पंजाब में सभी ज़िले बाढ़ प्रभावित घोषित, केंद्रीय मंत्री शिवराज 4 सितंबर को आएंगे सूबे के दौरे पर

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बाढ़ के चलते पंजाब में स्कूल 7 सितंबर तक बंद, सीएम मान के साथ आप सुप्रीमो वीरवार को करेंगे पंजाब का दौरा

चंडीगढ़,  3 सितंबर। पंजाब में बरसाती कहर को लेकर मौसम विभाग ने और चिंता बढ़ाते हुए आगाह किया है। लिहाजा आने वाले कुछ दिनों तक पंजाब में बारिश जारी रहेगी। इस बीच, राज्य सरकार ने मंगलवार को सभी 23 ज़िलों को बाढ़ प्रभावित घोषित कर दिया। साथ ही आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2025 के तहत आपातकालीन प्रतिक्रियाएं शुरू कर दीं हैं।
जानकारी के मुताबिक प्रदेश की आम आदमी पार्टी की सरकार ने पूरे राज्य को आपदा प्रभावित घोषित कर दिया है। मुख्य सचिव केएपी सिन्हा के पत्र के तहत सभी कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दीं। बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए स्कूल और कॉलेजों में छुट्टियां भी सात सितंबर तक बढ़ा दी गई हैं। वहीं, जालंधर में सतलुज नदी के ओवरफ्लो होने के कारण जिले के करीब 30 गांवों में पानी घुस गया। घग्गर नदी डेंजर लेवल के करीब पहुंच चुकी है जिसके कारण पटियाला और संगरूर जिले में अलर्ट जारी कर दिया गया।

पंजाब के बिगड़ते हालात देख आ रहे केंद्रीय कृषि मंत्री :
प्रदेश के खराब हालात को देखते हुए केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान गुरुवार 4 सितंबर को पंजाब का दौरा करेंगे। बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लेने को लेकर उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर यह जानकारी साझा की। उन्होंने लिखा, मैंने पंजाब में भारी बारिश के कारण उत्पन्न बाढ़ की स्थिति पर पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया, मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान से चर्चा कर विस्तृत जानकारी ली। मैं गुरुवार सुबह पंजाब पहुंचकर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अपने भाई-बहनों से मिलूंगा। संकट की इस घड़ी में केंद्र सरकार पूरी मजबूती के साथ पंजाब के साथ खड़ी है और हर संभव सहायता प्रदान करेगी। यहां गौरतलब है कि चीन दौरे से लौटते ही पीएम नरेंद्र मोदी ने भी सीएम मान को फोन कर हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया था।

आप सुप्रीमो केजरीवाल और सीएम मान 4 सितंबर को पंजाब के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे :
पंजाब में बाढ़ से बने संगीन हालात को देखते सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल वीरवार 4 सितंबर को पंजाब दौरे पर आएंगे। यहां पर वह बाढ़ से बिगड़े हालातों और चल रहे राहत बचाव कार्यों का जायजा लेंगे। दूसरी तरफ, सियासी नजरिए से यह माना जा रहा है कि बीजेपी और आप के बीच बाढ़ प्रभावित पंजाब में लोगों की हमदर्दी बटोरने की होड़ भी मची है।

सीएम मान फिरोजपुर का दौरा करके आए, लुधियाना रुके और संगरुर चले गए :
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान मंगलवार रात फिरोजपुर में बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करने गए थे। वहां से लौटकर वह रात को लुधियाना में रुके। सूत्रों के मुताबिक वह महानगर में प्रोटोकॉल के तहत मिलने आए अफसरों से मिले। साथ ही यहां बारिश-बाढ़ से प्रभावित कस्बों, गांवों के हालात पर चर्चा की। हालांकि इसकी अधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी। बाद में बुधवार को सीएम मान अपने गृह-जनपद संगरुर में बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लेने चले गए।

आप एमपी राघव का 3.25 करोड़ की मदद का ऐलान :
आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्ढा ने अपने सांसद निधि से 3.25 करोड़ रुपए बाढ़ सुरक्षा और राहत कार्यों के लिए जारी करने की घोषणा की। वहीं, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने प्रभावित किसानों और परिवारों के लिए तुरंत राहत पैकेज की मांग की है।
शासन-प्रशासन ‘अलर्ट-मोड’ पर :
यहां गौरतलब है कि पंजाब में सोमवार तक 12 ज़िले दशकों बाद आई सबसे भीषण बाढ़ से प्रभावित थे। मुख्य सचिव केएपी सिन्हा ने जारी आदेश में सभी डिप्टी कमिश्नर को किसी भी संभावित आपदा की स्थिति में स्वयं कार्रवाई करने और आपात स्थिति के लिए तैयार रहने का अधिकार दिया। लोक निर्माण, जल संसाधन और बिजली विभागों को युद्धस्तर पर अपने बुनियादी ढांचे की मरम्मत शुरू करने का निर्देश भी दिया। इसके अलावा शासन-प्रशासन ने दूरसंचार ऑपरेटरों को मोबाइल और लैंडलाइन कनैक्टिविटी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। जबकि अधिकारियों को अपने क्षेत्रों में आवश्यक सेवाओं की सुचारू आवाजाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
केंद्रीय टीम ने नहीं किया आंकलन :
बाढ़ से तबाह पंजाब में स्थिति का केंद्रीय टीमों द्वारा अभी तक आंकलन नहीं किया गया। जबकि राज्य में 30 लोगों की मौत की सूचना है। बाढ़ से अब तक लगभग 3.55 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। लगभग 19,600 लोगों को बाढ़ प्रभावित इलाकों से निकाला गया, जिनमें 1,400 गांव शामिल हैं। 4 लाख एकड़ से ज़्यादा ज़मीन पर खड़ी फ़सलें बाढ़ के पानी में डूब गईं।
गवर्नर कटारिया और सीएम मान ने जायजा लिया :
पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया और मुख्यमंत्री भगवंत मान ने गत दिवस राहत और बचाव कार्यों का जायज़ा लेने को बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया। नागरिक प्रशासन और सेना, वायुसेना, एनडीआरएफ और बीएसएफ की बचाव टीमें भारी बारिश की आशंका के बीच पूरी तरह मुस्तैद हैं। अब तक 171 राहत शिविर स्थापित कर 5,167 लोगों को वहां पहुंचाया जा चुका है। जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में रावी और व्यास नदियों के ऊपरी क्षेत्रों में हुई बारिश से नदियां एक बार फिर उफान पर है।

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