watch-tv

एक अक्टूबर से मेडिकल टैक्सटाइल प्रोडक्ट्स के लिए बीआईएस सर्टिफिकेशन होगा जरुरी

👇खबर सुनने के लिए प्ले बटन दबाएं

Listen to this article

टैक्सटाइल इंडस्ट्री की नजर में है सही फैसला, हर ट्रेड में क्यूसीओ लागू करने का भी सुझाव

लुधियाना 27 अगस्त। एक अक्टूबर से मेडिकल टैक्सटाइल उत्पादों के लिए भारतीय मानक ब्यूरो यानि बीआईएस का सर्टिफिकेशन अनिवार्य होगा। दक्षिणी क्षेत्रीय कार्यालय में बीआईएस टीम ने इन उत्पादों के लिए आईएसआई मार्क की आवश्यकता पर हितधारकों को जागरूक करना शुरू कर दिया है।

जानकारी के मुताबिक अस्पतालों के बिस्तर लिनेन, तकिया कवर, चिकित्सा उपयोग के लिए जूते के कवर और डेंटल बिब सहित उत्पादों के लिए प्रमाणीकरण की आवश्यकता होगी। सैनिटरी नैपकिन और बेबी डायपर को भी मेडिकल टैक्सटाइल के लिए छह विशिष्ट मानकों, जैसे आईएस 17630 : 2021, का अनुपालन करना होगा। मेडिकल टेक्सटाइल्स (क्वालिटी कंट्रोल) ऑर्डर 2023 में कहा गया है कि निर्माता गुणवत्तापूर्ण मेडिकल टैक्सटाइल्स का उत्पादन सुनिश्चित करने के लिए इन भारतीय मानकों का पालन करें। सबंधित अधिकारियों ने इस बात पर जोर दिया है कि स्वास्थ्य देखभाल सेटिंग्स में बेहतर रोगी देखभाल और स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए सामग्री, विनिर्माण प्रक्रियाओं और पैकेजिंग के लिए विस्तृत विनिर्देश प्रदान किए गए हैं।बीआईएस चेन्नई शाखा कार्यालय के निदेशक और प्रमुख भवानी ने कहा कि देश में अब तक केवल कुछ निर्माताओं ने ही बीआईएस लाइसेंस प्राप्त किया है।

उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि छह मानकों को कवर करने वाले बीआईएस लाइसेंस के लिए राज्य में निर्माताओं से कोई आवेदन प्राप्त नहीं हुआ है। मरीजों और स्वास्थ्य देखभाल पेशेवरों की सुरक्षा के लिए बीआईएस-प्रमाणित उत्पादों के उपयोग के महत्व पर जोर देने के लिए बीआईएस सरकारी अस्पतालों और निजी क्षेत्र में हितधारकों के साथ सक्रिय रूप से जुड़ रहा है। एजेंसी ने बीआईएस के उपयोग के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए तमिलनाडु मेडिकल सर्विसेज कॉरपोरेशन, एसोसिएशन ऑफ तमिलनाडु मेडिकल डिवाइस इंडस्ट्री और तमिलनाडु महिला विकास निगम से जुड़े स्वयं सहायता समूहों सहित विभिन्न संस्थाओं के साथ सहयोग किया है। प्रमाणित उत्पाद, लाइसेंसिंग प्रक्रिया और परीक्षण विधियों का उल्लेख किया गया है। अधिकारियों ने यह भी उल्लेख किया कि सरकारी एजेंसियों को निविदा प्रक्रियाओं के दौरान बीआईएस-प्रमाणित उत्पादों की आवश्यकता हो सकती है। खासकर जब से राज्य सरकार कल्याणकारी योजनाओं के तहत सैनिटरी नैपकिन जैसे उत्पादों का वितरण करती है।

टैक्सटाइल इंडस्ट्री की प्रतिक्रिया सकारात्मक :

गारमेंट मैन्युफैक्चरर किंटी ठुकराल का इस मामले में कहना है कि किसी भी प्रोडक्ट के साथ क्ववालिटी और स्टैंडर्ड पूरे करना विश्वसनीयता के लिए जरुरी होता है। वहीं, उत्तरी भारत टैक्सटाइल मिल्स एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष राजीव गर्ग मानते हैं कि मेडिकल टैक्सटाइल प्रोडक्ट्स के लिए बीआईएस सर्टिफिकेशन जरुरी करना सही फैसला है। लगे हाथों उन्होंने यह सुझाव भी दिया कि ने क्यूसीओ को हर चीज के लिए लागू किया जाना चाहिए। दरअसल गुणवत्ता नियंत्रण आदेश (क्यूसीओ) यह गारंटी देने के लिए जारी किए जाते हैं कि उपभोक्ताओं को बाजार में उच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद मिल सकें। गुणवत्ता नियंत्रण आदेश (क्यूसीओ) का उद्देश्य निम्न-गुणवत्ता और सस्ती वस्तुओं के आयात को रोकना और यह सुनिश्चित करना है कि ग्राहकों को उच्च-गुणवत्ता वाली वस्तुएं प्राप्त हों।

———–

Leave a Comment