तलवंडी धाम के बाल गृह में बच्चों के साथ मारपीट और मानसिक प्रताड़ना के आरोप, पीड़िता ने खोला मोर्चा

तलवंडी धाम के बाल गृह में बच्चों के साथ मारपीट और मानसिक प्रताड़ना के आरोप, पीड़िता ने खोला मोर्चा

👇खबर सुनने के लिए प्ले बटन दबाएं

Listen to this article

पति और गांव वासियों संग शिकायत दर्ज करवाने एसएसपी दफ्तर पहुंची पीड़िता

चरणजीत सिंह चन्न

जगरांव 30 जुन। मुल्लापुर दाखां के नजदीक स्थित तलवंडी धाम डेरे के संत शंकरा नंद की पिछले दिनों अश्लील वीडियो वायरल होने के बाद सुर्खियों में आए तलवंडी धाम के इस डेरे के साथ जुड़े विवाद रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। बता दें कि ऐसा ही एक और विवाद सोमवार उस समय सामने आया, जब एक पीड़िता तलवंडी धाम डेरे के बाल घर में रहने वाले बच्चों के साथ हो रही मारपीट और मानसिक प्रताड़ित के आरोप लगाकर आवाज उठाते हुए अपनी एक शिकायत दर्ज करवाने एसएसपी ग्रामीण डॉ अंकुर गुप्ता के दफ्तर पहुंची। पीड़िता ने बताया कि वह बचपन से ही तलवंडी धाम डेरे के बाल घर में रहकर बड़ी हुई है और अब उसकी शादी हो चुकी है। वह अपने पति के साथ रहती है। परंतु अब भी डेरे के कुछ सेवादार उसके साथ संपर्क कर उसे वापस डेरे में आने को कहते हैं।

एफडी के पैसे भी धीरे धीरे कर निकाले

पीड़िता ने आरोप लगाया कि जब वह डेरे में रहती थी तो उसे बाल घर के सचिव कुलदीप सिंह मान, डेरा मुखी शंकारानंद का भतीजा अवतार सिंह उमानंद, सुवेश नंद , रतनी देव चेयरमैन और बाल घर की महिला संचालक जसवीर कौर मारपीट और मानसिक तौर पर प्रताड़ित करते थे। इतना ही नहीं उन्होंने उसकी 12 लख रुपए की एफडी के पैसे भी चेक के माध्यम से धीरे-धीरे निकलवा लिए है।

बाल घर में जेल जैसा बना है कमरा

पीड़िता अनुसार अब वह यह सोचकर आगे आई है कि उसके साथ जो हुआ हुआ वे बाल घर में रहने वाली और बहनों के साथ न हो। ताकि वह इस नरक भरी जिंदगी से बाहर आ सके। उसने बताया कि बाल घर के अंदर ही एक जेल जैसा कमरा बनाया हुआ है जिसमें वह बच्चों को कई कई दिनों तक भूखे प्यासे बंद कर देते हैं।

जबरन शादियां तुड़वाता है डेरा

पीड़िता के साथ आए खालसा जसविंदर सिंह सराय ने कहा कि बाल घर में आने वाली बच्चियों के पालन पोषण के नाम पर ट्रस्ट के संचालक दानी सज्जनों से मोटी रकम ऐंठते है और फिर उसे पैसे को अपने परिवारों पर लूटते हुए ऐश की जिंदगी जीते हैं। उन्होंने कहा कि ट्रस्ट के संचालक पहले तो बच्चियों के बड़े होने पर उनकी शादियां रच देते हैं और फिर किसी न किसी साम दाम दंड भेद से उन लड़कियों की शादी तुड़वाने तक की कोशिश करते हैं ताकि वह लड़कियां वापस उन्हीं के पास आकर बंधवा मजबूर बन सके और वह उन लोगों के साथ सात दानी सजनों से और पैसा ऐंठ सके।

चाइल्ड वेलफेयर सोसायटी करेगी जांच

इस मामले में एसएसपी ग्रामीण अंकुर गुप्ता ने कहा कि पीड़िता उनके दफ्तर शिकायत देने आई थी। उन्होंने उन्हें बताया कि जिस मामले में पीड़िता शिकायत दर्ज करवाने पहुंची है वह मामला 2023 का है और यह मामला चाइल्ड वेलफेयर सोसाइटी से भी जुड़ा हुआ है। जिसकी जांच के लिए चाइल्ड वेलफेयर सोसाइटी द्वारा विशेष कमेटी बनाई है। जिसमें एक डॉक्टर शामिल है और वह समय-समय पर बल ग्रह से जुड़े हुए मामलों में जांच कर अपनी रिपोर्ट पेश करेगा। पैसों के गबन के मामले में भी एसएसपी ने कहा की यह मामला भी उनके अधिकारों के अधीन नहीं है। लेकिन शिकायत को मुल्लापुर डीएसपी को भेजा है। आरोपी को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।

वित्त मंत्री चीमा ने पंजाब को बाढ़ सहायता के नाम पर भाजपा नीत केंद्र सरकार की तीखी आलोचना की कहा, 1600 करोड़ रुपये के मामूली राहत पैकेज में से आज तक पंजाब को एक भी रुपया नहीं दिया गया कांग्रेस पर ‘लाशों की राजनीति’ का आरोप लगाया

सिख समाज एक बहादुर कौम, धर्म की रक्षा के लिए सिर कटा दिये, लेकिन झुके नहीं – मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी 1984 सिख दंगों के पीड़ित परिवारों की पीड़ा हमारी पीड़ा, सिख समाज का संघर्ष हम सब के लिए प्रेरणादायक सिख समाज की कुर्बानियों तथा वीरता पर भारतवासियों को गर्व समाज में नफरत फैलाने वाली ताकतों के खिलाफ हमेशा रहना होगा सतर्क 1984 के दंगा पीड़ितों को सरकारी नौकरी देने की घोषणा पर सिख समाज ने जताया मुख्यमंत्री का आभार

हरजोत बैंस ने पंजाब की दुर्दशा के प्रति केंद्र की उदासीनता की आलोचना की • भाखड़ा बांध के जीवनकाल और गाद के बारे में बीबीएमबी के पास आंकड़ों की कमी पर सवाल • ईएम ने विपक्ष से बाढ़ प्रभावित पंजाब के पुनर्वास के लिए राजनीतिक लाभ की बजाय लोगों के कल्याण को प्राथमिकता देने का आग्रह किया

वित्त मंत्री चीमा ने पंजाब को बाढ़ सहायता के नाम पर भाजपा नीत केंद्र सरकार की तीखी आलोचना की कहा, 1600 करोड़ रुपये के मामूली राहत पैकेज में से आज तक पंजाब को एक भी रुपया नहीं दिया गया कांग्रेस पर ‘लाशों की राजनीति’ का आरोप लगाया

सिख समाज एक बहादुर कौम, धर्म की रक्षा के लिए सिर कटा दिये, लेकिन झुके नहीं – मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी 1984 सिख दंगों के पीड़ित परिवारों की पीड़ा हमारी पीड़ा, सिख समाज का संघर्ष हम सब के लिए प्रेरणादायक सिख समाज की कुर्बानियों तथा वीरता पर भारतवासियों को गर्व समाज में नफरत फैलाने वाली ताकतों के खिलाफ हमेशा रहना होगा सतर्क 1984 के दंगा पीड़ितों को सरकारी नौकरी देने की घोषणा पर सिख समाज ने जताया मुख्यमंत्री का आभार

हरजोत बैंस ने पंजाब की दुर्दशा के प्रति केंद्र की उदासीनता की आलोचना की • भाखड़ा बांध के जीवनकाल और गाद के बारे में बीबीएमबी के पास आंकड़ों की कमी पर सवाल • ईएम ने विपक्ष से बाढ़ प्रभावित पंजाब के पुनर्वास के लिए राजनीतिक लाभ की बजाय लोगों के कल्याण को प्राथमिकता देने का आग्रह किया