खास बातचीत में दिलचस्प दलील से बचाव करते बोले, किसान बीजेपी का विरोध नहीं कर रहे, सुझाव दे रहे हैं
फिरोजपुर 11 मई। लोकसभा चुनाव की प्रचार मुहिम चरम पर है और तापमान बढ़ने के साथ सियासी गर्मी भी तेजी से बढ़ रही है। इस बार्डर-सीट से भाजपा प्रत्याशी राणा गुरमीत सिंह सोढी एक मंझे हुए राजनेता हैं। लंबे वक्त कांग्रेस में रहने के बाद भाजपा में जाने पर उनको इस लोस सीट से उम्मीदवार बनाया गया। खास बातचीत उन्होंने कई तीखे सवालों पर दिलचस्प दलीलें देते हुए अपने साथ ही भाजपा का बचाव किया और विपक्षी पर बाखूबी सियासी-हमले भी करते नजर आए।
फिरोजपुर सीट पर आपका मुकाबला किससे है, इस पर बीजेपी उम्मीदवार सोढी ने तीखा तंज कसा कि मैं तो किसी से भी मुकाबला नहीं मानता हूं। पहली बात, पंजाब में विपक्षी सांसदों ने कभी जनता के हक में कुछ नहीं किया। किसी भी सीट की मिसाल ले लें। मसलन, फिरोजपुर में कांग्रेस के उम्मीदवार शेर सिंह घुबाया से लेकर शिअद सुप्रीमो सुखबीर बादल तक किसी के भी कार्यकाल को उठाकर देख लें। मेरे मुकाबले में खड़े किसी भी उम्मीदवार की कोई साख नहीं है, हैरान करने वाले चुनावी नतीजे आएंगे।भाजपा की नाकाबंदी कर रहे किसानों को लेकर सोढी ने दिलचस्प दलील दी कि किसान हमारा विरोध थोड़े ही कर रहे हैं। असल में किसान तो अपना पक्ष रख रहे हैं या कह लें कि केंद्र सरकार को हम बीजेपी उम्मीदवारों-नेताओं के जरिए सुझाव दे रहे हैं। इसको विरोध बताने वाले बस कुछ शरारती तत्व हैं। फिर बोले कि बीजेपी के उम्मीदवार बनना मुसीबत मोल लेने जैसी बात बिल्कुल गलत है। इसे तो इस नजरिए से देखिए कि देश में बदलाव हो रहे हैं, ट्रांसफार्मेशन का दौर है। भाजपा सरकार और पीएम नरेंद्र मोदी ने दस साल में देश को आर्थिक तौर पर दुनिया में पांचवे नंबर पर पहुंचा दिया है। पहले देश बहुत पिछड़ गया था। दस साल में इतना विकास हो गया कि सोच से परे है। हर क्षेत्र में नजर डालें तो खेतीबाड़ी, तकनीकी सूचना या विदेश नीति की बात कर लें, हर तरफ तरक्की जारी है।
भाजपा उम्मीदवार सोढी ने दावा कि चीन-पाकिस्तान तो सो रहे हैं, जबकि हम ईंट का जवाब पत्थर से देने को तैयार हैं। पीएम मोदी और उनके मंत्रियों ने दिन रात काम
किया है। आने वाले पांच साल पंजाब के लिए बहुत अहम होंगे। विपक्षी तो हुसैनीवाला बॉर्डर तक नहीं खुलवा सके। विपक्षी गूंगे रहे, मांगें नहीं रख सके। दूसरी तरफ बीजेपी को देखिए, पीएम मोदी ने तो विजन 2047 तक के लिए तैयार कर दिया। उनको लीडर नहीं स्टेट्समैन कह सकते हैं। पंजाब में अब बदलाव की लहर चल रही है।अपनी सीट को लेकर बोले कि बॉर्डर-एरिया में कई चुनौतियां होती हैं। बाढ़ से लेकर सीमापार से हमलों के नुकसान होते हैं। बिजनेस भी प्रभावित होते हैं। मोदी ने सीमावर्ती जिलों के लिए खास योजनाएं बनाई हैं। अपने स्थानीय घोषणापत्र के बारे सोढी ने कहा कि छोटे किसानों को जमीनों का मालिक बनाया जाएगा। ड्रग्स से मुक्ति दिलाएंगे और बॉर्डर भी खुलवाएंगे। फिरोजपुर में इंडस्ट्री लगवाएंगे, युवाओं-किसानों के मसले हल कराएंगे।
फिर दलील दी कि बीजेपी उम्मीदवार जीतकर संसद में बहस करेंगे, मांगे रखेंगे और हक दिलाएंगे। जनता से यही अपील है कि पूरी समझदारी से फैसला कर बीजेपी को जिताए। लुधियाना से भाजपा प्रत्याशी रवनीत सिंह बिट्टू के विपक्ष में सांसद रहना घाटे का सौदा वाले बयान पर सोढी बोले कि मेरी समझ से परे है कि उन्होंने ऐसी बात क्यों कही। वैसे कांग्रेस ने शायद उनको विपक्ष की भूमिका निभाने वाले हक नहीं दिए। तभी बेबस हो गए होंगे, बीजेपी में आकर बिट्टू ने सही किया। चलते-चलते आप सुप्रीमो पर तंज कसा कि अरविंद केजरीवाल ने पंजाब में एक बार मौका देने की बात कही थी, जनता अब दूसरा मौका भला क्यों देगी।
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