एसआईटी की जांच में हो रहे सनसनीखेज खुलासे, राजस्थान सरकार प्रतिवादी, 5 सितंबर को सुनवाई
चंडीगढ़ 23 अगस्त। कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस के जेल से इंटरव्यू मामले में सनसनीखेज खुलासे हो रहे हैं। इस गैंगस्टर का पहला इंटरव्यू तो पंजाब के सीआईए पुलिस स्टेशन खरड़ में पुलिस कस्टडी में लिया गया था। जबकि उसका दूसरा इंटरव्यू राजस्थान के जयपुर स्थित सेंट्रल जेल में हुआ था।
जानकारी के मुताबिक पूरे मामले की जांच कर रही स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) ने अपनी रिपोर्ट में यह खुलासा किया है। अब इस मामले में हाईकोर्ट के जस्टिस अनुपिंदर सिंह ग्रेवाल व जस्टिस लपिता बैनर्जी की खंडपीठ ने राजस्थान सरकार के गृह एवं न्याय विभाग को प्रतिवादी बना लिया है। हाईकोर्ट ने राजस्थान सरकार के एडवोकेट जनरल (एजी) को वीडियों कांफ्रेंसिंग के जरिए जुड़ने के आदेश दिए हैं। इस मामले में अब अगली सुनवाई पांच सितंबर को होनी है।
बताते हैं कि पंजाब मानव अधिकार आयोग के हैड स्पेशल डीजीपी प्रबोध कुमार ने बतौर एसआईटी प्रमुख रिपोर्ट तैयार की है। जिसमें उन्होंने कहा कि लॉरेंस का पहला इंटरव्यू 3-4 सितंबर 2022 को हुआ। लॉरेंस उस समय खरड़ सीआईए में रखा गया था। जबकि दूसरे इंटरव्यू के समय लॉरेंस जयपुर की सेंट्रल जेल में था।
हाईकोर्ट पंजाब सरकार-पुलिस से खफा :
गौरतलब है कि हाईकोर्ट ने पिछली सुनवाई के दौरान कहा था कि इस मामले में दो सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया था। कमेटी ने आठ महीने बाद दी रिपोर्ट में कहा था कि यह संभव नहीं है कि लॉरेंस का इंटरव्यू पंजाब की जेल या पुलिस हिरासत में किया गया हो। खंडपीठ ने कहा कि यह कोर्ट की आंखों में धूल झोंकने या अदालती कार्यवाही को गुमराह करने का प्रयास है, जो गंभीर मामला है। सही समय आने पर इसे निपटा जाएगा। हाईकोर्ट ने पिछले फैसले में कहा था कि लॉरेंस के इंटरव्यू का टेलीकास्ट होने के बाद संभव है कि अपराध का ग्राफ बढ़ा है। ऐसे में डीजीपी बताएं कि मार्च 2023 से लेकर दिसंबर 2023 तक नौ माह में फिरौती, अपहरण और गवाहों को प्रभाव में लेने के कितने आपराधिक मामले दर्ज हैं।
पहले इंटरव्यू में लॉरेंस का कबूलनामा :
लॉरेंस का पहला इंटरव्यू 14 मार्च को ब्रॉडकास्ट हुआ था। जिसमें लॉरेंस ने सिद्धू मूसेवाला का कत्ल कराने की बात कबूली थी। उसका कहना था कि मूसेवाला सिंगिंग के बजाए गैंगवार में घुस रहा था। उसके कॉलेज फ्रेंड अकाली नेता विक्की मिड्डूखेड़ा के कत्ल में भी मूसेवाला का हाथ था। इसलिए उसे मरवाया। एसआईटी रिपोर्ट के मुताबिक ये वही इंटरव्यू है, जो उसने सीआईए की कस्टडी में दिया।
दूसरे इंटरव्यू में बैरक से कॉल के प्रूफ दिए :
लॉरेंस ने अपने दूसरे इंटरव्यू में जेल के अंदर से इंटरव्यू देने का सबूत भी दिया था। उसने अपनी बैरक भी दिखाई और बताया कि उसे बाहर नहीं जाने दिया जाता, लेकिन मोबाइल भी उसके पास आ जाता है और सिग्नल भी। लॉरेंस ने अपने इंटरव्यू में कहा था कि रात के समय जेल के गार्ड बहुत कम आते-जाते हैं, इसीलिए वह रात को कॉल कर लेता है। उसने मोबाइल के अंदर आने के बारे में भी जानकारी दी थी। लॉरेंस के अनुसार मोबाइल बाहर से जेल के अंदर फेंके जाते हैं। कई बार जेल स्टाफ पकड़ लेता है, लेकिन अधिकतर बार मोबाइल उस तक पहुंच जाता है। इस बारे में इंटरव्यू के खिलाफ पिटीशन दायर करने वाले वकील गौरव ने कहा था सुनवाई में साफ हो गया गया कि पंजाब पुलिस में काली भेड़े हैं। जिन्होंने यह इंटरव्यू करवाया था। यह किसी आम आदमी का यह काम नहीं है। हालांकि इसे शुरू से ही दबाने की कोशिश की जा रही है। गैंगस्टर लॉरेंस इस समय गुजरात की जेल में नशा तस्करी से जुडे़ केस में बंद है। उसे अहमदाबाद के साबरमती में हाई सिक्योरिटी जेल में रखा गया है। हाल ही में उसके पाकिस्तानी डॉन से ईद की बधाई को लेकर वीडियो कॉल की रिकॉर्डिंग भी वायरल हुई थी।
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