दिनेश मौदगिल
लुधियाना 4 अगस्त : समिट्री रोड स्थित इंडियन आइडल अकादमी में बॉलीवुड के प्रख्यात गायक स्व.किशोर कुमार का जन्म दिन मनाया गया और उनके गाये गीत गा कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर अकादमी के डायरेक्टर रविनंदन शर्मा ने कहा कि खंडवा में चार अगस्त, 1929 को मध्यवर्गीय बंगाली परिवार में अधिवक्ता कुंजी लाल गांगुली के घर सबसे छोटे बालक के रूप में किशोर कुमार का जन्म हुआ था। भाई-बहनों में सबसे छोटे नटखट आभास कुमार गांगुली उर्फ किशोर कुमार का रुझान बचपन से ही संगीत की ओर था। उन्होंने कहा कि महान लोग समय के साथ-साथ और महान होते जाते हैं, क्योंकि आप यह अनुभव करते हैं कि वो कैसे काम करते हैं। यही चीज किशोर कुमार के साथ भी हुई। उनकी इमेज भी समय के साथ बड़ी होती गई वह आज उनके न रहने पर लोग इसे महसूस भी करते हैं। म्यूजिक मेंटर रवि साहिल ने कहा कि किशोर कुमार ने जिन हीरो के लिए गाया, वो अमर हो गए। अब इससे आप अनुमान लगा सकते हैं कि किशोर दा कितने महान सिंगर थे। राजवीर सिद्धू ने कहा कि किशोर कुमार फिल्मी जगत की एक ऐसी धरोहर हैं, जिन्हें शायद फिर संवारने में कुदरत को भी कई सदियां बीत जाएंगी। सिद्ध पीठ महबली संकटमोचन श्री हनुमान मंदिर के चेयरमैन ऋषि जैन ने कहा कि किशोर दा ने अपने लंबे फिल्मी सफर में ‘मेरे सपनों की रानी कब आएगी तू’, ‘मेरे सामने वाली खिड़की में’ और ‘मेरे महबूब कयामत होगी’ जैसे कई बेहतरीन गाने दिए हैं। वह बेशक अब हमारे साथ इस दुनिया में नहीं हैं लेकिन उनकी जादुई आवाज आज भी लोगों के सिर चढ़कर बोलती है।सिंपल कवात्रा व कोमल वर्मा ने कहा कि जिसके गाने जुबां पर आते ही चेहरे पर मुस्कुराहट आ जाती है। जिसकी दीवानगी नया जमाने के युवाओं के भी सिर चढ़कर बोलती है। ऐसे हरफनमौला कलाकार किशोर कुमार के जन्म दिन पर हम उन्हे नमन करते है।