत से सुलह का रास्ता निकालने की कोशिश नहीं कर रही तो किसान भी जिद पर अड़े हैं। अपनी मुहिम को धार देने के लिए किसान फरीदकोट इलाके में लगते भाजपा प्रत्याशी हंसराज का भी विरोध जारी रखे हुए हैं। मंगलवार को किसानों ने मोगा में लगते गांव रतिया में उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
भारतीय किसान यूनियन एकता-उगराहां की अगुवाई में किसानों ने बीजेपी उमीदवार हंसराज हंस का काले झंडे दिखा नारेबाजी की। हालांकि इस दौरान भारी पुलिस बल मौजूद था। किसान यूनियन के नेता बालौर सिंह ने रोष जताया कि भारतीय जनता पार्टी ने किसानों के साथ धोखा किया है। जिसके चलते अभी भी किसान बार्डर पर बैठे हुए हैं।
उन्होंने कहा कि आंदोलन के दौरानएक किसान की जान भी चली गई। हमने बीजेपी का बायकॉट किया हुआ है। पटियाला में बीजेपी उम्मीदवार परनीत कौर के विरोध करते हुए पुलिसकर्मी के धक्का मारने से एक किसान की गिरकर मौत हो गई थी। लिहाजा किसान किसी भी कीमत पर बीजेपी के उमीदवारों को वोट नहीं डालेंगे। अगर कोई भी उमीदवार किसी भी गांव में वोट मांगने जाएगा तो किसान इसी तरह विरोध करेंगे।
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