चंडीगढ़ 3 जनवरी। चंडीगढ़ में गिरते तापमान और कोहरे की चादर के बीच हार्ट अटैक का खतरा बढ़ गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि ठंड के मौसम में खासतौर पर बुजुर्गों और पहले से बीमार लोगों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने की जरूरत है। चंडीगढ़ पीजीआई एडवांस कार्डियक सेंटर के प्रोफेसर डॉ. विजय वर्गीय ने बताया कि ठंड के कारण शरीर में कई बदलाव होते हैं, जो हार्ट पर दबाव बढ़ा सकते हैं। डॉ. वर्गीय के मुताबिक ठंड में फिजिकल एक्टिविटी कम हो जाती है, जिससे वजन बढ़ने, वायु प्रदूषण और इनडोर धूम्रपान जैसी समस्याएं बढ़ती हैं। ठंड के कारण ब्लड प्रेशर बढ़ने, आर्टरी में सिकुड़न और थक्के बनने जैसी समस्याएं भी होती हैं। ये सभी कारण दिल के दौरे का खतरा बढ़ाते हैं। उन्होंने बताया कि ठंड में दिल शरीर का तापमान बनाए रखने के लिए ज्यादा मेहनत करता है।
बुजुर्गों के लिए विशेष सावधानी
प्रोफेसर डॉ. विजय वर्गीय ने कहा कि बुजुर्गों को हार्ट अटैक से बचने के लिए खास सावधानी बरतनी चाहिए। उन्हें दिन में टहलने, गर्म कपड़े पहनने और ब्लड प्रेशर व वजन की नियमित निगरानी की सलाह दी गई है। डॉक्टरों ने कहा कि अपनी दवाएं नियमित रूप से लें और डॉक्टर की सलाह से ब्लड टेस्ट करवाएं ताकि किसी भी बदलाव का पता लगाया जा सके।
हार्ट अटैक के लक्षण पहचानें
डॉक्टरों ने बताया कि हार्ट अटैक के लक्षणों को नजरअंदाज न करें। सीने में जकड़न, बेचैनी, सांसों का तेज चलना, चक्कर आना, पसीना आना और नब्ज कमजोर पड़ना इसके प्रमुख लक्षण हैं। समय रहते डॉक्टर से संपर्क कर इनका इलाज किया जा सकता है।