लुधियाना 13 फरवरी। लुधियाना में सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जे होने के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे। अब ताजा मामला सराभा नगर का सामने आया है। जहां पर स्थित ब्लॉक-आई की मार्केट में सरकारी जमीन को ही अय्याशी का अड्डा बना लिया गया है। बता दें कि यह जमीन नगर निगम के मुख्य ऑफिस जोन-डी से कुछ ही दूरी पर है। इलाका निवासियों का आरोप है कि एक बाहुबली की और से यह अय्याश गाह बनाई गई है। जहां पर आलिशान कमरा बनाया गया है और साथ ही एसी समेत हर आधुनिक सुविधा दी गई है। हालांकि यह किस बाहुबली की और से बनाई गई है, इसका इलावा निवासियों को पता नहीं चल पा रहा है। लेकिन हैरानी की बात तो यह है कि इस संबंध में लोगों द्वारा जब नगर निगम को शिकायत की तो उनकी तरफ से यह जमीन स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अधीन होने की बात कहकर टाल दिया। लेकिन स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अधिकारियों का कहना है कि यह जमीन उनके अधीन नहीं आती। चर्चा है कि अधिकारियों द्वारा ही बाहुबली के साथ मिलकर यह कब्जा कराया गया है।
बिजली कनेक्शन भी दे रखा
चर्चा है कि इस अय्याश गाह पर बिजली कनेक्शन भी दिया हुआ है। लेकिन हैरानी की बात तो यह है कि एक तरफ पावरकॉम की और से कही भी कनेक्शन देने से पहले पूरी वेरीफिकेशन करने का दावा किया जाता है। लेकिन सरकारी जमीन पर अय्याश गाह बनाने के लिए आखिर कैसे कनेक्शन दे दिया गया। चर्चा है कि पावरकॉम अधिकारियों से भी सेटिंग के बाद बिजली सप्लाई शुरु की गई है।
पानी पिलाने को रखी गई थी जमीन
चर्चा है कि मार्केट के एक ब्लॉक में शौचालय बनाए जाने थे, जबकि आई ब्लॉक की इस जमीन पर पीने वाले पानी का कमरा बनना था। एक ब्लॉक में तो शौचालय नगर निगम द्वारा बना दिया गया, लेकिन पानी वाली जमीन पर बाहुबली ने कब्जा करके कमरा बनाकर अपनी अय्याश गाह के लिए इस्तेमाल करना शुरु कर दिया। हैरानी की बात है कि लोगों की सुविधा के लिए रखी सरकारी जमीन पर बाहुबलियों द्वारा सरेआम कब्जे कर अपने कार्य किए जा रहे हैं।
दूसरों पर गाज गिराने पर लगे निगम अफसर
चर्चा है कि इस मामले में नगर निगम से पूछने पर उनकी और से यह जमीन स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट का होने का दावा किया जाता है। लेकिन स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अफसरों द्वारा इसे उनकी जमीन नहीं बताया जाता। हालांकि नगर निगम के रिकॉर्ड में यह सरकारी जमीन बताई जाती है।
विधायक करते है रोजाना सैर, मार्केट के लोग भी परेशान
बता दें कि इस जमीन के सामने ही हलका आत्म नगर विधायक कुलवंत सिंह सिद्धू अपने दोस्तों के साथ महफिल जमाकर चाय पीते है। लेकिन आज तक उन्हें भी पता नहीं चल सका कि आखिर यह जमीन किसकी है। वहीं दूसरी तरफ मार्केट में पहले ही कई लोगों द्वारा इललीगल कार्य किए जा रहे हैं। ऐसे में मार्केट के लोग भी परेशान है कि आखिर यह जमीन किसकी है और अगर कल को यहां कोई अप्रिय घटना हुई तो उसकी परेशानी पूरी मार्केट को झेलनी पड़ सकती है।
कमरे के बाहर लगी एडवोकेट की फट्टी
चर्चा है कि उक्त कमरे में एसी से लेकर हर सुविधा मौजूद है। जहां पर बैठने के लिए कुर्सियां, टीवी, सोने के लिए बैड और खाने पीने के लिए भी हर सुविधा रखी गई है। इस कमरे का प्रयोग अय्याश गाह के लिए किया जाता है। जिससे इलाका निवासी भी काफी परेशान है। लेकिन फिर भी अधिकारियों द्वारा मामले में कोई एक्शन नहीं लिया जा रहा। वहीं इस कमरे के बाहर एक एडवोकेट के नाम से फट्टी भी लगाई गई है।
सरकारी पेंट और सरकारी टाइलें लगी
हैरानी की बात तो यह है कि अधिकारी इस मामले को लेकर एक दूसरे पर गाज गिरा रहे हैं। लेकिन बता दें कि इस सरकारी जमीन पर बने कमरे में सरकारी पेंट हो रखा है, यहां तक टाइलें भी सरकारी लगी हुई है। अगर सरकार या किसी अधिकारी का इसमें लेनदेन नहीं है, तो यहां पर सरकारी सामान का इस्तेमाल किस तरीके से हो रहा है, यह चर्चा का विषय बना हुआ है।
नगर निगम को कई बार की शिकायतें
वहीं इलाका निवासी हरभगत सिंह ग्रेवाल ने कहा कि इस जमीन पर कुछ लोगों ने जबरन कब्जा कर रखा है। यह सरकारी जमीन है। इस संबंधी कई बार नगर निगम को शिकायतें की जा चुकी है। पूर्व डीसी साक्षी साहनी द्वारा जमीन के संबंध में नगर निगम कमिश्नर को पत्र लिखकर कार्रवाई के लिए भी कहा था। लेकिन फिर भी एक्शन नहीं लिया गया। निगम अधिकारी खुद ही मामले को घूमाने में लगे हैं।