जत्थेदार वडाला बोले, चंदूमाजरा-गगनजीत का जम्मू दौरा निजी, वोटर खुद फैसला करें
जालंधर 28 सितंबर। शिरोमणि अकाली दल से बागी हुए टकसाली नेता अब ‘अकाली दल सुधार लहर’ चला रहे हैं। जिसके संयोजक नकोदर के पूर्व विधायक जत्थेदार गुरप्रताप सिंह वडाला ने बड़ा ऐलान किया है।
उन्होंने कहा कि प्रेसीडियम और कार्यकारिणी की पिछली बैठक में पड़ोसी सूबों में चुनावों पर विस्तार से चर्चा की थी। इन सूबों में किसी भी पार्टी को समर्थन नहीं देने का फैसला किया गया। इन चुनावों में सिख समुदाय को खुद तय करना चाहिए कि किस उम्मीदवार या पार्टी का समर्थन करेंगे। हालांकि इसी बीच प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा और गगनजीत सिंह बरनाला जम्मू गए। इस बारे में वडाला ने दलील दी कि हम तो सुधार आंदोलन के लिए अपना समर्थन स्पष्ट करते हैं। प्रोफेसर चंदूमाजरा और बरनाला का निजी जम्मू दौरा निजी था। अकाली दल सुधार लहर का यह स्पष्ट फैसला है कि जब तक सिख पंथ और पंजाब के मुद्दे हल नहीं हो जाते, हम किसी भी पार्टी का समर्थन नहीं करेंगे।
जालंधर उप चुनाव में बगावत भड़की :
गौरतलब है कि बगावत झेल रहे शिरोमणि अकाली दल-बादल का संकट जालंधर उप चुनाव में गहराया था। पार्टी ने अपनी उम्मीदवार सुरजीत कौर को ही समर्थन ना देने का आधिकारिक ऐलान कर दिया था। दरअसल उनको बागी अकालियों ने टिकट दिलाई थी। जो शिअद सुप्रीमो सुखबीर सिंह बादल के नेतृत्व पर सवाल उठे रहे थे। बागी गुट की कमान में टकसाली अकाली नेता प्रेम सिंह चंदूमाजरा, बीबी जागीर कौर, पूर्व विधायक गुरप्रताप सिंह वडाला और कई अन्य वरिष्ठ नेता संभाल रहे थे। जिन्हें अकाली दल से बाहर निकाल दिया गया था।
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