निगम कमिश्नर के आदेश भी मानने को तैयार नहीं एटीपी, दो बिल्डिंगें सील करने की जगह वार्निंग देकर छोड़ा, अवैध निर्माण बरकरार

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लोगों में चर्चा, आपसी सेटिंग के चलते एटीपी हो रहे मेहरबान

राजदीप सिंह सैनी

लुधियाना 16 अक्टूबर। लुधियाना नगर निगम जोन-ए में अवैध निर्माण रुकने का नाम नहीं ले रहे। जिसका अहम कारण कुछ और नहीं बल्कि निगम अधिकारी ही है। जिसकी ताजा उदाहरण फतेहगढ़ मोहल्ला के चांद सिनेमा रोड पर मरवाहा मैन्स वेयर शोरुम और गांधी नगर में तीन मंजिलां कमर्शियल इमारत की देखने को मिली। दोनों जगह अवैध तरीके से तीन मंजिलां कमर्शियल इमारतें बनाई गई। जिन पर नगर निगम कमिश्नर आदित्य डेचलवाल की और से एटीपी गुरविंदर पाल सिंह लक्की को नियमों के तहत कार्रवाई करने के आदेश दिए थे। चूंकि दोनों इमारतें इललीगल थी, फिर भी अधिकारी द्वारा उन्हें सील नहीं किया और न ही पीला पंजा चलाकर अवैध निर्माण गिराया। चर्चा है कि मरवाहा मैन्स वेयर को वार्निंग देकर छोड़ दिया, जबकि दूसरी बिल्डिंग को लेकर एटीपी का अलग ही बहाना है। उनका कहना है कि बिल्डिंग मालिक ताला लगाकर फरार हो चुका है। जिससे साफ जाहिर है कि निगम कमिश्नर के आदेशों की भी निगम अफसरों को प्रवाह नहीं है और उनके ऑर्डरों को सरेआम नजरअंदाज करके अफसर अपनी मनमानी करने में जुटे हैं। वहीं कार्रवाई न करने से चर्चाएं छिड़ गई है कि शायद अफसरों और बिल्डिंग मालिकों की आपसी सेटिंग हो चुकी है। इसी कारण से आज तक उन्हें सील नहीं किया गया है।

10 दिन पहले कमिश्नर ने दिए थे आदेश

जानकारी के अनुसार निगम कमिश्नर आदित्य डेचलवाल की और से 10 दिन पहले एटीपी गुरविंदर पाल सिंह को नोटिस भेजकर जवाब मांगा था और कार्रवाई करने के लिए कहा था। चूंकि दोनों इमारतें इललीगल थी। इस लिए कार्रवाई करना लाजमी था। लेकिन हैरानी की बात तो यह है कि 10 दिन बाद भी एटीपी ने कार्रवाई नहीं की।

अब रिपोर्ट अफसरों को भेजने का बहाना

चर्चा है कि कमिश्नर द्वारा नोटिस निकाले जाने के बाद एटीपी द्वारा मरवाहा मैन्स वेयर मालिक को ऑफिस बुलाया गया। उसके दस्तावेज भी लिए गए। लेकिन अब चर्चा है कि एटीपी द्वारा कहा जा रहा है कि उन्होंने मामले की रिपोर्ट बनाकर ऊपर अफसरों को भेज दी है। हालांकि इसमें रिपोर्ट बनाने की बात ही नहीं थी, सीधा एक्शन लिया जा सकता था, क्योंकि अवैध निर्माण हो रहा है। लेकिन एटीपी द्वारा मामले को उलझाने के लिए यह साजिश रची जा रही है।

कमिश्नर नोटिस के बाद भी निर्माण कार्य जारी

वहीं चर्चा है कि कमिश्नर द्वारा मामले में संज्ञान लेते हुए इललीगल कार्यों को रोकने के लिए तुरंत प्रभाव से कार्रवाई की। लेकिन हैरानी की बात तो यह है कि मरवाहा मैन्स वेयर के मालिक और एटीपी गुरविंदर पाल सिंह लक्की को कमिश्नर आदेशों का कोई डर नहीं है। जिसके चलते नोटिस के बावजूद भी अवैध निर्माण जारी है। वहीं लोगों में चर्चा है कि एटीपी ने बिल्डिंग मालिक को वार्निंग देकर छोड़ दिया, क्या वार्निंग से अवैध निर्माण खुद ही टूट जाएगा।

दूसरी बिल्डिंग को लेकर भी एटीपी की अलग ही बहानेबाजी

वहीं एक बिल्डिंग को तो वार्निंग देकर छोड़ने की चर्चा है। लेकिन गांधी नगर में स्थित दूसरी बिल्डिंग को लेकर एटीपी की अलग ही बहानेबाजी है। एटीपी के मुताबिक बिल्डिंग मालिक शटर को ताला लगाकर फरार हो चुका है। यानि कि अगर किसी ने 100 मंजिल बना ली और वह ताला लगाकर भाग जाए, तो निगम उस पर एक्शन नहीं लेगा। वहीं चर्चा है कि बिल्डिंग मालिक वहीं पर मौजूद रहता है, लेकिन सिर्फ एटीपी द्वारा उसे बचाने के लिए बहाने बनाए जा रहे हैं।

अफसरों को रिपोर्ट बनाकर भेजी – एटीपी

एटीपी गुरविंदर पाल सिंह लक्की का कहना है कि मरवाहा मैन्स वेयर की अवैध बिल्डिंग संबंधी नोटिस मिला है। उसकी रिपोर्ट बनाकर अफसरों को भेजी जा रही है। वहीं गांधी नगर बिल्डिंग का मालिक शटर को ताला लगाकर चला गया है। जिसके चलते उस पर कार्रवाई नहीं हो रही।