watch-tv

कहीं बिजली का खंबा टेढ़ा, तो कहीं पर मीटर बॉक्स खुला, नहीं किया जा रहा बिजली विभाग की तरफ से कोई समाधान

👇खबर सुनने के लिए प्ले बटन दबाएं

Listen to this article

जीरकपुर Dec 27 : करीब 6 लाख की आबादी वाला जीरकपुर शहर आजकल बिजली तथा इंटरनेट की तारों में ही उलझ कर रह गया है जिस तरफ भी नजर डालो तारों के गुस्से ही गुच्छे नजर आ रहे हैं जिनके कारण किसी भी तरह का कोई बड़ा हादसा होने से इनकार नहीं किया जा सकता लेकिन बिजली विभाग तथा इंटरनेट कंपनियां इसकी और कोई ध्यान नहीं दे रही। सड़कों के किनारे तथा छोटी-छोटी गलियों में बिजली के मीटर वाले बॉक्स खुले पड़े हैं तथा उसमें नंगी तारे हादसों को निमंत्रण दे रही है कई बार देखने को मिला है के बरसात के दिनों में बिजली के मीटर वाले बॉक्स में स्पार्किंग होने से बॉक्स में आग भी लग जाती है तथा मीटर जल जाते हैं जिसका नुकसान या तो बिजली उपभोक्ता को झेलना पड़ता है अथवा बिजली विभाग को झेलना पड़ता है अगर इसकी तरफ बिजली विभाग द्वारा थोड़ा सा ध्यान दिया जाए तो यह नुकसान होने से बच सकता है। छोटी-छोटी गलियों में खुले पड़े बॉक्स बड़े हादसे को निमंत्रण दे रहे हैं क्योंकि गलियों में अक्सर देखा जाता है कि बच्चे खेलते रहते हैं और अगर गलती से किसी बच्चे का हाथ आइस बॉक्स में नंगी तार को लग गया तो कोई जानी नुकसान भी हो सकता है यहां पर सवाल उठता है के अगर कोई ऐसा नुकसान होता है तो उसकी जिम्मेवारी किसकी होगी क्योंकि अगर समय रहते बिजली विभाग द्वारा ऐसी चीजों पर ध्यान दिया जाए तो ऐसे किसी भी हद से से बचा जा सकता है।

बॉक्स::::::

 

झुग्गी झोपड़ियां में भी चल रहे हैं अवैध बिजली के कनेक्शन ::::

 

जीरकपुर शहर में खाली जमीन पर करीब 3000 से लेकर 5000 तक झुग्गी झोपड़ियां बनी हुई है इन जोगी झोपड़ियां वालों के पास हर प्रकार की सुविधाएं मौजूद है और कुछ क्षेत्रों में तो झुग्गी झोपड़ियां वालों को बिजली के कनेक्शन तक भी मिले हुए हैं और कुछ अवैध रूप से कुंडी कनेक्शन जोड़कर बिजली का आनंद मान रहे हैं लेकिन विभाग द्वारा इसकी और कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा अगर बिजली विभाग इसकी ओर ध्यान दें तो कोई बड़ा हादसा होने से बच सकता है क्योंकि यह झुग्गी झोपड़ियां घास फूस तथा प्लास्टिक के पॉलिथीन से बनी हुई है जिम बिजली के कनेक्शन लगे हुए हैं और वह बिजली की तारें कभी भी स्पार्किंग करके वहां पर आग लगने का कारण बन सकती है वहां पर अगर एक बार आज जैसी घटना हो जाती है तो उसे बचाना बहुत मुश्किल होगा।

 

 

बॉक्स ::

 

बिजली की तारों से पहले भी हो चुके हैं कई हादसे ::

 

बिजली की नंगी तारों के कारण पहले भी कई हादसे हो चुके हैं जैसे के पिछले साल ढकोली क्षेत्र में बिजली की नंगी तारों के कारण करंट लगने से एक गाय की मृत्यु भी हो चुकी है। ऐसे ही बलटाना क्षेत्र में एक बिजली के मीटर वाले बॉक्स में स्पार्किंग होने से अचानक आग लग गई थी जिसके कारण उसमें लगे हुए बिजली के सारे के सारे मीटर जल गए थे और नजदीक खड़ी एक कर को तुरंत मौके से हटा लिया था। ऐसे ही पिछले वर्ष लोहागढ़ गांव वाली रोड पर एक बिजली के मीटर वाले बॉक्स को भी भयानक आग लग गई थी जिसके कारण 24 घंटे तक उसे क्षेत्र के लोगों को बिना बिजली के रहना पड़ा था।

 

कोट्स ::::

 

बिजली की तारों के साथ जो इंटरनेट की तरह बिछी हुई है वह बिजली विभाग से मंजूरी लेकर ही बिछी हुई है इंटरनेट की तारों के जाल को तो ठीक इंटरनेट कंपनियों ने ही करना है जो बिजली की तारों का जाल है हम उनको ठीक करवाने की कोशिश करेंगे लेकिन उसमें बहुत सी इंटरनेट की तारे भी ऐसी है जो खराब होने के कारण बीच में ही लटक रही है उन्हें भी निकालना इंटरनेट कंपनियों की ही जिम्मेदारी बनती है।

 

सुरेंद्र सिंह बैंस, एक्सीएन, बिजली विभाग जीरकपुर।

Leave a Comment