30 महीने बाद पंजाब की भगवंत मान सरकार नशे से मुक्त करने पर “केवल विचार” कर रही
चंडीगढ: 19 जून : भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग ने पंजाब मे नशे से हालात बदतर होने पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि 30 माह में हजारों लोग नशे के ओवरडोज से मौत की भेट चढ़ चुके हैं। नशे पर रोक लगाने की सरकार की नाकामी अब सामने आ चुकी है।
चुग ने मान सरकार द्वारा हाल में की गई प्रेस वार्ता पर सवाल उठाते हुए कहा कि ऐसा करना मान सरकार ने सेल्फ गोल किया है। मान सरकार ने खुद माना है कि पंजाब में लॉ एंड ऑर्डर के हालत स्थिर नहीं है। और नशा काफी मात्रा में बिक रहा है।उन्होंने कहा कि ढाई साल से सत्ता में पूर्ण बहुमत की सरकार ने केवल जुमले बाजी में और विज्ञापन देने मे और चेहरा छपवाने के अलावा कोई कार्य नहीं किया है।
चुग ने मान सरकार से सवाल करते हुए कहा कि 24 घंटे में पंजाब में नशा खत्म करने के नाम पर सत्ता में आई मान सरकार ने 30 महीने बाद अभी केवल सोचना शुरु किया है। जबकि नशे को रोकने का कार्य युद्ध स्तर पर होना चाहिए था। आम आदमी पार्टी के विधायक कुंवर विजय प्रताप सिंह खुद अपनी ही सरकार की नशे के खिलाफ़ कार्य शैली पर सवाल उठा रहे हैं। लेकिन आप सरकार की चुप्पी यह दर्शाती हैं कि मान सरकार नशे के खिलाफ़ गंभीर नहीं है।
चुग ने कहा कि आप सरकार ने पंजाब में माफियाराज को बढ़ावा दिया, शराब माफिया, नकली शराब माफिया, केबल माफिया, खनन माफिया चरम पर है।जिसको बदौलत आज प्रत्येक नागरिक हालत से तंग आ चुके हैं,
चुग ने बस ठेका कर्मियो की हड़ताल पर बोलते हुए कहा कि ठेका कर्मचारियों को पक्का करने का वायदा किया था लेकिन दो माह से उनका वेतन सरकार दे पाने में असमर्थ रही है। यह स्थिती पंजाब में आर्थिक आपातकाल की ओर इशारा करता है। पंजाब के मुख्य मंत्री पॉलिटिकल टूरिज्म मे व्यस्त हैं