चंडीगढ़ 23 अक्टूबर। पंजाब के जैतो के विधायक अमोलक सिंह को एक सरकारी स्कूल में सम्मान न मिलने का मामला सामने आया है। स्कूल में मौजूद शिक्षकों ने न तो उन्हें रिसीव किया और न ही वह अपने कमरों से बाहर आए। इसके बाद यह मामला विधानसभा के स्पीकर कुलतार सिंह संधवां के पास पहुंचा है। स्पीकर ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए तीन टीचरों को नोटिस जारी जवाब देने के लिए तलब किया है। स्पीकर ने जिला शिक्षा अधिकारी को पत्र भेजकर इस संबंधी आदेश जारी किए हैं।
यह हुआ था सारा मामला
विधायक अमलोक सिंह की तरफ से 17 सितंबर को सरकारी प्राइमरी स्कूल गोदारा की चेकिंग के लिए गए थे। इस दौरान स्कूल हेड टीचर हरविंदर सिंह गैर हाजिर थे। जबकि परमजीत कौर, गीता रानी और कुलविदंर कौर स्टाफ डयूटी पर हाजिर थी। विधायक का आरोप था कि स्कूल चेकिंग के दौरान टीचर बाहर नहीं आए। उन्हें रिसीव तक नहीं किया गया। फिर विधायक की तरफ से स्पीकर को पत्र लिखकर सूचित किया गया । इसके बाद स्पीकर ने उक्त टीचरों को अपने विधानसभा स्थित दफ्तर में बुलाया था।
पहले सीनियर अधिकारियों की आती थी शिकायतें
यह अपनी तरह का पहला मामला है। इससे पहले इस टीचरों के केस नहीं आए । हालांकि पहले इस तरह के मामले सामने आते रहते रहे है कि जब सीनियर अधिकारियों द्वारा विधायकों को बनता मान सम्मान नहीं दिया जाता था। कई बार सीनियर अधिकारियों को विधानसभा में तलब तक किया गया। लेकिन यह अपनी तरह का नया मामला है।