अमेरिका के व्हाइट हाउस के इकोनॉमिक एडवाइजर केविन हैसेट ने भारत-अमेरिका संबंधों को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अमेरिका भारत के साथ एक महत्वपूर्ण समझौते के बेहद करीब है। CNBC को दिए इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि यह मामला थोड़ा जटिल है, क्योंकि दोनों देशों के रिश्तों में कई वेरिएबल्स शामिल हैं। इसके बावजूद हैसेट ने उम्मीद जताई कि दोनों देश जल्द ही इस मुद्दे का सकारात्मक समाधान निकाल लेंगे। उनके अनुसार बातचीत सही दिशा में आगे बढ़ रही है और दोनों पक्ष समाधान तक पहुंचने की कोशिश में हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका भारत के साथ समझौते को लेकर आशावादी है, लेकिन भारत के रूस से घनिष्ठ संबंधों के कारण यह मुद्दा जटिल हो जाता है। हैसेट ने बताया कि वह भारतीय राजदूत से कई बार बातचीत कर चुके हैं और कई दौर की बैठकों के बाद भी दोनों देशों के बहुआयामी रिश्तों को ध्यान में रखते हुए समझौता आसान नहीं है।
इंटरव्यू के दौरान हैसेट ने अमेरिका के जॉब मार्केट पर भी अपनी राय रखी। उनके अनुसार लेबर मार्केट के संकेत मिले-जुले हैं और इसमें धीरे-धीरे सुस्ती आने लगी है। उन्होंने बताया कि उत्पादन और आउटपुट से जुड़े सेक्टर्स से सकारात्मक संकेत मिल रहे हैं, लेकिन नई नियुक्तियों की रफ्तार थोड़ी कम है। इसका कारण उन्होंने AI तकनीक को बताया। हैसेट का कहना है कि कंपनियां देख रही हैं कि AI कर्मचारियों की उत्पादकता इतनी बढ़ा रहा है कि उन्हें नए ग्रेजुएट्स को तुरंत भर्ती करने की आवश्यकता नहीं पड़ रही। इसी वजह से लेबर मार्केट कुछ शांत दिखाई दे रहा है।





