Listen to this article
चंडीगढ़, 16जुलाई। हरियाणा के हिसार के नारनौद में पिछले दस जुलाई को एक प्राइवेट स्कूल में चार छात्रों ने प्रिंसिपल की हत्या कर दी थी। इस घटना के बाद बुधवार को प्राइवेट स्कूल संघ के आह्वान पर प्रदेश में स्कूल सुरक्षा कानून की मांग को लेकर प्राइवेट स्कूल बंद रखे गए।प्राइवेट स्कूल संघ के सारे प्राइवेट स्कूल बंद करने का आह्वान किया था लेकिन आह्वान का मिला-जुला असर रहा। संघ ने सी बी एस ई और हरियाणा स्कूल शिक्षा बोर्ड के सभी प्राइवेट स्कूल बंद करने का आह्वान किया था। संघ ने स्कूल सुरक्षा कानून बनाने की मांग की है।
हरियाणा के 13 जिलों, हिसार, पानीपत, झज्जर, जींद, फतेहाबाद, रेवाड़ी, करनाल, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, कैथल, चरखी दादरी, महेंद्रगढ़ और सिरसा में प्राइवेट स्कूल पूरी तरह बंद रखे गए। पांच जिलों, भिवानी, रोहतक, पलवल, सोनीपत और पंचकूला में स्कूल खुले रहे। यहां बच्चों की पढ़ाई भी हुई। गुरुग्राम में बड़े स्कूल खुले रहे, जबकि फरीदाबाद, नूंह और अंबाला में कुछ स्कूल बंद रहे जबकि कुछ खुले।कुछ स्कूल मालिकों ने कहा कि स्कूल बंद करने के फैसले के बारे में उन्हें मंगलवार देर रात पता चला, जिस वजह से ऐसा हुआ।
बंद के फैसले को लेकर हरियाणा प्राइवेट स्कूल संघ के प्रदेश अध्यक्ष सत्यवान कुंडू ने कहा कि स्कूल संचालक सोच रहा है कि हम बच्चों को डांट नहीं सकते, पिटाई नहीं कर सकते, स्कूल में अनुशासन बनाए रखने का काम टीचर का है। सभी में भय का माहौल है, सरकारी स्कूल के टीचर भी भयभीत हैं।
कभी गुरु को पूजते थे, आज हत्या की जा रही: अध्यक्ष कुंडू ने कहा- अभिभावक बच्चों को टाइम नहीं दे पा रहे। यही कारण है आज हम बच्चों को समझा नहीं पा रहे कि गुरु क्या है। कभी गुरु को पूजा जाता था और आज गुरु की हत्या की जाती है।
कुंडू ने कहा- सरकार स्कूल टीचर की सेफ्टी के लिए कानून बनाए। टीचर में भय नहीं होना चाहिए कि मैं स्कूल जाऊंगा और मेरे साथ इसी तरह की कोई घटना हो जाए। हमें उम्मीद है कि सरकार हमें बुलाएगी और मामले पर विचार करेगी, क्योंकि मामला पूरे देश का है। कुंडू ने कहा कि अगर सरकार हमारी बात नहीं सुनती तो प्रदेश के संगठन एक साथ बैठकर आगे की रणनीति तैयार करेंगे। आज केवल वहीं स्कूल खुले थे, जिनमें सी बी एस ई की कंपार्टमेंट की परीक्षा है। बच्चों के भविष्य का सवाल है, इसलिए इन्हें बंद नहीं किया गया। बाकी सभी स्कूल बंद रहे।
हिसार के नारनौंद में 10 जुलाई को स्कूल के 4 छात्रों ने स्कूल परिसर में ही प्रिंसिपल जगबीर पानू की चाकू मारकर हत्या कर दी। प्रिंसिपल छात्रों को सही ढंग से पढ़ाई करने और बालों को लेकर टोकते थे। चारों आरोपियों को पुलिस पकड़ चुकी है। इसके बाद प्राइवेट स्कूल संघ ने सरकार से 4 मांगें कीं।जिनमें प्रिंसिपल जगबीर पानू को शहीद का दर्जा देने और उनके परिजनों को 1 करोड़ रुपए मुआवजा देने की मांग की है। इसके साथ ही, संघ ने प्रशासन से शिक्षकों की सुरक्षा के लिए विशेष कानून बनाने और आरोपी छात्रों पर कड़ी कार्रवाई करने की भी मांग की है।